नसों में ढीलापन? ये 5 घरेलू चीजें करेंगी कमाल

हेल्थ डेस्क। भागदौड़ भरी जिंदगी, तनाव, असंतुलित खानपान और नींद की कमी जैसे कारणों से आज हर उम्र के व्यक्ति में नसों की कमजोरी या ढीलापन एक आम समस्या बनती जा रही है। इसका असर न केवल शरीर की कार्यक्षमता पर पड़ता है, बल्कि थकान, सुन्नपन, मांसपेशियों में झनझनाहट और कमज़ोरी जैसे लक्षणों के रूप में सामने आता है। 

1. अखरोट और बादाम: नसों के लिए टॉनिक

सूखे मेवे जैसे अखरोट और बादाम ओमेगा-3 फैटी एसिड, मैग्नीशियम और विटामिन E से भरपूर होते हैं। ये नसों की सूजन कम करते हैं और तंत्रिका तंत्र को मज़बूती प्रदान करते हैं। रोज़ सुबह 5-6 भीगे हुए बादाम और 2 अखरोट खाने से मस्तिष्क और नसों को प्राकृतिक पोषण मिलता है।

2. अश्वगंधा: तनाव घटाए, नसों को ताकत दे

आयुर्वेद में अश्वगंधा को "बलवर्धक" यानी शक्ति देने वाला कहा गया है। यह नसों को शांत करने के साथ-साथ उन्हें फिर से सक्रिय करता है। यह मानसिक तनाव को कम करता है और शरीर की सहनशक्ति बढ़ाता है। रोज़ रात को गुनगुने दूध के साथ अश्वगंधा पाउडर लेना फायदेमंद हो सकता है।

3. तिल का तेल: नसों की मालिश के लिए श्रेष्ठ

तिल का तेल कैल्शियम, मैग्नीशियम और जिंक का बेहतरीन स्रोत है। इससे शरीर की नियमित मालिश करने से रक्त संचार बेहतर होता है और नसों में आई कमजोरी धीरे-धीरे दूर होती है। यह तंत्रिका तंत्र को गहराई से पोषण देता है।

4. मेथी दाना: सूजन घटाए, नसों को आराम दे

मेथी दाना एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है। रोज़ रात को एक चम्मच मेथी दाना भिगोकर सुबह खाली पेट सेवन करने से नसों में खिंचाव और सूजन से राहत मिलती है। साथ ही यह शरीर की अंदरूनी ताकत को भी बढ़ाता है।

5. पालक, सरसों, मेथी और बथुआ जैसी हरी सब्जियां

पालक, सरसों, मेथी और बथुआ जैसी हरी सब्जियों में विटामिन B-कॉम्प्लेक्स, आयरन और फोलिक एसिड प्रचुर मात्रा में होता है। ये तत्व तंत्रिका तंत्र की मरम्मत और मजबूती में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन्हें नियमित आहार में शामिल करना नसों को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है।

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