1. अमेरिका: विश्व की सर्वोच्च मिसाइल शक्ति
अमेरिका दशकों से मिसाइल तकनीक में सबसे आगे रहा है। उसके पास अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) से लेकर उन्नत क्रूज मिसाइल और हाइपरसोनिक हथियारों तक हर श्रेणी की मिसाइलें हैं। अमेरिका की 'Trident II', 'Minuteman III' और 'Tomahawk' जैसी मिसाइलें तकनीक और क्षमता दोनों में बेजोड़ मानी जाती हैं। साथ ही, अमेरिका की मिसाइल डिफेंस प्रणाली 'THAAD' और 'Aegis' भी अत्यंत उन्नत मानी जाती हैं।
2. रूस: हाइपरसोनिक युग का पथप्रदर्शक
सोवियत संघ के जमाने से ही रूस मिसाइल तकनीक में अग्रणी रहा है। आज भी रूस 'Sarmat', 'Yars', और 'Kalibr' जैसी मिसाइलों से लैस है। उसकी सबसे बड़ी उपलब्धि है 'Avangard' हाइपरसोनिक ग्लाइड वाहन, जो ध्वनि की गति से 27 गुना तेज उड़ सकता है। रूस की 'S-400' और 'S-500' वायु रक्षा प्रणालियाँ भी विश्व की सबसे बेहतरीन मानी जाती हैं।
3. चीन: तेजी से बढ़ती मिसाइल ताकत
चीन ने बीते दो दशकों में मिसाइल तकनीक में अप्रत्याशित प्रगति की है। उसके पास DF-41 जैसी अंतरमहाद्वीपीय मिसाइलें हैं जो अमेरिका तक मार कर सकती हैं। चीन हाइपरसोनिक मिसाइल 'DF-ZF' पर भी तेजी से काम कर रहा है। समुद्र से लॉन्च होने वाली JL-3 और अंतरिक्ष में मार करने वाली ASAT (Anti-Satellite) मिसाइलें उसकी तकनीकी क्षमता को दर्शाती हैं।
4. भारत: आत्मनिर्भरता की ओर बड़ी छलांग
भारत ने 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' की भावना के साथ मिसाइल क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित अग्नि-5 मिसाइल अब अंतरमहाद्वीपीय श्रेणी में आ चुकी है, जो 5,000 किमी से अधिक दूरी तक मार कर सकती है। भारत की 'ब्रह्मोस' सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल, शौर्य मिसाइल, के-4, के-5, पृथ्वी, आकाश, नाग, और पिनाका जैसे मिसाइल कार्यक्रम भारत की रक्षा क्षमताओं को मजबूत कर रहे हैं। भारत की ASAT (Anti-Satellite) मिसाइलें तकनीकी क्षमता को दिखाती हैं।
0 comments:
Post a Comment