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दिल्ली पुलिस कर्मियों को खुशखबरी, मानद रैंक की मंजूरी

न्यूज डेस्क। दिल्ली पुलिस के हजारों जवान और अफसरों के लिए रिटायरमेंट के दिन खुशखबरी आई है। एलजी वी.के. सक्सेना ने कांस्टेबल से लेकर सब-इंस्पेक्टर तक के कर्मचारियों को रिटायरमेंट वाले दिन एक रैंक ऊपर का मानद पद देने की मंजूरी दी है। इस फैसले का उद्देश्य केवल सम्मान देना है, कोई वित्तीय या पेंशन संबंधी लाभ नहीं मिलेगा।

कौन-कौन पाएंगे मानद रैंक

रिटायरमेंट पर प्रमोशन केवल नाममात्र होगा, लेकिन इसका सम्मान बेहद महत्वपूर्ण है।

सब-इंस्पेक्टर → मानद इंस्पेक्टर

एएसआई → मानद सब-इंस्पेक्टर

हेड कांस्टेबल → मानद एएसआई

कांस्टेबल → मानद हेड कांस्टेबल

इस मानद पद का लाभ सिर्फ रिटायरमेंट के दिन मिलेगा ताकि जवान गर्व के साथ सेवा समाप्त कर सकें।

पात्रता शर्तें

इस सम्मान को पाने के लिए कुछ शर्तें पूरी करना अनिवार्य है। अपने वर्तमान पद पर कम से कम 2 साल की सेवा हो। पिछले 5 सालों में APAR (परफॉर्मेंस रिपोर्ट) अच्छी हो। सेवा के दौरान किसी भी प्रकार की सख्त सजा न हुई हो। इस फैसले से दिल्ली पुलिस के 88,000 से अधिक कर्मचारियों को लाभ मिलेगा। खासतौर पर यह सम्मान लोअर रैंक के जवानों और अफसरों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

पूर्व दृष्टांत और महत्व

आपको बता दें की गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPFs) और असम राइफल्स के कर्मचारियों को भी मई 2025 में रिटायरमेंट पर एक रैंक ऊपर का मानद पद देने की मंजूरी दी थी। उसी की तर्ज पर दिल्ली पुलिस ने प्रस्ताव भेजा और एलजी सक्सेना ने इसे तुरंत मंजूरी दे दी।

यूपी में 'बिजली उपभोक्ताओं' को मिल रही बंपर छूट

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं के लिए राहत की बड़ी खबर सामने आई है। उत्तर प्रदेश विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (UPPCL) ने एकमुश्त समाधान योजना (OTS) के तहत बिजली बिलों और बिजली चोरी के प्रकरणों में बड़ी छूट देने की घोषणा की है। इस योजना के जरिए उपभोक्ता अपने बकाया बिल का भुगतान कर सकते हैं और भारी छूट के साथ अपने ऊपर लगे ब्याज और मूलधन का बोझ कम कर सकते हैं।

योजना की खास बातें

पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PVVNL) के प्रबंध निदेशक रवीश गुप्ता के अनुसार, यह योजना 1 दिसंबर 2025 से शुरू हुई है और पहले चरण की अंतिम तारीख 31 दिसंबर 2025 निर्धारित की गई है। योजना के तहत बिजली चोरी के प्रकरणों को भी शामिल किया गया है।

उपभोक्ता ब्याज में 100% छूट और मूलधन में 25% तक की छूट प्राप्त कर सकते हैं। योजना ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के घरेलू (2 किलोवाट तक) और वाणिज्यिक उपभोक्ताओं (1 किलोवाट तक) के लिए लागू है। यह पहली बार है जब बिजली चोरी के मामलों में भी उपभोक्ताओं को इस तरह की राहत मिल रही है।

उद्देश्य और लाभ

इस योजना का उद्देश्य उपभोक्ताओं को बकाया जमा करने और तनावमुक्त जीवन जीने का अवसर देना है। निगम का कहना है कि यह पहल न केवल उपभोक्ताओं को वित्तीय राहत देगी बल्कि बिजली की वसूली में भी सुधार लाएगी। उपभोक्ता अपने पुराने और लंबित बिलों को अब कम बोझ के साथ चुका सकते हैं। योजना से निगम को भी राजस्व की वसूली में मदद मिलेगी। यह पहल बिजली वितरण व्यवस्था में अनुशासन और पारदर्शिता बढ़ाने की दिशा में कदम है।

अधिकारियों की अपील

पीवीवीएनएल के एमडी रवीश गुप्ता ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे अविलंब योजना का लाभ उठाएं और अपने बकाया बिल का भुगतान कर तनावमुक्त जीवन का अनुभव करें।

भारत ने रूस से मिलकर किया खेल, देखते रह गए ट्रंप!

नई दिल्ली। भारत ने पिछले महीने रूस से कच्चे तेल की खरीद में बड़ा उछाल दिखाया है। नवंबर में भारत ने रूस से लगभग 2.6 बिलियन यूरो का क्रूड ऑयल आयात किया, जो अक्टूबर की तुलना में करीब 4% अधिक है। इस बढ़ोतरी के साथ भारत, रूस का दूसरा सबसे बड़ा क्रूड ऑयल खरीदार बन गया है।

भारत और रूस की ऊर्जा साझेदारी

रिपोर्ट के अनुसार, रूस के कुल क्रूड एक्सपोर्ट में चीन सबसे बड़ा खरीदार रहा, जिसका हिस्सा 47% था। भारत ने दूसरा स्थान हासिल किया, उसका हिस्सा 38% रहा। इसके अलावा तुर्की और यूरोपीय देशों का हिस्सा लगभग 6-6% रहा।

दिलचस्प बात यह है कि पहले भारत मुख्य रूप से मध्य-पूर्वी देशों से तेल खरीदता था। लेकिन यूक्रेन युद्ध और पश्चिमी देशों की रूस से दूरी ने भारत के लिए अवसर पैदा किया। भारी छूट पर मिलने वाले रूसी तेल ने भारत की रणनीति बदल दी। युद्ध से पहले रूस का हिस्सा भारत की तेल खपत में लगभग 1% था, जो अब 40% तक बढ़ गया है।

अमेरिकी पाबंदियों के बावजूद खरीद

अक्टूबर के अंत में अमेरिका ने रूस की दो बड़ी तेल कंपनियों Rosneft और Lukoil पर पाबंदियां लगा दी थीं। इसके बाद भारत की कई प्राइवेट रिफाइनरियों जैसे रिलायंस, HPCL और MRPL ने अस्थायी रूप से रूस से तेल की खरीद कम कर दी।

हालांकि, सरकारी कंपनी इंडियन ऑयल (IOC) ने उन सप्लायर्स से तेल की खरीद जारी रखी, जिन पर प्रतिबंध नहीं लगे हैं। रिपोर्ट बताती है कि प्राइवेट रिफाइनरियों ने आयात घटाया, जबकि सरकारी रिफाइनरियों ने नवंबर में रूस से तेल की खरीद 22% बढ़ा दी।

रिफाइनिंग और निर्यात का फायदा

आयात किए गए तेल का एक बड़ा हिस्सा भारत में रिफाइन किया गया और रिफाइंड फ्यूल के रूप में कई देशों, खासतौर पर ऑस्ट्रेलिया को भेजा गया। इस रणनीति से भारत ने न सिर्फ अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा किया, बल्कि वैश्विक बाजार में एक नई आर्थिक भूमिका भी स्थापित की।

बिहार में नए रेलखंड के लिए भूमि सर्वे, लोगों के लिए खुशखबरी

न्यूज डेस्क। बिहार के मुजफ्फरपुर और छपरा के बीच प्रस्तावित नए रेलखंड की वर्षों से अटकी परियोजना में अब नई गति आने की संभावना है। रेलवे प्रशासन ने इस परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए अंतिम भूमि सर्वेक्षण कराने का निर्णय लिया है। रेलवे कंस्ट्रक्शन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने पूर्व मध्य रेलवे (पूमरे) को पत्र भेजकर भूमि सर्वे की प्रक्रिया शुरू करने का अनुरोध किया है।

भूमि अधिग्रहण में अड़चनें

मुजफ्फरपुर के सरैया और सारण जिले के कई प्रखंडों में जमीन अधिग्रहण का काम अभी भी लंबित है। जमीन उपलब्ध न होने के कारण निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। प्रारंभिक स्तर पर पूमरे ने ड्रोन से टोपोग्राफिकल सर्वेक्षण कराया था, जिस पर यातायात और भूमि अधिग्रहण का अध्ययन पूरा किया गया। अब नए सर्वेक्षण के बाद परियोजना का डीपीआर रेलवे बोर्ड को भेजा जाएगा, और इसके आधार पर आगे की निर्माण प्रक्रिया तय होगी।

परियोजना का इतिहास

यह रेलखंड परियोजना 2008 में केंद्र सरकार से मंजूर हुई थी। उस समय अनुमानित लागत 400 करोड़ रुपये थी, जो अब बढ़कर 2600 करोड़ रुपये से अधिक हो गई है। नई लाइन लगभग 84.65 किलोमीटर लंबी होगी और वर्तमान मुजफ्फरपुर-हाजीपुर-सोनपुर-छपरा मार्ग से लगभग 28 किलोमीटर कम दूरी का विकल्प प्रदान करेगी, जिससे यात्रा का समय कम होगा।

निर्माण में रुकावटें

परियोजना में जमीन अधिग्रहण की जटिल प्रक्रिया, मुआवजा विवाद और प्रशासनिक देरी के कारण कार्य बाधित रहा है। इसके अलावा, निर्माण कार्यों के संवेदक (कॉन्ट्रैक्टर) ने भी परियोजना पर काम करने में असमर्थता जताई है। रिपोर्ट के अनुसार योजना पुरानी हो चुकी है और आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध न होने के कारण संवेदक ने अपना टेंडर रद्द करने के लिए आवेदन दिया है। रेलवे प्रशासन ने अभी तक संवेदक के आवेदन पर कोई औपचारिक कार्रवाई नहीं की है। परियोजना की प्रगति में यह मुद्दा भी बड़ी बाधा बन रहा है।

भविष्य की संभावना

समीकरण यह है कि भूमि सर्वेक्षण पूरा होने के बाद ही परियोजना की गति बढ़ सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि नए सर्वेक्षण के बाद जमीन अधिग्रहण और निर्माण कार्यों में तेजी आने की संभावना है। इससे मुजफ्फरपुर-छपरा रेलखंड के वर्षों से चले आ रहे इंतजार को एक नई दिशा मिल सकती है।

यूपी के स्कूलों में टीचरों के लिए भी ड्रेस कोड लागू

न्यूज डेस्क। यूपी के सीतापुर जिले के परिषदीय स्कूलों में अब शिक्षकों के लिए औपचारिक पोशाक पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। पिसवां ब्लॉक में कार्यरत शिक्षक अब स्कूल में जींस या टी-शर्ट पहनकर नहीं आ सकेंगे। उनका निर्देश है कि पुरुष शिक्षक शर्ट-पैंट और महिला शिक्षक साड़ी या अन्य फॉर्मल पोशाक में ही शिक्षण कार्य करें।

निर्देश जारी

यह आदेश शुक्रवार को खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) पिसवां, अवनीश कुमार द्वारा जारी किया गया। आदेश डीएम डॉ. राजागणपति आर. के निरीक्षण के बाद आया। गुरुवार को डीएम ने परसेंडी ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय बेदौरा का दौरा किया, जहां कई खामियां सामने आईं। निरीक्षण के दौरान शिक्षक की पोशाक पर भी ध्यान दिया गया और पाया गया कि यह स्कूल के माहौल के अनुरूप नहीं थी।

शिक्षकों के लिए नियम

जींस, टी-शर्ट और अन्य कैजुअल कपड़े पहनना प्रतिबंधित रहेगा।

पुरुष शिक्षकों को शर्ट-पैंट, महिला शिक्षकों को साड़ी या औपचारिक पोशाक पहनना अनिवार्य।

