इस अनुमान में महंगाई भत्ते (DA) को 0% रखा गया है क्योंकि आयोग लागू होते समय यह आमतौर पर नई बेसिक में समाहित हो जाता है। इसके अलावा, एक्स कैटेगरी शहरों के लिए 30% HRA और बड़े शहरों के लिए हाई TPTA जोड़ा गया है।
लेवल-1 से लेवल-3 तक सैलरी में कितना अंतर?
लेवल-1: मौजूदा बेसिक ₹18,000 मानी गई है, जो आयोग लागू होने पर बढ़कर ₹34,560 हो सकती है। इसमें ₹10,368 HRA और ₹1,350 TA जोड़ने पर ग्रॉस सैलरी करीब ₹46,278 बनेगी। अनुमान के मुताबिक कटौतियों के बाद नेट सैलरी ₹42,572 के आसपास होगी।
लेवल-2: वर्तमान बेसिक ₹19,900 से बढ़कर ₹38,208 हो सकती है। HRA और TA जोड़ने पर कुल सैलरी ₹51,020 तक पहुंच सकती है और नेट सैलरी लगभग ₹46,949 हो सकती है।
लेवल-3: अभी की बेसिक ₹21,700 मानी जा रही है, जो बढ़कर ₹41,664 तक जा सकती है। सभी भत्तों समेत ग्रॉस ₹57,763 और कटौती के बाद नेट सैलरी लगभग ₹53,347 अनुमानित है।
लेवल-4 से 6 तक क्या होंगे नए आंकड़े?
लेवल-4: ₹25,500 की बेसिक अब ₹48,960 हो सकती है। HRA और TA जोड़ने के बाद ग्रॉस सैलरी ₹67,248 और नेट सैलरी ₹62,102 के करीब आ सकती है।
लेवल-5: मौजूदा बेसिक ₹29,200 को बढ़ाकर ₹56,064 अनुमानित किया गया है। भत्तों के साथ कुल सैलरी ₹76,483 और नेट सैलरी ₹70,627 हो सकती है।
लेवल-6: यहां बदलाव ज्यादा बड़ा होगा। ₹35,400 की बेसिक बढ़कर ₹67,968 तक पहुंच सकती है। सभी भत्तों समेत ग्रॉस ₹91,958 और नेट सैलरी करीब ₹84,711 के आस-पास बैठेगी।
लेवल-7 के कर्मचारियों को कितना फायदा?
लेवल-7: इस ग्रेड के कर्मचारियों की मौजूदा बेसिक ₹44,900 से बढ़कर ₹86,208 तक जा सकती है। 30% HRA और TA जोड़ने पर ग्रॉस सैलरी ₹1,15,670 के आसपास होगी। अनुमान के मुताबिक कटौतियों के बाद हाथ में आने वाली सैलरी ₹99,739 तक पहुंच सकती है।
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