बिहार में 'शिक्षकों' पर होगी कार्रवाई, कई टीचर रडार में!,

न्यूज डेस्क। बिहार सरकार ने सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति को पक्के रूप से सुनिश्चित करने के लिए डिजिटल व्यवस्था को और मजबूत बना दिया है। इसी क्रम में ई-शिक्षा कोष ऐप के माध्यम से ऑनलाइन हाजिरी अनिवार्य की गई है। लेकिन इसके बावजूद कई शिक्षक अपनी पुरानी ढर्रे वाली कार्यशैली से बाहर नहीं आ पा रहे हैं। हाल ही में कटिहार जिले के कई प्रखंडों में इसी तरह की लापरवाही सामने आई है, जिसके बाद विभाग ने बड़ी कार्रवाई का संकेत दिया है।

सदर प्रखंड में 111 शिक्षक रडार पर

27 नवंबर को सदर प्रखंड में ऑनलाइन उपस्थिति की समीक्षा की गई। जांच के दौरान यह सामने आया कि कुल 111 शिक्षकों ने न तो सुबह 9:30 बजे तक हाजिरी दर्ज की और न शाम 4 बजे तक आउट मार्क किया। जबकि विभाग पहले से ही स्पष्ट कर चुका है कि दोनों समय पर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करना प्रत्येक शिक्षक के लिए अनिवार्य है।

बीईओ द्वारा सभी संबंधित शिक्षकों से 24 घंटे के भीतर लिखित स्पष्टीकरण मांगा गया है। चेतावनी भी दी गई है कि यदि निर्धारित समय में जवाब नहीं दिया गया, तो रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी और आगे कठोर कार्रवाई तय है।

प्राणपुर में 142 शिक्षक अनुपस्थित मिले

कटिहार जिले के प्राणपुर प्रखंड में भी ई-शिक्षा कोष पोर्टल का डाटा परीक्षण किया गया। निरीक्षण में पाया गया कि 27 नवंबर को कुल 142 शिक्षकों की उपस्थिति सिस्टम में दर्ज नहीं थी। इससे यह स्पष्ट हुआ कि या तो ये शिक्षक स्कूल में उपस्थित नहीं थे, या फिर उन्होंने जानबूझकर हाजिरी दर्ज नहीं की।

बीडीओ सह प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मनीषा कुमारी ने सभी 142 शिक्षकों से 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि यह गंभीर अनियमितता है, और यदि जवाब संतोषजनक नहीं मिला तो अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

विभाग की बढ़ती सख्ती

लगातार हो रही शिकायतों को देखते हुए विभाग अब ऑनलाइन उपस्थिति व्यवस्था को लेकर बेहद गंभीर है। हालिया कार्रवाई इस बात का संकेत है कि सरकार शिक्षा व्यवस्था में शिथिलता बर्दाश्त नहीं करेगी। जिन शिक्षकों ने समय पर हाजिरी नहीं भरी है, वे अब या तो अपना पक्ष मजबूती से रखेंगे या फिर अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।

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