आदेश का उद्देश्य शिक्षा व्यवस्था में अनुशासन और पेशेवर माहौल को बढ़ावा देना है।

शिक्षकों की है भूमिका

डीएम का मानना है कि शिक्षक न केवल पढ़ाने वाले होते हैं, बल्कि बच्चों के लिए आदर्श भी होते हैं। उनकी वेशभूषा का प्रभाव बच्चों पर पड़ता है। फॉर्मल ड्रेस से शिक्षक की गंभीरता, पेशेवर छवि और अनुशासन बेहतर दिखाई देगा।

आदेश का पालन और निगरानी

प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि नियमों का सख्ती से पालन किया जाएगा। शिक्षक नियमों के अनुसार ही स्कूल आएं और किसी भी प्रकार की छूट नहीं दी जाएगी। इससे स्कूल में पेशेवर माहौल कायम रहेगा और बच्चों के लिए शिक्षक का आदर्श स्वरूप मजबूत होगा।

केंद्र सरकार का बड़ा फैसला: करोड़ों श्रमिकों को बड़ी राहत

नई दिल्ली। ग्रामीण भारत के करोड़ों श्रमिकों के लिए केंद्र सरकार की ओर से एक महत्वपूर्ण निर्णय सामने आया है। केंद्रीय कैबिनेट ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में बड़े बदलाव को मंजूरी दे दी है। अब इस योजना का नया नाम ‘पूज्य बापू ग्रामीण रोजगार योजना’ होगा और कार्यदिवस बढ़ाकर 100 से 125 दिन कर दिए जाएंगे। यह फैसला ग्रामीण रोजगार के ढांचे में बड़े सुधार की दिशा में अहम माना जा रहा है।

क्या है नया बदलाव?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कैबिनेट ने दो प्रमुख संशोधनों को स्वीकृति दी—

योजना का नया नाम: पूज्य बापू ग्रामीण रोजगार योजना

कार्यदिवस बढ़ाकर: 100 से 125 दिन प्रति वित्त वर्ष

इससे ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका सुरक्षा मजबूत होगी और अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सकेगा।

मनरेगा की पृष्ठभूमि: 2005 से रोजगार की गारंटी

2005 में लागू की गई इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण परिवारों को न्यूनतम रोजगार उपलब्ध कराना था। शुरुआत में इसे राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (NREGA) कहा गया, बाद में इसका नाम महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA) रखा गया। यह कानून ग्रामीण परिवारों को कम से कम 100 दिन का वैधानिक रोजगार सुनिश्चित करता है।

क्यों जरूरी था मनरेगा का पुनर्गठन?

लगभग 20 साल बाद योजना के कई पहलू अब बदलते ग्रामीण ढांचे के अनुरूप नहीं रह गए थे। योजना पर बढ़ते बोझ, भुगतान में देरी, भ्रष्टाचार, तकनीकी समस्याएं और असंगत कार्यों ने इसकी प्रभावशीलता पर सवाल खड़े किए थे। इसलिए सरकार अब मनरेगा को नए स्वरूप में अधिक पारदर्शी, परिणामकारी और ग्राम-स्तर की वास्तविक जरूरतों के अनुरूप बनाने की दिशा में काम कर रही है

8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए 8 बड़ी खुशखबरी?

नई दिल्ली। केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों के बीच इन दिनों सबसे अधिक चर्चा 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) को लेकर हो रही है।  सरकार की तरफ से अब कई बिंदुओं को स्पष्ट कर दिया गया है। यहाँ हम आपको 8वें वेतन आयोग से जुड़े कुछ सबसे महत्वपूर्ण अपडेट बता रहे हैं, जो हर कर्मचारी और पेंशनर के लिए बेहद जरूरी हैं।

1. 8वें वेतन आयोग को सरकार की मंजूरी

सरकार ने 8वें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी दे दी है। आयोग अब अपनी रिपोर्ट तैयार करेगा, जिसमें लगभग 18 महीने का समय लग सकता है।

2. जनवरी 2026 से तुरंत नहीं बढ़ेगी सैलरी

भले ही वेतन संशोधन की प्रभावी तिथि 1 जनवरी 2026 मानी जा सकती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि उसी महीने कर्मचारियों के खाते में बढ़ी हुई सैलरी आ जाएगी। आयोग की रिपोर्ट आने के बाद ही बदलाव लागू होंगे।

3. DA और HRA बंद होने की अफवाह गलत

सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा था कि 8वें वेतन आयोग में DA और HRA खत्म कर दिए जाएंगे। सरकार ने स्पष्ट किया है की DA और HRA पहले की तरह जारी रहेंगे।

4. DA को बेसिक में जोड़ने का कोई प्रस्ताव नहीं

कई लोग कह रहे थे कि महंगाई भत्ता बेसिक पे में मर्ज कर दिया जाएगा। लेकिन सरकार ने साफ कर दिया है अभी ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है।

5. DA और DR हर 6 महीने में रिवाइज होते रहेंगे

महंगाई भत्ता (DA) और महंगाई राहत (DR) की गणना AICPI-IW इंडेक्स के आधार पर होती है। 8वें वेतन आयोग के बाद भी यह प्रक्रिया जारी रह सकती हैं।

6. 1.15 करोड़ लोगों को फायदा

वेतन आयोग का लाभ देशभर के करीब 50 लाख केंद्रीय कर्मचारी और 65 लाख पेंशनर को मिलेगा। इनके सैलरी और पेंशन दोनों में बढ़ोतरी होगी।

7.  सैलरी और पेंशन में 30–34% तक बढ़ोतरी की उम्मीद

सरकार ने आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया है, लेकिन पिछले आयोगों के ट्रेंड के आधार पर माना जा रहा है कि सैलरी और पेंशन में 30% से 34% तक बढ़ोतरी संभव है।

8 . DR को पेंशन में मर्ज करने की बात भी अफवाह

पेंशनर यूनियन की यह चिंता थी कि DR को पेंशन में जोड़ दिया जाएगा। सरकार ने संसद में स्पष्ट कर दिया है DR मर्ज करने का कोई प्लान नहीं है।

यूपी में BCA–BBA छात्रों को राहत: सरकार ने दी खुशखबरी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्रों के लिए अच्छी खबर है। प्राविधिक शिक्षा विभाग ने निजी क्षेत्र के डिग्री-स्तर के इंजीनियरिंग और प्रोफेशनल संस्थानों में चल रहे बीबीए (BBA) और बीसीए (BCA) कोर्सों की वार्षिक मानक फीस तय कर दी है। शैक्षणिक सत्र 2025–26 के लिए यह फीस 54,100 रुपये प्रति वर्ष निर्धारित की गई है।

फीस नियमन में बड़ा निर्णय

विभाग द्वारा जारी आदेश में बताया गया कि निजी व्यावसायिक शैक्षणिक संस्थाओं में प्रवेश और फीस विनियमन से जुड़े प्रावधानों के तहत यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। पहले से गठित प्रवेश एवं फीस नियमन समिति की बैठक 29 अगस्त 2025 को हुई थी, जिसमें बीबीए और बीसीए कोर्सों की फीस पर चर्चा की गई थी। अब शासन ने इस प्रस्ताव को स्वीकृति देते हुए अंतिम रूप दे दिया है।

कानूनी प्रावधानों के तहत फीस निर्धारण

फीस तय करने की प्रक्रिया निम्न अधिनियमों और नियमावलियों के अंतर्गत पूरी की गई। उत्तर प्रदेश निजी व्यावसायिक शैक्षणिक संस्था अधिनियम-2006, गठन नियमावली-2008, विनियमावली-2015, इन प्रावधानों के तहत सरकार को निजी कॉलेजों की फीस संरचना की समीक्षा करने और आवश्यकतानुसार मानक निर्धारण का अधिकार प्राप्त है।

निजी संस्थानों की मनमानी पर रोक

अभी तक कई निजी कॉलेज 45,000 से 70,000 रुपये प्रति वर्ष तक फीस वसूल रहे थे। इसके कारण छात्रों और अभिभावकों पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा था। संयुक्त सचिव प्रभाकर चंद्र मिश्र के अनुसार, अब निर्धारित की गई मानक फीस केवल सत्र 2025-26 के लिए लागू होगी। इस कदम से निजी संस्थानों द्वारा मनमाने शुल्क लेने पर प्रभावी नियंत्रण लगेगा और पारदर्शिता बढ़ेगी।

छात्रों और अभिभावकों को राहत

कई छात्रों ने इसे सराहनीय कदम बताया है। निश्चित फीस के कारण शिक्षा की लागत कम होगी, सभी संस्थानों में एकरूपता आएगी, प्रवेश प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी, अभिभावकों पर अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे BBA और BCA जैसे लोकप्रिय कोर्सों में दाखिला लेने वाले छात्रों को बड़ी सहूलियत मिलेगी।

अमला योग का शुभ संयोग: 5 राशियों की चमकेगी किस्मत, मिलेगा धन–सौभाग्य

राशिफल। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब सूर्य से 10वें भाव में स्थित ग्रह विशेष योग बनाते हैं, तब अमला योग का निर्माण होता है। यह योग अत्यंत शुभ माना जाता है और जीवन में स्थिरता, सम्मान, धन, पद एवं सौभाग्य बढ़ाने वाला माना जाता है। इस बार बन रहा अमला योग पांच राशियों के लिए विशेष रूप से लाभदायक है। ज्योतिषियों का मानना है कि इस शुभ संयोग का प्रभाव आने वाले दिनों में इन जातकों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति को मजबूत करेगा।

मेष राशि

मेष राशि वालों के लिए अमला योग बेहद शुभ साबित होगा। लंबे समय से अटके कार्य पूरे होने की संभावना है। नौकरी में तरक्की या नया अवसर मिल सकता है। व्यापारियों को बड़े मुनाफे के योग बन रहे हैं। परिवार में भी सम्मान बढ़ेगा।

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों को अचानक धन प्राप्ति के संकेत हैं। निवेश से लाभ मिलने की संभावना है। किसी पुराने मामले का समाधान होगा। परिवार में खुशी का वातावरण बनेगा और किसी रिश्तेदार से शुभ समाचार मिल सकता है।

सिंह राशि

अमला योग सिंह राशि वालों के लिए सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ाने वाला है। सामाजिक स्तर पर आपकी पहचान मजबूत होगी। जो लोग सरकारी सेवाओं या जिम्मेदार पदों से जुड़े हैं उन्हें विशेष लाभ मिल सकता है। पुराने प्रयास रंग ला सकते हैं।

धनु राशि

धनु राशि के लिए यह समय भाग्यवृद्धि का है। अध्ययन, नौकरी तथा व्यापार सभी क्षेत्रों में नई संभावनाएँ बनेंगी। विदेश से जुड़े कार्यों में भी सफलता के आसार हैं। मनोबल बढ़ेगा और महत्वपूर्ण निर्णय आपके पक्ष में जाएंगे।

मीन राशि

मीन राशि वालों के लिए अमला योग आर्थिक प्रगति का संकेत दे रहा है। लंबे समय से रुके कार्य पूरे होंगे। घर–परिवार से सहयोग मिलेगा। करियर में किसी वरिष्ठ का साथ लाभदायक साबित होगा। नई योजनाओं में सफलता मिल सकती है।

खुशखबरी का खुला पिटारा! यूपी में आई 2 नई भर्ती

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। राज्य में एक साथ दो महत्वपूर्ण भर्तियों की घोषणा हुई है। उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन (UPMSCL) और उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने लेक्चरर पदों के लिए विज्ञापन जारी किए हैं। दोनों ही भर्तियाँ योग्य युवाओं के लिए बेहतर करियर अवसर प्रदान करती हैं।

