नई दिल्ली। देशभर में वर्षों से अलग–अलग संस्थानों में फंसा पड़ा लोगों का पैसा अब तेजी से उनके असली मालिकों तक पहुंच रहा है। केंद्र सरकार ने ‘योर मनी, योर राइट’ अभियान के तहत अनक्लेम्ड फंड को वापस दिलाने के लिए एक बड़ी मुहिम शुरू की है, जो अब बेहद सफल साबित हो रही है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर बताया कि अब तक 2,000 करोड़ रुपये से अधिक राशि नागरिकों को वापस मिल चुकी है।
भूली हुई संपत्ति पाने का मौका
पीएम मोदी ने कहा कि यह अभियान हर नागरिक के उस अधिकार को मजबूत करता है जिसके तहत वह अपनी भूली–बिसरी जमा पूंजी को वापस पा सकता है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे इस अभियान का हिस्सा बनें और अपने परिवार की अनक्लेम्ड राशि की जानकारी अवश्य जांचें।
अनक्लेम्ड राशि जानने के लिए चार बड़े पोर्टल
सरकार ने विभिन्न प्रकार की अनक्लेम्ड रकम की जानकारी एक ही जगह उपलब्ध कराने के लिए कई डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार किए हैं, जिनसे नागरिक आसानी से पता लगा सकते हैं कि उनका पैसा कहां अटका है।
UDGAM (RBI): बैंकों में पड़े अनक्लेम्ड खातों और रकम की जानकारी
Insurance Bima Bharosa (IRDAI): बीमा पॉलिसियों में छूटे हुए दावे
MITRA (SEBI): म्यूचुअल फंड में अनक्लेम्ड राशि
IEPFA (कॉर्पोरेट मंत्रालय): डिविडेंड, शेयर और अन्य निवेश से जुड़ी अनक्लेम्ड रकम
इन पोर्टलों पर नाम या अन्य विवरण दर्ज कर लोग पता लगा सकते हैं कि उनके नाम कितनी राशि लंबित है और उसे कैसे क्लेम किया जा सकता है।
अनक्लेम्ड राशि का चिंताजनक आंकड़ा
देश में अनक्लेम्ड रकम की स्थिति कई बार चिंता का विषय बन चुकी है। भारतीय बैंकों में 78,000 करोड़ रुपये से भी अधिक धन वर्षों से अनक्लेम्ड पड़ा है। बीमा कंपनियों के पास करीब 14,000 करोड़ रुपये ऐसी राशि है, जिसे पॉलिसीधारकों ने कभी दावा नहीं किया। यही कारण है कि सरकार ने इस अभियान को मिशन मोड में चलाने का फैसला लिया।
477 जिलों में लगे सुविधा शिविर
‘योर मनी, योर राइट’ अभियान को व्यापक स्तर पर पहुंचाने के लिए सरकार ने देशभर के 477 जिलों में सुविधा शिविर लगाए हैं। ये शिविर केवल शहरों में ही नहीं, बल्कि ग्रामीण और दूर-दराज के क्षेत्रों में भी आयोजित किए गए, ताकि वे लोग भी जानकारी पा सकें जिन्हें डिजिटल प्लेटफॉर्म इस्तेमाल करने में कठिनाई होती है। इन शिविरों में अधिकारियों द्वारा नागरिकों को पोर्टलों का उपयोग कराने, खोए हुए दस्तावेज़ों की जानकारी जुटाने और क्लेम प्रक्रिया को आसान बनाने में मदद की जा रही है।
जनता से अपील
प्रधानमंत्री ने लोगों से कहा कि वे अपने परिवार, रिश्तेदारों और परिचितों को भी जागरूक करें, ताकि कोई भी व्यक्ति अपनी मेहनत की कमाई से वंचित न रह जाए। कई बार खातों के निष्क्रिय होने, पॉलिसी दस्तावेज़ खोने या निवेश की जानकारी भूल जाने के कारण यह रकम फंसी रहती है।