नसों में सुस्ती नहीं, जोश चाहिए? बुढ़ापे में जरूर खाएं ये 5 चीजें

हेल्थ डेस्क। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, शरीर की कार्यक्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है। खासकर नसों की कमजोरी, थकान, जोड़ों में जकड़न और सुस्ती बुजुर्गों के लिए आम समस्या बन जाती है। लेकिन सही खानपान और जीवनशैली से न केवल इन समस्याओं को दूर किया जा सकता है, बल्कि बुढ़ापे में भी जोश और चुस्ती कायम रखी जा सकती है।

1. अखरोट – दिमाग और नसों का टॉनिक

अखरोट में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन E और एंटीऑक्सीडेंट नसों को मज़बूत बनाते हैं और मानसिक थकावट को कम करते हैं। रोज़ 4-5 अखरोट खाना बुजुर्गों की याददाश्त और मूड दोनों को बेहतर बनाता है।

2. हल्दी – सूजन और दर्द की दुश्मन

हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व होता है जो नसों की सूजन कम करने में मदद करता है। हल्दी वाला गर्म दूध पीने से पुराने जोड़ों और नसों में दर्द से राहत मिलती है। यह नसों की कार्यक्षमता बढ़ाने में सहायक है।

3. पालक – आयरन और मैग्नीशियम से भरपूर

बुढ़ापे में अक्सर कमजोरी का कारण आयरन और मैग्नीशियम की कमी होती है। पालक इन दोनों पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत है, जो मांसपेशियों और नसों को मज़बूती प्रदान करता है। पालक का सूप या सब्जी के रूप में सेवन लाभकारी है।

4. बादाम – ऊर्जा और ताजगी का स्त्रोत

बादाम में प्रोटीन, हेल्दी फैट और विटामिन B मौजूद होता है, जो नसों की मरम्मत में सहायक होता है। रात को भिगोए हुए 5-6 बादाम सुबह खाना या दूध के साथ पीसकर सेवन करना बेहद फायदेमंद है।

5. दूध और हल्का घी – पुराने जोड़ों के लिए अमृत

दूध से मिलने वाला कैल्शियम और देसी घी से मिलने वाली चिकनाई नसों को लचीला बनाती है। यह दोनों मिलकर न केवल हड्डियों को मज़बूती देते हैं, बल्कि नसों में ऊर्जा का संचार भी करते हैं। सीमित मात्रा में घी का सेवन लाभदायक होता है।

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