1 .UPMSCL में बायो मेडिकल इंजीनियर की भर्ती

उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन ने बायो मेडिकल इंजीनियर के 1 पद पर भर्ती निकाली है। यह नियुक्ति कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर की जाएगी। यह अवसर उन अभ्यर्थियों के लिए खास है जो मेडिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में सरकारी स्तर पर अनुभव हासिल करना चाहते हैं।

आवेदन प्रारंभ: 11 दिसंबर 2025

अंतिम तिथि: 10 जनवरी 2026 (शाम 5 बजे तक)

आवेदन प्रक्रिया: ऑफलाइन

आधिकारिक वेबसाइट: upmsc.in

योग्यता: फुल टाइम B.E./B.Tech (Bio-Medical Engineering)

आयु सीमा: अधिकतम 45 वर्ष (01.01.2026 तक)

वेतन: ₹47,600 – ₹50,000 प्रतिमाह + 3% वार्षिक वृद्धि

UPPSC में 513 लेक्चरर पदों पर भर्ती

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने विभिन्न विषयों में 513 लेक्चरर पदों के लिए विज्ञापन जारी किया है। यह भर्ती तकनीकी शिक्षा क्षेत्र में बड़ी मानी जा रही है। यह भर्ती इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर तथा विज्ञान विषयों से जुड़े अभ्यर्थियों के लिए शानदार अवसर लेकर आई है।

आवेदन प्रारंभ: 2 दिसंबर 2025

अंतिम तिथि: 2 जनवरी 2026

आवेदन मोड: ऑनलाइन (OTR आधारित)

आधिकारिक वेबसाइट: uppsc.up.nic.in

योग्यता: B.E./B.Tech/B.S. या संबंधित विषय में प्रथम श्रेणी की मास्टर डिग्री

आयु सीमा: 21 से 40 वर्ष (01.07.2025 तक, नियमानुसार आयु में छूट उपलब्ध)

युवाओं के लिए बड़ा अवसर

दोनों ही भर्तियाँ उत्तर प्रदेश के उन अभ्यर्थियों के लिए महत्वपूर्ण हैं जो तकनीकी और शिक्षण क्षेत्र में नौकरी की तलाश कर रहे हैं। जहां UPMSCL में सीमित सीट होने के कारण प्रतियोगिता कड़ी होगी, वहीं UPPSC की भर्ती में विभिन्न विषयों एवं पदों की अधिक संख्या युवाओं के लिए बड़ी राहत है।

खुशखबरी पर खुशखबरी! बिहार में चल रही 4 बड़ी भर्ती

पटना। बिहार के युवाओं के लिए खुशखबरी पर खुशखबरी है। राज्य में इस समय चार बड़ी सरकारी भर्तियाँ चल रही हैं, जिनमें हजारों उम्मीदवारों के लिए नौकरी का शानदार अवसर खुला है। बिहार कर्मचारी चयन आयोग (BSSC), बिहार विधान परिषद और बिहार तकनीकी सेवा आयोग (BTSC) ने विभिन्न पदों के लिए आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी कर दिए हैं। योग्य उम्मीदवार निर्धारित तिथियों के अंदर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

1 .BSSC ने निकाली 379 स्पोर्ट्स ट्रेनर की भर्ती

बिहार कर्मचारी चयन आयोग (BSSC) ने 379 Sports Trainer पदों पर भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की है। युवा वर्ग के लिए यह खेल विभाग में करियर बनाने का सुनहरा मौका माना जा रहा है।

योग्यता: कोई भी स्नातक / डिप्लोमा धारक

ऑनलाइन आवेदन प्रारंभ: 24 नवंबर 2025

अंतिम तिथि: 14 दिसंबर 2025

आवेदन वेबसाइट: bssc.bihar.gov.in

2 .बिहार विधान परिषद भर्ती 2025: DEO, स्टेनोग्राफर सहित 64 पद

बिहार विधान परिषद ने DEO, स्टेनोग्राफर और अन्य पदों के लिए 64 रिक्तियों की घोषणा की है। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि आवेदन करने से पहले आधिकारिक नोटिफिकेशन में दी गई योग्यता, आयु सीमा एवं चयन प्रक्रिया को ध्यानपूर्वक पढ़ें।

आवेदन शुरू: 28 नवंबर 2025

अंतिम तिथि: 19 दिसंबर 2025

3 .BTSC वर्क इंस्पेक्टर भर्ती 2025 – 1114 पद

बिहार तकनीकी सेवा आयोग (BTSC) ने वर्क इंस्पेक्टर के 1114 पदों पर भर्ती निकाल दी है। यह भर्ती तकनीकी योग्यता रखने वाले अभ्यर्थियों के लिए एक बड़े अवसर के रूप में देखी जा रही है।

ऑनलाइन आवेदन तिथि: 5 दिसंबर 2025 से 5 जनवरी 2026

वेबसाइट: btsc.bihar.gov.in

4 .BTSC हॉस्टल मैनेजर भर्ती 2025 – 91 पद

BTSC ने Hostel Manager के 91 पदों पर भी भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है।

आवेदन की अंतिम तिथि: 5 जनवरी 2026

वेबसाइट: btsc.bihar.gov.in

युवाओं के लिए सुनहरा समय

बिहार में एक साथ चार बड़ी सरकारी भर्तियाँ निकलने से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं में उत्साह है। विशेषज्ञों का कहना है कि लंबे समय बाद इतने बड़े पैमाने पर रिक्तियों की घोषणा हुई है, जो नौकरी की तलाश कर रहे उम्मीदवारों के लिए शुभ संकेत है।

यूपी में आवास योजना के लिए आवेदन शुरू, लोगों को खुशखबरी!

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आवास की प्रतीक्षा कर रहे लोगों के लिए खुशखबरी है। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत लखनऊ सहित चार शहरों इटावा, मुरादाबाद और बहराइच में नए आवास आवंटन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। सीमित आय वाले परिवारों को किफायती दर पर घर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह योजना एक बार फिर बड़ी संख्या में आवास उपलब्ध करा रही है।

लखनऊ में 162 आवास खाली, इन क्षेत्रों में मिलेंगे घर

राजधानी लखनऊ में उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद ने तीन स्थलों पर कुल 162 आवास उपलब्ध कराए हैं, जिनमें शामिल हैं। कनकहा, मोहनलालगंज: 12 आवास, अनौराकला: 68 आवास, जाहिरपुर: 82 आवास। इन्हें आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के परिवारों के लिए निर्धारित किया गया है।

अन्य शहरों में भी मिल रहा अवसर

लखनऊ के अलावा तीन अन्य जिलों में भी बड़ी संख्या में आवास उपलब्ध हैं। इटावा: 28 आवास, मुरादाबाद: 127 आवास, बहराइच: 53 आवास। इन सभी आवासों के लिए पंजीकरण पूरी तरह ऑनलाइन स्वीकार किए जा रहे हैं। इससे आवेदकों को प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने में मदद मिलेगी।

कौन कर सकता है आवेदन?

योजना के तहत केवल वे लोग आवेदन कर सकते हैं जिनकी वार्षिक आय तीन लाख रुपये तक है। पात्रता मानदंड साफ तौर पर निम्न व मध्यम आय वर्ग के परिवारों को ध्यान में रखकर तय किए गए हैं।

लॉटरी से होगा चयन

उप आवास आयुक्त चंदन कुमार पटेल के अनुसार, आवास का आवंटन लॉटरी प्रणाली के माध्यम से किया जाएगा। चयनित आवेदकों को लगभग 3.5 लाख रुपये का भुगतान करना होगा। अधिकारियों का कहना है कि कई बार आवंटित व्यक्तियों द्वारा समय पर धन न जमा करने के कारण उनके आवेदन निरस्त हो जाते हैं, इसलिए आवेदकों को भुगतान की अंतिम तिथि का पालन ज़रूर करना चाहिए।

अंतिम तिथि 30 दिसंबर

इस आवास योजना के लिए पंजीकरण की अंतिम तिथि 30 दिसंबर निर्धारित की गई है। आवेदन करने के इच्छुक लोग समय रहते ऑनलाइन फॉर्म भरकर इस अवसर का लाभ उठा सकते हैं।

केंद्र सरकार का बड़ा फैसला: नागरिकों के लिए बल्ले-बल्ले!

नई दिल्ली। देशभर में वर्षों से अलग–अलग संस्थानों में फंसा पड़ा लोगों का पैसा अब तेजी से उनके असली मालिकों तक पहुंच रहा है। केंद्र सरकार ने ‘योर मनी, योर राइट’ अभियान के तहत अनक्लेम्ड फंड को वापस दिलाने के लिए एक बड़ी मुहिम शुरू की है, जो अब बेहद सफल साबित हो रही है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर बताया कि अब तक 2,000 करोड़ रुपये से अधिक राशि नागरिकों को वापस मिल चुकी है।

भूली हुई संपत्ति पाने का मौका

पीएम मोदी ने कहा कि यह अभियान हर नागरिक के उस अधिकार को मजबूत करता है जिसके तहत वह अपनी भूली–बिसरी जमा पूंजी को वापस पा सकता है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे इस अभियान का हिस्सा बनें और अपने परिवार की अनक्लेम्ड राशि की जानकारी अवश्य जांचें।

अनक्लेम्ड राशि जानने के लिए चार बड़े पोर्टल

सरकार ने विभिन्न प्रकार की अनक्लेम्ड रकम की जानकारी एक ही जगह उपलब्ध कराने के लिए कई डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार किए हैं, जिनसे नागरिक आसानी से पता लगा सकते हैं कि उनका पैसा कहां अटका है।

UDGAM (RBI): बैंकों में पड़े अनक्लेम्ड खातों और रकम की जानकारी

Insurance Bima Bharosa (IRDAI): बीमा पॉलिसियों में छूटे हुए दावे

MITRA (SEBI): म्यूचुअल फंड में अनक्लेम्ड राशि

IEPFA (कॉर्पोरेट मंत्रालय): डिविडेंड, शेयर और अन्य निवेश से जुड़ी अनक्लेम्ड रकम

इन पोर्टलों पर नाम या अन्य विवरण दर्ज कर लोग पता लगा सकते हैं कि उनके नाम कितनी राशि लंबित है और उसे कैसे क्लेम किया जा सकता है।

अनक्लेम्ड राशि का चिंताजनक आंकड़ा

देश में अनक्लेम्ड रकम की स्थिति कई बार चिंता का विषय बन चुकी है। भारतीय बैंकों में 78,000 करोड़ रुपये से भी अधिक धन वर्षों से अनक्लेम्ड पड़ा है। बीमा कंपनियों के पास करीब 14,000 करोड़ रुपये ऐसी राशि है, जिसे पॉलिसीधारकों ने कभी दावा नहीं किया। यही कारण है कि सरकार ने इस अभियान को मिशन मोड में चलाने का फैसला लिया।

477 जिलों में लगे सुविधा शिविर

‘योर मनी, योर राइट’ अभियान को व्यापक स्तर पर पहुंचाने के लिए सरकार ने देशभर के 477 जिलों में सुविधा शिविर लगाए हैं। ये शिविर केवल शहरों में ही नहीं, बल्कि ग्रामीण और दूर-दराज के क्षेत्रों में भी आयोजित किए गए, ताकि वे लोग भी जानकारी पा सकें जिन्हें डिजिटल प्लेटफॉर्म इस्तेमाल करने में कठिनाई होती है। इन शिविरों में अधिकारियों द्वारा नागरिकों को पोर्टलों का उपयोग कराने, खोए हुए दस्तावेज़ों की जानकारी जुटाने और क्लेम प्रक्रिया को आसान बनाने में मदद की जा रही है।

जनता से अपील

प्रधानमंत्री ने लोगों से कहा कि वे अपने परिवार, रिश्तेदारों और परिचितों को भी जागरूक करें, ताकि कोई भी व्यक्ति अपनी मेहनत की कमाई से वंचित न रह जाए। कई बार खातों के निष्क्रिय होने, पॉलिसी दस्तावेज़ खोने या निवेश की जानकारी भूल जाने के कारण यह रकम फंसी रहती है।

