हेल्थ डेस्क: मेडिकल साइंस की बात करें तो वजाइना में खुजली होना महिलाओं के लिए खतरनाक होता हैं। इससे महिलाओं के शरीर में कई तरह की समस्या जन्म ले लेती हैं तथा महिलाएं खुद को अस्वस्थ महसूस करती हैं। आज इसी विषय में मेडिकल साइंस के अनुसार जानने की कोशिश करेंगे उन कारणों के बारे में जिन कारणों की वजह से वजाइना में खुजली की समस्या होती हैं। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से।
यीस्ट इंफेक्शन :
मेडिकल साइंस के अनुसार यीस्ट इंफेक्शन के कारण वजाइना में खुजली की समस्या होती है। यीस्ट इंफेक्शन के लक्षण दिखने पर तुरंत चेकअप कराएं और डॉक्टर की सलाह लें। क्योंकि समय पर इलाज न करवाने पर यह किसी गंभीर बीमारी का रूप भी ले सकती है।
सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज :
असुरक्षित यौन संबंध से क्लैमाइडिया, गोनोरिया, जेनिटल वार्ट्स, जेनिटल हर्पिस और ट्राइकोमोनिएसिस के अलावा एसटीडी की समस्या भी देखने को मिलती है। जिसके कारण महिलाओं की वजाइना में खुजली की समस्या होती हैं। इसलिए ऐसी समस्या होने पर महिलाएं तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
ज्यादा पसीना आना :
प्राइवेट पार्ट के आस पास बहुत ज्यादा पसीना आना भी खुजली का कारण बन सकता है। ऐसे में जब पसीना आए तो नहाकर कपड़े बदल लें। अगर आप ऑफिस में है तो प्राइवेट पार्ट को वॉश करके किसी कपड़े से साफ कर लें ताकि इस समस्या से छुटकारा मिल सके।
मेनोपॉज :
मेनोपॉज के दौरान शरीर में एस्ट्रोजेन स्तर कम और वेजाइना का पीएच बैलेंस बदल जाता है। इससे वेजाइना की दीवारें पतली और ड्राई हो जाती हैं जो खुजली का कारण बनती है। ऐसी समस्या होने पर महिलाओं को डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
त्वचा संबंधी समस्याएं :
मेडिकल साइंस के अनुसार एक्जिमा और सोरायसिस जैसी त्वचा संबंधी समस्याएं भी प्राइवेट पार्ट में लालिमा और खुजली पैदा कर सकती है। इससे वजाइना में जलन की भी समस्या उत्पन हो जाती हैं। इसलिए इस समस्या को भूलकर भी नजरअंदाज ना करें।
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