यह निर्णय प्रदेश के परिवहन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह द्वारा घोषित किया गया, जिसमें उन्होंने कहा कि इस पहल का उद्देश्य त्योहारों के दौरान यात्रा करने वाले यात्रियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराना है। उनका मानना है कि सस्ती और सुविधाजनक यात्रा व्यवस्था से न केवल यात्रियों को राहत मिलेगी, बल्कि ज्यादा से ज्यादा लोग सार्वजनिक परिवहन का रुख करेंगे।
किन बसों पर लागू होगी छूट?
यह रियायत उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा संचालित सभी प्रमुख AC बस सेवाओं पर लागू की गई है, जिनमें शामिल हैं: जनरथ, पिंक बस, शताब्दी, वोल्वो, एसी स्लीपर बसें। हालांकि, सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि 1 जनवरी 2024 के बाद पंजीकृत नई वातानुकूलित बसों पर यह किराया छूट लागू नहीं होगी।
यात्रियों की संख्या बढ़ाने पर जोर
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने निगम के अधिकारियों को यह निर्देश भी दिया है कि चालकों और परिचालकों को प्रोत्साहित किया जाए ताकि वे अधिक से अधिक यात्रियों को यात्रा के लिए आकर्षित करें। सरकार चाहती है कि रियायत देने के बावजूद निगम का राजस्व प्रभावित न हो और इस पहल का सकारात्मक आर्थिक प्रभाव देखने को मिले।
यात्रियों के लिए लाभकारी कदम
इस निर्णय से उन यात्रियों को सबसे अधिक लाभ मिलेगा जो पर्व-त्योहारों के दौरान लंबी दूरी की यात्रा करते हैं। प्राइवेट ट्रांसपोर्ट के मुकाबले अब सरकारी बसों में सफर न केवल सस्ता होगा, बल्कि अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक भी रहेगा। त्योहारों में जब ट्रैफिक और टिकटों की मांग बढ़ती है, तब इस तरह की रियायतें यात्रियों के लिए राहत का काम करती हैं।

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