शुक्र गोचर धनु राशि में: इन 5 राशियों को मिलेगा तिगुना लाभ

राशिफल। 20 दिसंबर को शुक्र का गोचर धनु राशि में होने जा रहा है। इस दिन सूर्य और मंगल के साथ शुक्र की युति बनने से साल का अंतिम त्रिग्रह योग धनु राशि में बन जाएगा। यह योग विशेष रूप से धन, वैवाहिक सुख और करियर में उन्नति लाने वाला है। जिन राशियों पर इसका असर सबसे अधिक होगा, उनके जीवन में खुशियों और सफलता की बौछार होगी। आइए जानते हैं उन 5 राशियों के बारे में।

1. मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए यह गोचर बेहद लाभकारी रहेगा। कार्यक्षेत्र में नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं, जिससे आमदनी बढ़ेगी। निवेश में सफलता के योग हैं। लव लाइफ रोमांटिक बनेगी, पति-पत्नी के बीच सामंजस्य बढ़ेगा। सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी, स्वास्थ्य में सुधार आएगा।

2. मिथुन राशि

मिथुन राशि के लोगों के लिए शुक्र गोचर शुभ परिणाम लाएगा। नौकरी या व्यवसाय में उन्नति के अवसर मिलेंगे। पुराने विवाद हल होंगे। निवेश और पार्टनरशिप से लाभ मिलने के संकेत हैं। परिवार और दोस्तों के साथ संबंध बेहतर होंगे। रोमांटिक लाइफ में भी मिठास आएगी।

3. सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए यह समय विशेष रूप से फलदायी रहेगा। अचानक लाभ या बोनस की संभावना है। संपत्ति संबंधित मामलों में सफलता मिलेगी। जीवन में आराम और विलासिता बढ़ेगी। प्रेम और पारिवारिक जीवन में सामंजस्य बढ़ेगा।

4. तुला राशि

तुला राशि वाले जातकों के लिए यह गोचर खुशियों का संकेत है। नौकरी या व्यवसाय में महत्वपूर्ण सफलता मिलेगी। नई योजनाओं में सफलता संभव है। लव लाइफ में रोमांटिक समय, वैवाहिक जीवन में मधुरता। घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी, स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा।

5. धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए यह गोचर स्वयं उनके लिए विशेष प्रभाव लाएगा। पुराने प्रयासों का लाभ मिलेगा, नई ऊंचाइयां हासिल होंगी। धन लाभ के अवसर, निवेश में लाभ। रोमांटिक रिश्ते मजबूत होंगे, पारिवारिक संबंधों में संतुलन आएगा।

8वीं पास युवाओं को खुशखबरी! यूपी में आई बड़ी भर्ती

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए खुशखबरी है। राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) 250 संविदा बस चालकों की भर्ती के लिए खास कैंप आयोजित करने जा रहा है। खास बात यह है कि ये भर्ती कैंप सिर्फ शहरों में नहीं, बल्कि ग्रामीण इलाकों में ही लगाए जा रहे हैं ताकि गांवों के युवाओं को अपने घर के पास ही नौकरी का अवसर मिल सके।

भर्ती प्रक्रिया

भर्ती मेले की शुरुआत 20 दिसंबर से होगी। इस मेले में उम्मीदवार एक ही दिन में आवेदन, दस्तावेज़ सत्यापन और ड्राइविंग टेस्ट दे सकेंगे। चयन प्रक्रिया पूरी होने के बाद सफल उम्मीदवारों को सीधे कानपुर ट्रेनिंग सेंटर भेजा जाएगा। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद ही उन्हें अपॉइंटमेंट लेटर दिया जाएगा।

योग्यता और आवश्यकताएँ

इस भर्ती के लिए शैक्षणिक योग्यता केवल 8वीं पास है। आयु सीमा न्यूनतम 23 साल 6 महीने और अधिकतम 58 साल निर्धारित की गई है। उम्मीदवार के पास कम से कम दो साल पुराना भारी वाहन ड्राइविंग लाइसेंस होना जरूरी है। आवेदन के समय उम्मीदवारों को अपने साथ आधार कार्ड, जाति प्रमाणपत्र (छह महीने से नया), पासपोर्ट साइज फोटो और सभी आवश्यक प्रमाणपत्रों की मूल और कॉपी लानी होगी।

भर्ती कैंप की तारीख और स्थान

20 दिसंबर: जारी बस स्टेशन, जारी

21 दिसंबर: बद्री प्रसाद तिवारी इंटर कॉलेज (मेज़ा रोड), बस स्टेशन सराय अकिल और कुंडा बस स्टेशन, कुंडा

22 दिसंबर: मंझनपुर डिपो कार्यशाला, झूंसी कार्यशाला (प्रयागराज), लालगंज बस स्टेशन

23 दिसंबर: फूलपुर ब्लॉक के पास (फूलपुर), बस स्टेशन पट्टी (प्रतापगढ़)

24 दिसंबर: बादशाहपुर डिपो कार्यशाला, प्रतापगढ़, मड़िहान बस स्टेशन (मिर्जापुर)

26 दिसंबर: मीरजापुर डिपो कार्यशाला

सभी कैंप सुबह 10 बजे से शुरू होंगे और उम्मीदवारों के आने तक जारी रहेंगे। अधिकारियों ने बताया कि चयन “पहले आओ-पहले पाओ” के आधार पर किया जाएगा, इसलिए समय से पहुंचना बेहद जरूरी है।

रिश्वत और सिफारिश पर रोक

UPSRTC के अधिकारियों ने साफ किया है कि भर्ती में कोई दलाल शामिल नहीं होगा। उम्मीदवारों को खुद जाकर आवेदन करना और ड्राइविंग टेस्ट देना होगा। किसी भी प्रकार की रिश्वत या सिफारिश स्वीकार नहीं की जाएगी। इस भर्ती का मौका बस चलाने के शौक रखने वाले युवाओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। समय पर पहुंचकर सही दस्तावेज़ों के साथ आवेदन करने वाले उम्मीदवार सीधे ट्रेनिंग और नौकरी की प्रक्रिया में शामिल हो सकेंगे।

बिहार के 7 जिलों को जोड़ेगा एक्सप्रेस-वे, लोगों को बड़ी खुशखबरी!

पटना। बिहार में इन्फ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक रूप देने की दिशा में एक बड़ी पहल की जा रही है। राज्य का पहला हाई-स्पीड रोड नेटवर्क आमस-दरभंगा एक्सप्रेस-वे (NH-119D) तेजी से आकार ले रहा है। भारतमाला परियोजना के तहत बन रहा यह छह लेन का एक्सेस-कंट्रोल्ड नेशनल हाईवे बिहार के उत्तर और दक्षिण हिस्सों को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण मार्ग साबित होने वाला है।

189 किमी लंबा आधुनिक हाईवे

यह एक्सप्रेस-वे गयाजी जिले के आमस से शुरू होकर दरभंगा तक बनेगा, जिसकी कुल लंबाई लगभग 189 किलोमीटर होगी। एनएचएआई के अनुसार, पटना से गया के हिस्से में लगभग 40% निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है। लक्ष्य है कि मार्च 2026 तक पूरा प्रोजेक्ट तैयार हो जाए।

करीब 5,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से यह परियोजना चार पैकेजों में बांटकर तैयार की जा रही है। निर्माण के बाद यह हाइवे न सिर्फ यातायात को सुगम बनाएगा, बल्कि आसपास के इलाकों में व्यापार, रोजगार और पर्यटन को भी नई दिशा देगा।

किन जिलों को मिलेगा लाभ?

यह एक्सप्रेस-वे कुल 7 प्रमुख जिलों को आपस में जोड़ेगा। जिसमे शामिल हैं औरंगाबाद, गयाजी, जहानाबाद, पटना, वैशाली, समस्तीपुर, दरभंगा। इन जिलों के बीच यात्रा पहले की तुलना में काफी आसान और तेज हो जाएगी।

पर्यटन को मिलेगी नई दिशा

यह एक्सप्रेस-वे बोधगया महाबोधि मंदिर और गया एयरपोर्ट को भी हाइवे नेटवर्क से जोड़ेगा। इससे धार्मिक पर्यटन को गति मिलेगी और पर्यटकों के लिए यहां पहुंचना आसान होगा। यह तीन एयरपोर्ट्स को कनेक्टिविटी देगा। जिसमे गया एयरपोर्ट, पटना एयरपोर्ट और दरभंगा एयरपोर्ट को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।

समय और दूरी दोनों कम होंगे

गयाजी से दरभंगा की कुल दूरी अभी लगभग 210 किलोमीटर मानी जाती है। नए एक्सप्रेस-वे के बाद यह सफर 2 से 2.5 घंटे में पूरा किया जा सकेगा, जिससे पटना-दरभंगा और गया-दरभंगा यात्राओं में भी समय की बड़ी बचत होगी।

खुशखबरी की सौगात! यूपी में चल रही 3 सरकारी भर्ती

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए बड़ी खबर है। राज्य में तीन बड़ी सरकारी भर्ती जारी की गई हैं, जिनमें अलग-अलग पदों पर आवेदन की प्रक्रिया चल रही है। योग्य और इच्छुक उम्मीदवार नीचे दी गई जानकारी के अनुसार आवेदन कर सकते हैं।

1. UPPSC: 12 पदों के लिए आवेदन

उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (UPPSC) ने 12 पदों के लिए भर्ती निकाली है। इन पदों में Deputy Secretary, Assistant Archaeological Officer और अन्य शामिल हैं।

योग्यता: B.Tech/B.E, Diploma, M.A, M.Sc, M.E/M.Tech, MCA धारक उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं।

आवेदन तिथि: 21 नवंबर, 2025 से 22 दिसंबर, 2025 तक।

आवेदन प्रक्रिया: उम्मीदवार UPPSC की आधिकारिक वेबसाइट uppsc.up.nic.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

2. यूपी पुलिस भर्ती: 44 पदों के लिए आवेदन

उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPRPB) ने Radio Cadre Assistant Operator के 44 पदों के लिए भर्ती निकाली है।

योग्यता: संबंधित योग्यता रखने वाले उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं।

आवेदन तिथि: 3 दिसंबर, 2025 से 2 जनवरी, 2026 तक।

आवेदन प्रक्रिया: इच्छुक और योग्य उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पोर्टल upprpb.in पर जाकर ऑनलाइन के द्वारा आवेदन कर सकते हैं।

3. UPPSC: 513 पदों के लिए Lecturer भर्ती

UPPSC ने 513 पदों पर लेक्चरर भर्ती की घोषणा की है। अगर आप नौकरी करना चाहते हैं तो आप नोटिश को पढ़ें और फटाफट आवेदन को पूरा करें।

योग्यता: B.Arch, B.Tech/B.E, M.Sc, B.S डिग्री धारक उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं।

आवेदन तिथि: 2 दिसंबर, 2025 से 2 जनवरी, 2026 तक।

आवेदन प्रक्रिया: उम्मीदवार UPPSC वेबसाइट uppsc.up.nic.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

100 साल बाद समसप्तक योग, 5 राशियों पर खास असर

राशिफल।ज्योतिष विशेषज्ञों के अनुसार इस नए साल में एक दुर्लभ और शक्तिशाली योग बनने जा रहा है। 20 दिसंबर से 12 जनवरी के बीच समसप्तक राजयोग सक्रिय रहेगा। इस बार यह योग करीब 100 साल बाद बन रहा है। भौतिक सुख-सुविधाओं के स्वामी शुक्र ग्रह धनु राशि में गोचर करेंगे, वहीं गुरु ग्रह मिथुन राशि में अतिचारी अवस्था में विराजमान हैं। गुरु और शुक्र का सातवें भाव में एक-दूसरे से संबंध बनना ही इस दुर्लभ योग का कारण है।

