आखिर प्यार में इतना रिस्क क्यों लेते हैं लोग

दोस्तों जब कोई इंसान किसी से प्यार करता हैं तो वही उसकी दुनिया होता हैं। और उसके लिए वो इंसान सारी दुनिया से लड़ जाता हैं उसके अंदर डर नाम की कोई चीज नहीं होती हैं। चाहे कितना भी मुश्किल क्यों ना आयें अपने प्यार को पाने के लिए इंसान हद से गुजर जाता हैं। आज इसी संदर्भ में जानने की कोशिश करेंगे की इंसान के शरीर में ऐसा क्या होता हैं की इंसान किसी के प्यार में पागल हो जाता हैं और प्यार में हर रिस्क लेने को तैयार होता हैं। तो आइये जानते हैं विस्तार से की आखिर प्यार में इतना रिस्क क्यों लेते हैं लोग।
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1 .जब कोई इंसान किसी से प्यार करता हैं तो उसके दो रीजन होते हैं। ये होता हैं शारीरिक आकर्षण और ये होता हैं दो आत्मा का मिलान। जो प्यार शारीरिक आकर्षण से होता हैं वो कुछ ही पलों का होता हैं और जिस प्यार में तो आत्मा मिलते हैं या कहें तो दो मन मिलते हैं वो प्यार सच्चा होता हैं। और उसी प्यार को पाने के लिए लोग रिस्क लेने से नहीं डरते और किसी भी हद तक चले जाते हैं।
2 .जब कोई इंसान किसी को सच्चे दिल से प्रेम करने लगता हैं और अपने पार्टनर को पसंद करने लगता हैं तो उसके शरीर में Oxytocin हार्मोन्स का स्तर बढ़ जाते हैं. यही हार्मोन्स इंसान को प्यार में पागल बना देता हैं। और लोग अपने प्यार को पाने के लिए कोई भी रिस्क लेने को तैयार हो जाते हैं।
3 .Oxytocin हार्मोन्स इंसान के मस्तिष्क को पूरी तरह से अपने कंट्रोल में कर लेता हैं और इंसान जिसे प्रेम करता हैं वही उसकी जरुरत बन जाती हैं। जिस कारण लोग प्यार में अपने पार्टनर को पाने के लिए अपनी जान तक कुर्बान बन देते हैं।
4 .जब कोई इंसान सच्चे मन से एक दूसरे को प्रेम करता हैं तो वह एक दूसरे की जरुरत बन जाता हैं। और एक दूसरे को पाने के लिए दुनिया का हर रिस्क लेने को तैयार हो जाता हैं उनके अंदर किसी चीज का कोई डर नहीं होता हैं।

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