आयकरदाता भी ले रहे थे गरीबों का हक
पूर्ति विभाग की जांच में सामने आया कि जिन लोगों की आमदनी आयकर के दायरे में है, वे भी गरीबों के लिए बनी अंत्योदय और पात्र गृहस्थी योजना के तहत हर महीने मुफ्त राशन प्राप्त कर रहे थे। विभाग ने ऐसे सभी मामलों में आधार और पैन लिंकिंग के जरिए आयकरदाता की पहचान की और तत्पश्चात उनके राशनकार्ड रद्द कर दिए।
विधवाओं के कार्ड में मृत पतियों के नाम
जांच में एक और हैरान करने वाला खुलासा हुआ। विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, 4977 विधवाएं आज भी अपने मृत पतियों के नाम से राशन कार्ड पर राशन प्राप्त कर रही थीं। जबकि विधवा पेंशन योजना में वे अपने पति की मृत्यु की पुष्टि पहले ही कर चुकी थीं। पूर्ति विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इन कार्डों से मृत पतियों के नाम हटा दिए हैं।
राशन प्रणाली में पारदर्शिता लाने की कोशिश
सरकार की योजना के अनुसार, अब राशन वितरण प्रणाली को साफ-सुथरा और पारदर्शी बनाने के लिए केवाईसी और आधार लिंकिंग की प्रक्रिया तेजी से चलाई जा रही है। जो लोग आधार से राशन कार्ड को लिंग नहीं करेंगे उनका राशन कार्ड रद्द कर दिया जायेगा। जिला पूर्ति अधिकारी (DSO) ने कहा कि “जिनके राशनकार्ड निरस्त किए गए हैं, वे अपात्र हैं। राशन उन्हीं को मिलेगा जो इस योजना के लिए पात्र हैं। पात्रता की दोबारा जांच लगातार जारी है और किसी भी गड़बड़ी पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।”
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