विशेषज्ञों का मानना है कि इस योग का सबसे अधिक लाभ मेष, सिंह, तुला, वृश्चिक और मीन राशि के जातकों को मिलेगा। यह समय उनके जीवन के हर क्षेत्र बिजनेस, करियर, शिक्षा, स्वास्थ्य और व्यक्तिगत संबंधों में सकारात्मक बदलाव लाने वाला रहेगा।

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए यह योग न सिर्फ आत्मविश्वास बढ़ाने वाला है, बल्कि नए अवसरों के दरवाजे भी खोलेगा। नए विचार और साहसिक निर्णय लेने की क्षमता बढ़ेगी। इस दौरान आप दीर्घकालिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए कदम उठा सकते हैं। मकान या फ्लैट खरीदने की योजना भी इस अवधि में सफल हो सकती है। परिवारिक तनाव कम होगा और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को भी शुभ अवसर मिलेंगे।

सिंह राशि

सिंह राशि वालों के लिए समसप्तक योग जीवन के हर क्षेत्र में मददगार साबित होगा। इस योग से निर्णय लेने की क्षमता बढ़ेगी और बच्चों से जुड़ी गतिविधियों में सक्रियता बढ़ेगी। व्यापार और करियर में तरक्की के योग बन रहे हैं। धन प्राप्ति के नए मार्ग खुलेंगे और आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। साथ ही, जीवनसाथी के साथ संपत्ति या निवेश से जुड़े निर्णय भी सफल रहेंगे।

तुला राशि

तुला राशि के जातक इस समय अपने सुख-सुविधाओं का आनंद ले पाएंगे। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा और सामाजिक गतिविधियों में भाग लेने के मौके बढ़ेंगे। खुद का व्यवसाय करने वालों को आर्थिक लाभ मिलेगा और कार्यक्षेत्र में तेजी से प्रगति होगी। वैवाहिक जीवन में सामंजस्य रहेगा और पारिवारिक तनाव दूर होंगे। जीवन के सभी क्षेत्रों में संतुलन और खुशहाली देखने को मिलेगी।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि वालों के लिए यह योग साहस और पराक्रम में वृद्धि लेकर आएगा। अटका हुआ धन प्राप्त होने की संभावना है। निवेश के नए मौके मिलेंगे और करियर में नए अनुभव प्राप्त होंगे। यात्रा या नई परियोजनाओं में हाथ आजमाने के अवसर रहेंगे। परिवार और दोस्तों के साथ संबंध मजबूत होंगे और धार्मिक यात्रा या सामाजिक कार्यक्रम में भाग लेने के अवसर मिलेंगे।

मीन राशि

मीन राशि के जातक भाग्य का साथ महसूस करेंगे। कोर्ट-कचहरी से जुड़ी समस्याओं का समाधान मिल सकता है। नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को सफलता मिलने की संभावना है। संवाद और बातचीत में प्रभाव बढ़ेगा, जो लेखकों, शिक्षकों, मार्केटिंग और व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए लाभकारी रहेगा। आमदनी बढ़ाने और भौतिक प्रगति के लिए यह समय अनुकूल है।

बिहार में वाहन चालकों को 1 बड़ी खुशखबरी, पढ़ें तुरंत!

पटना। बिहार सरकार ने वाहन चालकों को एक बड़ी सुविधा देते हुए ई-चालान से जुड़ी परेशानियों का समाधान आसान कर दिया है। अक्सर ऐसा होता है कि गलती से गलत वाहन नंबर पर चालान कट जाता है या तकनीकी त्रुटि के कारण गलत जानकारी दर्ज हो जाती है। पहले ऐसे मामलों में सुधार के लिए लोगों को कई बार परिवहन कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ते थे, लेकिन अब यह झंझट खत्म हो जाएगा।

अब ऑनलाइन करें गलत ई-चालान की शिकायत

परिवहन विभाग ने ई-चालान संशोधन की पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया है। इसके लिए एनआईसी (नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर) को तकनीकी व्यवस्था तैयार करने का निर्देश दिया गया है। विभाग के अनुसार, अब वाहन चालक अपने मोबाइल या कंप्यूटर से ही गलत ई-चालान से जुड़ी शिकायत दर्ज कर सकेंगे।

शिकायत कहां और कैसे करें?

इसके लिए आधिकारिक पोर्टल echallan.parivahan.gov.in उपलब्ध हैं। यहां उपयोगकर्ता आसानी से लॉगिन कर अपनी समस्या दर्ज कर सकते हैं। शिकायत दर्ज करते समय निम्न दस्तावेज अपलोड करने होंगे। वाहन का रजिस्ट्रेशन प्रमाण, वाहन की तस्वीर (यदि जरूरी हो), गलत ई-चालान की कॉपी, सभी कागजात सीधे पोर्टल पर अपलोड करके आप आवेदन की स्थिति भी घर बैठे देख सकेंगे।

दोनों माध्यमों में उपलब्ध सुविधा

नई व्यवस्था लागू होने के साथ अभी कुछ समय तक ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। इससे उन लोगों को भी सुविधा मिलेगी जो डिजिटल माध्यम का कम उपयोग करते हैं।

वाहन चालकों से अपील

विभाग ने सभी वाहन मालिकों से आग्रह किया है कि वे गलत चालान के मामले में कार्यालयों के चक्कर लगाने के बजाय ऑनलाइन शिकायत सुविधा का उपयोग करें। इससे समय की बचत होगी और प्रक्रिया भी अधिक पारदर्शी बनेगी।

कल से शनि का प्रभाव शुरू: इन 5 राशियों की किस्मत होगी चमकदार

राशिफल। शनि ग्रह की चाल हर व्यक्ति के जीवन पर अलग-अलग प्रभाव डालती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कल से शनि का प्रभाव कई राशियों पर विशेष रूप से शुभ साबित होने वाला है। यह समय आर्थिक, व्यक्तिगत और सामाजिक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है। आइए जानें उन पांच राशियों के बारे में जिनकी किस्मत इस समय चमकने वाली है।

1. मकर राशि

मकर राशि वालों के लिए यह समय सफलता और लाभ का होगा। व्यवसायिक मामलों में तेजी आएगी और नए अवसर मिलेंगे। यदि आप लंबे समय से किसी निवेश या परियोजना पर विचार कर रहे थे, तो अब उसे आगे बढ़ाने का समय है।

2. कुंभ राशि

कुंभ राशि के जातकों के लिए शनि का प्रभाव विशेष रूप से आर्थिक मामलों में लाभदायक रहेगा। पुराने कर्जों का निपटान संभव है और करियर में स्थिरता आएगी। स्वास्थ्य के प्रति थोड़ी सावधानी रखनी होगी, लेकिन भाग्य आपके पक्ष में रहेगा।

3. सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए शनि का प्रभाव निजी और सामाजिक जीवन में सुधार लाएगा। परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी और नौकरी या व्यवसाय में तरक्की के संकेत हैं।

4. कन्या राशि

कन्या राशि के जातक इस समय आर्थिक और व्यावसायिक मोर्चे पर लाभ उठा सकते हैं। पुराने प्रोजेक्ट में सफलता मिलने के साथ-साथ नए अवसर भी सामने आएंगे। शनि का प्रभाव इस राशि के लिए कड़ी मेहनत का फल देने वाला साबित होगा।

5. वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि वालों के लिए यह समय विशेष रूप से भाग्यशाली रहेगा। नए संपर्क और सहयोग से लाभ बढ़ेगा। शिक्षा और नौकरी से जुड़ी योजनाओं में सफलता मिलने की संभावना है।

भारत मौसम विभाग में 134 पदों पर भर्ती, ऐसे करें आवेदन!

नई दिल्ली। अगर आप विज्ञान, तकनीक और शोध के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, तो भारत मौसम विभाग (IMD) ने आपके लिए बेहतरीन अवसर खोल दिया है। साल 2025 में IMD ने कुल 134 पदों पर भर्ती का एलान किया है। इसमें प्रोजेक्ट साइंटिस्ट, साइंटिफिक असिस्टेंट और एडमिन असिस्टेंट जैसे पद शामिल हैं। यह अवसर विशेष रूप से बी.टेक, बी.ई., एम.एससी., एम.ई./एम.टेक धारकों के लिए है।

पदों का विवरण

इस भर्ती में कुल 134 रिक्तियां हैं। इनमें: प्रोजेक्ट साइंटिस्ट I – 64 पद, प्रोजेक्ट साइंटिस्ट II – 29 पद, प्रोजेक्ट साइंटिस्ट III – 13 पद, साइंटिफिक असिस्टेंट – 25 पद, एडमिन असिस्टेंट – 1 पद।

वेतन और लाभ

विभाग में काम करने वालों को आकर्षक वेतन और भत्ते मिलेंगे। प्रोजेक्ट साइंटिस्ट E को 1,23,100 रुपये प्रति माह + HRA मिलेगा। वहीं प्रोजेक्ट साइंटिस्ट III, II और I को क्रमशः 78,000, 67,000 और 56,000 रुपये + HRA मिलेगा। साइंटिफिक असिस्टेंट और एडमिन असिस्टेंट के लिए वेतन 29,200 रुपये + HRA निर्धारित किया गया है।

योग्यता

प्रत्येक पद के लिए अलग योग्यता रखी गई है: एम.एससी./बी.टेक./बी.ई. की डिग्री आवश्यक है। अनुभव या डॉक्टरेट/एम.टेक हो तो वरीयता दी जाएगी। विज्ञान, कंप्यूटर, आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स या टेलीकॉम में स्नातक आदि।

आयु सीमा

उम्मीदवारों की अधिकतम आयु पद के अनुसार 30 से 50 वर्ष के बीच निर्धारित है: प्रोजेक्ट साइंटिस्ट E – 50 वर्ष, प्रोजेक्ट साइंटिस्ट III – 45 वर्ष, प्रोजेक्ट साइंटिस्ट II – 40 वर्ष, प्रोजेक्ट साइंटिस्ट I – 35 वर्ष, साइंटिफिक और एडमिन असिस्टेंट – 30 वर्ष। आरक्षण के नियमों के अनुसार आयु में छूट भी दी जाएगी।

चयन प्रक्रिया

चयन पूरी तरह योग्यता और अनुभव पर आधारित होगा। पहले उम्मीदवारों का स्क्रीनिंग टेस्ट होगा, उसके बाद योग्य अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। अंतिम चयन इंटरव्यू के प्रदर्शन पर आधारित होगा।

बिहार में शिक्षकों को बड़ी खुशखबरी, विभाग ने शुरू की पहल

पटना। बिहार के लाखों शिक्षकों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। लंबे समय से जिस समस्या को लेकर शिक्षक परेशान थे, उस पर आखिरकार शिक्षा विभाग ने सकारात्मक पहल शुरू कर दी है। मोबाइल एप के माध्यम से हाजिरी दर्ज करने में आई तकनीकी दिक्कतों के कारण जिन शिक्षकों का वेतन काट लिया गया था, अब उन सभी को उनका बकाया वेतन मिलने की उम्मीद जग गई है।

विधान परिषद में उठा मुद्दा, मिली तेज़ी

कुछ दिन पहले विधान परिषद के सत्र के दौरान सदस्य मुरारी मोहन झा ने बड़े पैमाने पर वेतन कटौती के इस मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया। उन्होंने बताया कि कई शिक्षक रोजाना समय पर स्कूल पहुंचकर मोबाइल एप पर अपनी उपस्थिति दर्ज करते थे, लेकिन तकनीकी गड़बड़ी के चलते उनकी हाजिरी सिस्टम में सेव नहीं हो पा रही थी। परिणामस्वरूप कई शिक्षकों का पूरा दिन का वेतन काट लिया गया। 

श्री झा ने सरकार से मांग की कि यह कटौती अन्यायपूर्ण है और हकदार शिक्षकों को उनका वेतन वापस मिलना चाहिए। परिषद में उठाए गए इस मुद्दे का असर तुरंत दिखा और शिक्षा विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी।

शिक्षा विभाग ने जारी किए जरूरी निर्देश

शिक्षा विभाग की प्राथमिक शिक्षा निदेशक साहिला ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों (DEO) तथा जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों (DPO-स्थापना) को इस मामले में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। विभाग ने साफ कहा है कि जिन शिक्षकों की हाजिरी मोबाइल एप में तकनीकी कारणों से दर्ज नहीं हो सकी, लेकिन वे उस दिन स्कूल में भौतिक रूप से उपस्थित थे, उनका कटा हुआ वेतन वापस किया जाए।

इसके लिए संबंधित शिक्षकों से आवश्यक साक्ष्य, स्पष्टीकरण या भौतिक उपस्थिति का प्रमाण मांगा जाएगा। सत्यापन पूरा होने के बाद वेतन भुगतान किया जाएगा। विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह व्यवस्था “विशेष परिस्थिति” में ही लागू होगी।

शिक्षकों में खुशी और राहत

इस निर्णय के बाद शिक्षकों में उत्साह और राहत दोनों है। कई शिक्षक लंबे समय से शिकायत कर रहे थे कि ऐप की खराबी के कारण उन्हें अनुचित आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। विभाग द्वारा की गई इस पहल ने न केवल उनकी समस्या को मान्यता दी है, बल्कि समाधान की दिशा में भी ठोस कदम उठाए हैं।

10वीं पास के लिए बंपर भर्ती, सैलरी 56 हजार से ज्यादा!

न्यूज डेस्क। दिल्ली सरकार की नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। दिल्ली सबऑर्डिनेट स्टाफ सेलेक्शन बोर्ड (DSSSB) ने मल्टी टास्किंग स्टाफ (MTS) के 714 पदों पर भर्ती का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इस भर्ती के लिए आवेदन केवल 10वीं पास उम्मीदवार ही कर सकते हैं।

सैलरी और फायदे

DSSSB MTS में सेलेक्ट होने वाले उम्मीदवारों को पे लेवल 1 के तहत सैलरी दी जाएगी। शुरुआत में सैलरी 18,000 रुपये प्रति माह से शुरू होगी और अनुभव बढ़ने पर यह 56,900 रुपये तक जा सकती है। इसके अलावा, दिल्ली सरकार की तरफ से भत्ते, मेडिकल सुविधाएँ और जॉब सिक्योरिटी भी उपलब्ध होंगी।

पात्रता और उम्र सीमा

इस भर्ती के लिए सबसे जरूरी योग्यता 10वीं पास होना है। उम्मीदवार किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से मैट्रिक पास होना चाहिए। न्यूनतम उम्र: 18 वर्ष, अधिकतम उम्र: 27 वर्ष। आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को नियमों के अनुसार उम्र में छूट दी जाएगी।

आवेदन की प्रक्रिया और समयसीमा

इस भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया 17 दिसंबर 2025 से शुरू होगी और अंतिम तारीख 15 जनवरी 2026 तय की गई है। यानी उम्मीदवारों के पास आवेदन करने के लिए करीब एक महीना का समय है। आवेदन सिर्फ ऑनलाइन ही किया जाएगा।

ऑनलाइन आवेदन करने के स्टेप्स इस प्रकार हैं:

ऑफिशियल वेबसाइट dsssb.delhi.gov.in पर जाएँ। होमपेज के Recruitment सेक्शन में जाएँ और MTS Recruitment 2025 लिंक पर क्लिक करें। अगर नया उम्मीदवार हैं तो Registration करें, नहीं तो Login करें। फॉर्म को ध्यान से भरें और जरूरी दस्तावेज़ अपलोड करें। आवेदन शुल्क का भुगतान करें और फॉर्म का प्रिंट आउट निकाल लें।

रूस का एक बड़ा ऑफर, भारत की बड़ी टेंशन दूर!

नई दिल्ली। भारतीय नौसेना के रूसी मूल के युद्धपोतों के संचालन और निर्माण में लंबित समस्याओं को लेकर हाल ही में रूस ने एक महत्वपूर्ण रणनीतिक प्रस्ताव दिया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के दौरान यह ऑफर भारतीय नौसेना की जरूरतों को ध्यान में रखकर पेश किया गया।

भारत में मरीन गैस टर्बाइन इंजन का उत्पादन

रूस ने भारत को एम-90एफआर मरीन गैस टर्बाइन इंजन का लोकल स्तर पर उत्पादन करने का प्रस्ताव दिया है। इस इंजन की तकनीक को पूरी तरह से भारत में ट्रांसफर करने की प्रतिबद्धता रूस ने दिखाई है। यह चौथी पीढ़ी का 20 मेगावाट वर्ग का इंजन है, जिसे रूस की कंपनियों एनपीओ सैटर्न और यूनाइटेड इंजन कॉर्पोरेशन ने विकसित किया है।

यदि यह परियोजना लागू होती है, तो भारत में या तो कोलकाता के गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स में, या मुंबई के नजदीक नए ग्रीनफील्ड कॉम्प्लेक्स में असेंबली और मैन्युफैक्चरिंग सुविधाएँ स्थापित की जा सकती हैं। रूसी अधिकारियों के अनुसार, पांच साल के भीतर 60 प्रतिशत तक स्वदेशीकरण का लक्ष्य रखा गया है।

नौसेना के लिए तत्काल राहत

भारतीय नौसेना इस समय रूसी इंजनों और उनके कल-पुर्जों पर पूरी तरह निर्भर है। खासकर तलवार-क्लास फ्रिगेट्स और क्रिवक-3 क्लास कोर्वेट्स की मरम्मत में सप्लाई चेन की बाधा से करीब 40 प्रतिशत युद्धपोतों के संचालन में मुश्किलें आ रही हैं। टर्बाइन ब्लेड और फ्यूल पंप की कमी ने मरम्मत कार्यों को भी प्रभावित किया है।

रूस के इस प्रस्ताव से नौसेना को तत्काल राहत मिलने की संभावना है। रिटायर्ड अधिकारी रीयर एडमिरल संजय जे. सिंह का कहना है कि भारत अपना कावेरी मरीन गैस टर्बाइन इंजन विकसित कर रहा है, लेकिन रूस का ऑफर एक पुल के समान काम करेगा और मौजूदा युद्धपोतों की संचालन क्षमता को बनाए रखने में मदद करेगा।

रणनीतिक महत्व

इस प्रस्ताव से भारत की रक्षा उत्पादन क्षमता मजबूत होगी और विदेशी सप्लाई चेन पर निर्भरता कम होगी। साथ ही, भविष्य में फ्रंटलाइन युद्धपोतों के निर्माण में देरी नहीं होगी। यह कदम भारत की नौसेना को आत्मनिर्भर बनाने और समुद्री सुरक्षा के लिहाज से रणनीतिक रूप से अहम माना जा रहा है।

बिहार में इन शिक्षकों को बड़ा झटका, प्रमाण पत्रों की होगी जांच

पटना। बिहार में सरकारी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच को लेकर शिक्षा विभाग और निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की प्रक्रिया ने शिक्षक समुदाय में हलचल पैदा कर दी है। हाल ही में यह निर्णय लिया गया है कि पूर्व में नियोजन प्रक्रिया में शामिल शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच को गंभीरता से आगे बढ़ाया जाएगा।

राज्य में कुल लगभग 5.98 हजार शिक्षक सरकारी विद्यालयों में कार्यरत हैं, वहीं हाल ही में नियोजित से विशिष्ट संवर्ग में शामिल किए गए करीब 73 हजार शिक्षकों की जांच प्रक्रिया भी चल रही है। यह कार्रवाई पटना उच्च न्यायालय के आदेश के तहत की जा रही है।

विश्वविद्यालयों और बोर्ड स्तर पर जांच

शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालयों और राज्य शिक्षा बोर्ड के माध्यम से प्रमाण पत्रों की सत्यापन प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके तहत 17,431 शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच संबंधित विश्वविद्यालयों को सौंप दी गई है। इनमें बिहार के प्रमुख विश्वविद्यालयों के साथ-साथ झारखंड, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, ओडिसा, छत्तीसगढ़ और असम के निजी शिक्षण संस्थानों से जारी प्रमाण पत्र भी शामिल हैं।

रिकॉर्ड की कमी और जांच में चुनौती

शिक्षा विभाग ने यह स्पष्ट किया है कि 2006 से 2015 के बीच नियुक्त किए गए कई शिक्षकों के नियोजन रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं हैं। कई नियोजन इकाइयों ने संबंधित फोल्डर ही गुम कर दिए हैं, जिससे प्रमाण पत्रों की सत्यापन प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न हो रही है। विभाग ने यह भी कहा कि अदालती आदेश के तहत चल रही निगरानी जांच को अंतिम मुकाम तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा, चाहे शिक्षक विशिष्ट संवर्ग में शामिल हो चुके हों।

ठंड में बढ़ता 'ब्रेन हेमरेज' का खतरा: 5 कारण जानें!

हेल्थ डेस्क। सर्दियों का मौसम अपने साथ ठंड, कोहरा और कई स्वास्थ्य संबंधी परेशानियाँ लेकर आता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ठंड में ब्रेन हेमरेज यानी मस्तिष्क रक्तस्राव का खतरा भी बढ़ जाता है? विशेषज्ञों के अनुसार, सर्दियों में शरीर की रक्त वाहिकाओं पर दबाव बढ़ जाता है, जिससे दिमाग तक खून पहुंचाने वाली नसों में अचानक समस्या उत्पन्न हो सकती है। आइए जानते हैं इसके 5 प्रमुख कारण।

1. बढ़ता रक्तचाप

ठंड के मौसम में शरीर की रक्त वाहिकाएँ सिकुड़ जाती हैं। यह रक्तचाप को बढ़ा देता है और उच्च रक्तचाप मस्तिष्क में रक्तस्राव का मुख्य कारण बन सकता है।

2. खून का गाढ़ा होना

ठंड में शरीर में पानी की मात्रा कम हो जाती है और ब्लड थिकनेस बढ़ जाती है। इसका असर मस्तिष्क की नसों पर पड़ता है और हेमरेज का खतरा बढ़ जाता है।

3. कोलेस्ट्रॉल और धमनी की सख्तियां

सर्दियों में लोग अक्सर फैट और तैलीय भोजन ज्यादा खाते हैं। यह रक्त में कोलेस्ट्रॉल बढ़ाता है और धमनी की दीवारों को सख्त कर देता है, जिससे ब्रेन ब्लीड का जोखिम बढ़ता है।

4. धूम्रपान और शराब का असर

ठंड में शरीर को गर्म रखने के लिए लोग धूम्रपान या शराब का सेवन बढ़ा देते हैं। यह रक्त वाहिकाओं को कमजोर करता है और ब्रेन हेमरेज का खतरा और बढ़ा देता है।

5. मौसम परिवर्तन और तनाव

ठंड के मौसम में तापमान में अचानक बदलाव, कोहरा और नमी शरीर पर अतिरिक्त दबाव डालते हैं। इसके अलावा मानसिक तनाव भी रक्तचाप बढ़ाकर मस्तिष्क रक्तस्राव का जोखिम बढ़ाता है।

बिहार में "राशन कार्ड" का वेरिफिकेशन शुरू, मचा हड़कंप

पटना। बिहार में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) को पारदर्शी बनाने के नाम पर शुरू हुई कार्रवाई अब पूरे राज्य में हलचल मचा रही है। सरकार द्वारा राशन कार्डों का बड़े पैमाने पर वेरिफिकेशन शुरू होने के बाद कई जिलों में हड़कंप का माहौल है। 

आधार लिंकिंग के बाद उजागर हुई अनियमितताओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वर्षों से ऐसे लाखों लोग भी सरकारी अनाज का लाभ उठा रहे थे, जिन्हें इसका कोई हक़ नहीं था। सरकार ने इस अभियान की पहली सूची तैयार की है, जिसमें 54.20 लाख संदिग्ध नाम हटाने की तैयारी चल रही है। यह संख्या ही इस बात का संकेत है कि राशन व्यवस्था में कितनी बड़ी गड़बड़ी छिपी हुई थी।

वेरिफिकेशन अभियान के आंकड़े चौंकाने वाले है

मुजफ्फरपुर में लगभग 2.34 लाख नाम जांच के दायरे में, पूर्वी चंपारण में 1.5 लाख से अधिक नाम संदिग्ध, सीतामढ़ी में करीब 99,000 लाभार्थियों पर सवाल। इन जिलों ने अपनी विस्तृत रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। उधर, पटना में मौजूद 10.33 लाख सक्रिय राशन कार्डों में से 65,000–70,000 नाम हटने की आशंका जताई जा रही है। कई जगह ई-केवाईसी की प्रक्रिया तेज की जा चुकी है।

डेटा मिलान में खुली परतें

आईटी, परिवहन, राजस्व, भूमि सुधार और नागरिक पंजीकरण विभागों के डेटा को एक साथ मिलाकर जब जांच शुरू हुई, तो फर्जीवाड़े की अनेक परतें खुलने लगीं। जांच में पाया गया कि कई ऐसे लोग भी राशन ले रहे थे जिनके पास 2.5 एकड़ से अधिक जमीन है, चार पहिया वाहन के मालिक, आयकर दाता। ऐसे लोगों के नाम भी सक्रिय थे जिनकी मृत्यु हो चुकी है यानी अब तक सिस्टम में मौजूद कमज़ोरियों का फायदा उठाकर बड़ी संख्या में लोग अनाज ले रहे थे, जबकि जरूरतमंद असली लाभार्थी वंचित रह जाते थे।

तेजी से चल रहा सत्यापन

केंद्र सरकार से अद्यतन डेटा मिलने के बाद बिहार ने अभियान की गति बढ़ा दी। PDS के नियम स्पष्ट बताते हैं किमृत व्यक्ति, कार मालिक, अधिक भूमि वाले और आयकरदाता राशन लेने के पात्र नहीं हैं। इन्हीं मानदंडों के आधार पर अब राज्य सरकार बड़ी सफाई की तैयारी में है। जिन लोगों पर फर्जी दस्तावेज़ का संदेह है, उन्हें नोटिस भेजने की तैयारी की जा रही है। इसके तहत लाभार्थियों को 90 दिन का समय दिया जाएगा ताकि वे अपनी बात साबित कर सकें।

केंद्र सरकार का तोहफा: केंद्रीय कर्मचारियों की बल्ले बल्ले

नई दिल्ली। हर व्यक्ति का सपना होता है कि उसका अपना एक घर हो। एक ऐसी जगह जहाँ वह परिवार के साथ सुरक्षित और सुकून से रह सके। केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के लिए यह सपना अब पहले की तुलना में और भी सरल हो गया है। केंद्र सरकार की हाउस बिल्डिंग एडवांस (HBA) योजना कर्मचारियों को बेहद कम ब्याज दर पर घर बनाने, खरीदने या मरम्मत कराने के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराती है।

क्या है हाउस बिल्डिंग एडवांस (HBA) योजना?

HBA योजना केंद्रीय कर्मचारियों को उनके आवास संबंधी लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करती है। इसके तहत कर्मचारी घर बनवाने, नया घर खरीदने, पुरानी इमारत की मरम्मत कराने या प्लॉट खरीदने के लिए सरकार से रियायती ब्याज दर पर लोन ले सकते हैं। इस योजना का उद्देश्य कर्मचारियों को आर्थिक सुरक्षा देना और आवास संबंधी जरूरतों को पूरा करना है।

लोन की सीमा बढ़ाई गई

सरकार समय-समय पर इस योजना को और प्रभावी बनाने के लिए नियमों में बदलाव करती रही है। अब कर्मचारियों को मिलने वाली अधिकतम राशि बढ़ाकर इसे और ज्यादा उपयोगी बनाया गया है। कर्मचारी अपने मूल वेतन + डीए के 34 गुना तक, या अधिकतम 25 लाख रुपये तक का हाउस बिल्डिंग एडवांस प्राप्त कर सकता है। घर के विस्तार या मरम्मत के लिए भी अलग से निर्धारित सीमाओं के अनुरूप राशि उपलब्ध कराई जाती है।

ब्याज दर बेहद कम और फिक्स्ड

HBA योजना का सबसे बड़ा फायदा इसकी कम और स्थिर ब्याज दर है। ब्याज दर आमतौर पर 6% से 7.5% के बीच रहती है। यह निजी बैंकों की होम लोन दरों की तुलना में काफी कम है। ब्याज दर फिक्स्ड होती है, यानी लोन अवधि के दौरान बढ़ती ब्याज दरों का कोई खतरा नहीं। इससे कर्मचारी बिना किसी अतिरिक्त तनाव के अपनी आर्थिक योजना बना सकते हैं।

कौन ले सकता है इस योजना का लाभ?

HBA योजना केंद्रीय सरकार के अधिकांश कर्मचारियों के लिए उपलब्ध है। हालांकि कुछ शर्तें लागू होती हैं। कर्मचारी ने कम से कम 5 वर्ष की सेवा पूरी की हो। न तो कर्मचारी के नाम पर पहले से कोई सरकारी आवास हो और न ही उसने आवास संबंधी कोई सरकारी लाभ लिया हो। यदि पति और पत्नी दोनों सरकारी सेवा में हैं, तो केवल एक व्यक्ति यह लाभ ले सकता है। स्थायी कर्मचारियों के साथ-साथ कुछ परिस्थितियों में अस्थायी कर्मचारियों को भी इसका लाभ मिल सकता है।

केंद्र सरकार का 1 बड़ा फैसला, नागरिकों को बड़ी खुशखबरी

नई दिल्ली। देश के करोड़ों नागरिकों के लिए केंद्र सरकार एक महत्वपूर्ण पहल लेकर आई है। देशभर में वर्षों से बैंकों, बीमा कंपनियों, म्यूचुअल फंडों और अन्य वित्तीय संस्थानों में पड़े अनक्लेम्ड (लावारिस) पैसों को उनके असली हकदारों तक वापस पहुंचाने के लिए सरकार ने ‘आपका पैसा, आपका अधिकार’ (Your Money, Your Right) अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान की शुरुआत अक्टूबर 2025 में की गई थी।

1 लाख करोड़ रुपये से अधिक राशि पड़ी है

हाल ही में एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने खुलासा किया कि देश में विभिन्न संस्थानों के पास 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि ऐसी है जिसे कोई दावा नहीं किया गया। बैंकों में: 78,000 करोड़ रुपये, बीमा कंपनियों में: 14,000 करोड़ रुपये, म्यूचुअल फंडों में: 3,000 करोड़ रुपये, डिविडेंड के रूप में: 9,000 करोड़ रुपये। इन आंकड़ों ने लोगों को चौंका दिया है, क्योंकि कई बार नागरिकों को यह पता ही नहीं होता कि उनके नाम से कहीं धनराशि पड़ी है।

कहां से मिलेगी अनक्लेम्ड पैसे की जानकारी?

सरकार ने नागरिकों की सुविधा के लिए विभिन्न वित्तीय क्षेत्रों के अनुसार अलग-अलग पोर्टल तैयार किए हैं:

1. बैंक जमा राशि – RBI का UDGAM पोर्टल: इस पोर्टल पर जाकर कोई भी व्यक्ति अपने पुराने या निष्क्रिय बैंक खातों में पड़े अनक्लेम्ड पैसों की जानकारी प्राप्त कर सकता है।

2. बीमा पॉलिसी – IRDAI का Bima Bharosa पोर्टल: यह पोर्टल उन लोगों के लिए है जिनकी बीमा पॉलिसी की मैच्योरिटी राशि या क्लेम लंबे समय से लंबित है।

3. म्यूचुअल फंड – SEBI का MITRA पोर्टल: म्यूचुअल फंड निवेश से जुड़ा कोई भी अनक्लेम्ड अमाउंट यहां से पता लगाया जा सकता है।

4. डिविडेंड व शेयर – IEPFA पोर्टल: कॉर्पोरेट मंत्रालय द्वारा तैयार यह पोर्टल भूले हुए डिविडेंड, शेयर और डिमैट से जुड़े अनक्लेम्ड धन की जानकारी उपलब्ध कराता है।

ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाने के लिए 477 जिलों में शिविर

सरकार ने इस पहल को जन-जन तक पहुंचाने के लिए देशभर के 477 जिलों में सुविधा शिविर आयोजित किए हैं। ये शिविर ग्रामीण और शहरी, दोनों ही इलाकों में लगाए जा रहे हैं, ताकि दूरस्थ क्षेत्रों के लोग भी आसानी से अपनी अनक्लेम्ड राशि का पता लगा सकें। इन शिविरों में विशेषज्ञों की टीम नागरिकों को आवश्यक दस्तावेज, आवेदन प्रक्रिया और पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन जैसी सुविधाओं में मदद कर रही है।

केंद्रीय विद्यालय में बंपर भर्ती, युवाओं को नौकरी का मौका!

नई दिल्ली। केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) ने युवाओं के लिए बड़ी भर्ती निकालते हुए कुल 2499 पदों पर आवेदन आमंत्रित किए हैं। इन पदों में टीजीटी, पीजीटी, प्रधानाचार्य, उप-प्रधानाचार्य, प्रधानाध्यापक, सहायक अनुभाग अधिकारी, वरिष्ठ एवं कनिष्ठ सचिवालय सहायक, वित्त अधिकारी, अनुभाग अधिकारी सहित कई पद शामिल हैं। इच्छुक उम्मीदवार 12 दिसंबर 2025 से 26 दिसंबर 2025 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।

योग्यता

इन पदों के लिए उम्मीदवारों के पास संबंधित विषयों में स्नातक, स्नातकोत्तर, बी.एड., एम.एड., एमबीए/पीजीडीएम, सीए, या अन्य निर्धारित योग्यताएं होना आवश्यक है। कुछ पदों पर सातवीं पास उम्मीदवार भी आवेदन कर सकते हैं। सभी शैक्षिक योग्यताएं एनसीटीई से मान्यता प्राप्त संस्थानों/विश्वविद्यालयों से होनी चाहिए।

आयु सीमा

इन पदों पर आवेदन करने के लिए आयु सीमा पदों के अनुसार अलग-अलग निर्धारित है। इसके लिए कट-ऑफ तिथि 01 जनवरी 2026 तय की गई है।

वेतनमान

सभी पदों पर चयनित उम्मीदवारों को 7वें सीपीसी वेतन मैट्रिक्स के अनुसार वेतन प्रदान किया जाएगा। अधिक जानकारी के लिए नोटिश देखें।

आवेदन प्रक्रिया

उम्मीदवारों को आवेदन केवल ऑनलाइन मोड में करना होगा। आवेदन फॉर्म 12 दिसंबर 2025 से 26 दिसंबर 2025 तक केवीएस की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगा।

आधिकारिक वेबसाइट: www.kvsangathan.nic.in

शुक्र बदलेंगे अपनी चाल, चमकेगा इन 5 राशियों का भाग्य

राशिफल। ग्रहों का शुभ ग्रह माना जाने वाला शुक्र जल्द ही अपनी स्थिति बदलने जा रहा है। ज्योतिषीय दृष्टि से यह परिवर्तन कई राशियों के जीवन में महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है। इस बार का गोचर विशेष रूप से 5 राशियों के लिए अत्यंत शुभ माना जा रहा है। इन जातकों के जीवन में आर्थिक स्थिरता, करियर में उन्नति और व्यक्तिगत रिश्तों में सकारात्मक बदलाव के योग बनेंगे।

1. वृषभ राशि:

शुक्र का गोचर वृषभ राशि के जातकों के लिए सबसे अधिक लाभकारी माना जा रहा है। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और रुके हुए धन की प्राप्ति होगी। नौकरीपेशा लोगों के लिए यह समय इंक्रीमेंट या प्रमोशन का अवसर लेकर आ सकता है। परिवार के भीतर चली आ रही कड़वाहट कम होगी और सौहार्दपूर्ण वातावरण बनेगा। व्यापारियों के लिए नई साझेदारियों या योजनाओं से लाभ होने की संभावना है। इस अवधि में वृषभ जातक अपने आत्मविश्वास और आकर्षण में भी वृद्धि महसूस करेंगे।

2. सिंह राशि:

सिंह राशि के लिए शुक्र का परिवर्तन करियर को नई दिशा देता दिख रहा है। नौकरी करने वालों को नई जिम्मेदारी और उच्च पद मिलने के संकेत हैं। जिस काम में लंबे समय से रुकावट आ रही थी, उसमें तेजी से प्रगति होगी। विद्यार्थियों और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं को खास लाभ मिलेगा। सार्वजनिक जीवन वाले लोगों जैसे राजनीति, मीडिया या कला को प्रतिष्ठा और पहचान मिल सकती है। सिंह जातक इस समय अपनी नेतृत्व क्षमता को निखार पाएंगे।

3. तुला राशि:

तुला राशि के लोग शुक्र के परिवर्तन का सबसे ज्यादा सकारात्मक प्रभाव महसूस करेंगे। प्रेम संबंधों में स्थिरता और समझ बढ़ेगी। दांपत्य जीवन में चल रही खटपट धीरे-धीरे खत्म होगी और मधुरता लौटेगी। कला, सौंदर्य और डिजाइनिंग से जुड़े पेशों में कार्यरत लोगों के लिए यह समय अतिरिक्त लाभ का संकेत दे रहा है। मानसिक तनाव कम होगा और मन में आत्मविश्वास बढ़ेगा। यह अवधि तुला जातकों के लिए व्यक्तिगत और सामाजिक दोनों स्तर पर अनुकूल रहेगी।

4. धनु राशि:

धनु राशि वाले जातकों के लिए शुक्र की चाल बड़ा बदलाव लेकर आएगी। लंबे समय से रुके हुए कार्य अचानक पूरा होने लगेंगे। संपत्ति, जमीन-जायदाद या घर से जुड़े मामलों में लाभ के योग बनेंगे। नौकरीपेशा लोगों को नई परियोजनाओं में मौका मिल सकता है और अधिकारियों का सहयोग मिलेगा। व्यापार में अचानक लाभ या बड़ी डील मिलने की संभावना है। इसके साथ ही धनु जातकों के लिए यात्राएँ भी शुभ रहेंगी और भाग्य उनके पक्ष में सक्रिय रहेगा।

5. कुम्भ राशि:

कुम्भ राशि पर शुक्र का गोचर उन्नति का मार्ग खोलने वाला साबित हो सकता है। नौकरी बदलने या प्रमोशन पाने की प्रबल संभावनाएँ हैं। व्यापारियों को नए संपर्कों और नई योजनाओं से आर्थिक लाभ हो सकता है। अचानक धन लाभ या रुका हुआ पैसा मिलने की संभावना भी दिखाई देती है। स्वास्थ्य में सुधार होगा और मानसिक रूप से सकारात्मकता बढ़ेगी। यह समय कुम्भ जातकों के लिए प्रगति और आत्मविश्वास को मजबूत बनाने वाला रहेगा।

यूपी में बच्चों के लिए 1 बड़ी खुशखबरी, 4 हजार देगी सरकार!

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने ऐसे हजारों बच्चों के जीवन में उम्मीद की किरण जगाई है, जो बेहद मुश्किल हालात में अपना बचपन गुज़ार रहे हैं। चाहे माता-पिता अब इस दुनिया में न हों, या वे गंभीर बीमारी से जूझ रहे हों, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना इन बच्चों को नई शुरुआत का अवसर दे रही है। इस योजना के तहत पात्र बच्चों को हर महीने 4,000 रुपये की सहायता दी जाती है, ताकि उनका पालन-पोषण, पढ़ाई और बुनियादी जरूरतें बिना किसी रुकावट पूरी की जा सकें।

कोविड के दौरान शुरू, अब और बड़े दायरे में पहुंची मदद

यह योजना सबसे पहले कोरोना महामारी के कठिन समय में शुरू की गई थी, जब अनेक बच्चे अचानक अनाथ हो गए थे। समय के साथ सरकार ने इसका विस्तार उन बच्चों तक भी कर दिया जो गरीबी, गंभीर बीमारी, बेघरपन, बाल श्रम, भिक्षावृत्ति जैसी परिस्थितियों में फँसकर सामान्य जीवन से दूर हो जाते हैं। आज भी कई बच्चे स्टेशन, फुटपाथ और अस्थायी शेल्टर में रहते हैं। ऐसे सभी जोखिमग्रस्त बच्चों के लिए यह योजना एक मजबूत सहारा बन रही है।

कौन ले सकता है योजना का लाभ?

अक्सर परिवारों में यह सवाल उठता है कि सहायता किन बच्चों को मिलेगी। सरकार ने इसके लिए स्पष्ट नियम बनाए हैं। ग्रामीण परिवारों की वार्षिक आय 72,000 रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। शहरी क्षेत्रों में यह सीमा 96,000 रुपये तय की गई है। लेकिन यदि बच्चा वास्तव में अनाथ है और दोनों माता-पिता का निधन हो चुका है, तो आय सीमा लागू नहीं होती ऐसे बच्चों को सीधे योजना में शामिल किया जाता है।

दो बच्चों को मिल सकता है लाभ

एक परिवार के दो बच्चों को इस योजना में शामिल किया जा सकता है। ऐसे में परिवार को हर महीने लंबी अवधि तक कुल 8,000 रुपये की आर्थिक मदद मिलती है। इस योजना का उद्देश्य साफ है की “किसी भी बच्चे की शिक्षा सिर्फ इसलिए न रुके कि उसके पास आर्थिक संसाधन नहीं हैं।” इस योजना का लाभ 18 वर्ष की आयु तक लिया जा सकता है।

कैसे करें आवेदन?

आवेदन की प्रक्रिया बेहद सरल है। परिवार को विकास भवन स्थित प्रोबेशन कार्यालय से फॉर्म प्राप्त करना होता है। आवश्यक दस्तावेजों के साथ फॉर्म वहीं जमा किया जाता है। इसके बाद अधिकारी घर जाकर हालात की जांच पूरी करते हैं। यदि आवेदन सही पाया जाता है तो अगले ही महीनों में बच्चे के खाते में सहायता राशि आना शुरू हो जाती है।

भारत खरीद रहा 'R-37M' मिसाइलें, चीन-पाक के उड़े होश

नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना आने वाले समय में अपनी हवाई मारक क्षमता को एक नए स्तर पर ले जाने वाली है। रूस के साथ बहुचर्चित R-37M बेहद लंबी दूरी वाली एयर-टू-एयर मिसाइल को लेकर चल रही बातचीत अब अंतिम चरण में पहुँच चुकी है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार भारत लगभग 300 मिसाइलें खरीदने की तैयारी में है और इनकी आपूर्ति अगले 12–18 महीनों के भीतर शुरू हो सकती है।

इस सौदे के बाद भारतीय वायुसेना के पास ऐसा हथियार होगा जो किसी भी दुश्मन के महत्वपूर्ण हवाई प्लेटफॉर्म जैसे कि AWACS, टैंकर और कमांड एयरक्राफ्ट को सैकड़ों किलोमीटर दूर से ही नेस्तनाबूद कर सकता है। स्वाभाविक है कि इससे चीन और पाकिस्तान दोनों की वायु रणनीति पर दबाव बढ़ेगा।

R-37M: आसमान का शिकारी

R-37M आज दुनिया की सबसे घातक एयर-टू-एयर मिसाइलों में से एक मानी जाती है। इसकी रेंज 300 किमी से अधिक है, यह लगभग मैक 6 (करीब 7400 किमी/घंटा) की हाइपरसोनिक गति से टारगेट पर टूट पड़ती है। इस गति और रेंज के कारण यह मिसाइल दुश्मन के उन विमानों को भी निशाना बना सकती है जो साधारण मिसाइलों की पहुंच से बाहर रहते हैं। इसमें लगा एक्टिव रडार सीकर अंतिम क्षण तक लक्ष्य को लॉक कर उसकी ओर निर्देशित रहता है।

ब्रह्मोस के बाद अब R-37M

भारत पहले ही सुपरसोनिक ब्रह्मोस क्रूज़ मिसाइल के जरिए लंबी दूरी पर अत्यंत तेज प्रहार करने की क्षमता दिखा चुका है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इसकी दक्षता दुनिया के सामने आ चुकी है। ब्रह्मोस की गति लगभग 3700 किमी/घंटा है, जो सुपरसोनिक श्रेणी में आती है।

R-37M की हाइपरसोनिक गति और अत्यधिक दूरी इसे भारतीय वायुसेना के लिए एक आदर्श पूरक हथियार बनाती है। इससे भारत न केवल अपनी रक्षा-क्षमता बढ़ाएगा, बल्कि दुश्मन के महत्वपूर्ण संसाधनों तक पहुँच बनाने में निर्णायक बढ़त भी हासिल करेगा।

Su-30MKI: R-37M का नया घर

यह मिसाइल मूल रूप से रूस के Su-30SM और MiG-31 जैसे बड़े और तेज लड़ाकू विमानों के लिए विकसित की गई थी। भारत का Su-30MKI भी इसी परिवार का हिस्सा है, इसलिए इसे मिसाइल के अनुरूप बनाने में कोई बड़ी तकनीकी चुनौती नहीं आएगी। सिर्फ मिशन कंप्यूटर और Bars रडार में सॉफ्टवेयर अपग्रेड के बाद Su-30MKI पूरी क्षमता के साथ R-37M चला सकेगा। हर Su-30MKI पर दो R-37M मिसाइलें लगाई जा सकेंगी।

12 से 24 दिसंबर तक सितारे देंगे साथ, 5 राशियों के लिए समय रहेगा उत्तम

राशिफल। 12 दिसंबर से 24 दिसंबर तक की अवधि कुछ राशियों के लिए विशेष रूप से फलदायी रहने वाली है। इस समय ग्रह और नक्षत्रों का शुभ संयोग उन्हें सफलता, खुशियाँ और नए अवसर देगा। ज्योतिष विशेषज्ञों के अनुसार, इस अवधि में सही निर्णय और सतर्कता के साथ उठाए गए कदम बड़े लाभ दे सकते हैं।

1. मेष राशि:

मेष राशि वालों के लिए यह समय करियर और वित्तीय मामलों में लाभकारी रहेगा। नए प्रोजेक्ट्स में सफलता मिलने के योग हैं। नौकरी पेशा लोग प्रमोशन या बोनस की उम्मीद कर सकते हैं। परिवार और मित्रों के साथ संबंध मजबूत होंगे।

2. वृषभ राशि:

वृषभ राशि के जातकों के लिए यह अवधि संपत्ति और निवेश के मामले में शुभ रहेगी। पुराने बकाया मामले सुलझ सकते हैं। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा, लेकिन खानपान और नींद का ध्यान रखें।

3. मिथुन राशि:

मिथुन राशि के लिए यह समय सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए अनुकूल है। नए संपर्क और नेटवर्किंग से करियर में फायदा मिलेगा। यात्रा के योग बन रहे हैं।

4. सिंह राशि:

सिंह राशि वालों के लिए यह अवधि व्यापार और करियर के लिहाज से फायदेमंद है। नई जिम्मेदारियां मिलने से अनुभव बढ़ेगा और आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। परिवार के साथ समय बिताने से मानसिक संतोष मिलेगा।

5. तुला राशि:

तुला राशि के जातकों के लिए यह समय शिक्षा, प्रशिक्षण और कौशल विकास में लाभकारी रहेगा। मानसिक स्पष्टता बढ़ेगी और पुराने विवाद हल हो सकते हैं। निवेश और वित्तीय मामलों में सोच-समझकर कदम उठाएं।