साइंस की बात करें तो संबंध बनाना हर इंसान के जीवन की ज़रूरत होती हैं। क्यों की इसी के द्वारा दुनिया में कोई भी इंसान अपने जनरेशन को बढ़ा सकता हैं। लेकिन संबंध में दौरान पुरुषों के शरीर के अंगों में कई तरह के फैलाव और परिवर्तन होते हैं। जिनकी जानकारी पुरुषों को होनी चाहिए ताकि भविष्य में उसे किसी बड़ी समस्या का सामना करना ना पड़ें। आज इसी संदर्भ में साइंस के अनुसार जानने की कोशिश करेंगे पुरुषों के शरीर के उन अंगों के बारे में जिन अंगों में संबंध बनाने के बाद फैलाव आते हैं। तो आइये जानते हैं विस्तार से की संबंध बनाने के बाद पुरुषों के इन अंगों में होता है फैलाव।
अण्डग्रन्थि, साइंस के अनुसार पुरुषों के शरीर में दो अण्डग्रन्थि होती हैं। इन दो अण्डग्रन्थि में संबंध बनाने के बाद फैलाव आ जाते हैं। जो पुरुषों के लिए अच्छा माना जाता हैं। क्यों की इस ग्रंथि में फैलाव होने से पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन्स का निर्माण बढ़ जाते हैं। जिसके कारण पुरुष खुद को स्वस्थ और सेहतमंद महसूस करते हैं। इतना हीं नहीं इस फैलाव के कारण पुरुषों में संबंध बनाने की चाहत भी पहले के मुकाबले ज्यादा होती हैं तथा ऐसे पुरुषों को पिता बनने में भी ज्यादा परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता हैं।
डोर्सल भेन, संबंध बनाने के बाद पुरुषों के डोर्सल भेन में फैलाव आते हैं। जिसके कारण पुरुष के जनन अंग संबंध के बाद पहले के मुकाबले ज्यादा बड़ा हो जाता हैं। इतना हीं नहीं डोर्सल में फैलाव के कारण हीं पुरुषों के जनन अंग में संबंध के बाद सिकुड़न आ जाती हैं। यह सिकुड़न अगर जनन अंग में ज्यादा देर तक रहता हैं तो ये पुरुषों के लिए खतरनाक होता हैं। क्यों की इस सिकुड़न की समस्या संबंध के दौरान ज्यादा तनाव और ज्यादा फैलाव होने के कारण होता हैं। इससे पुरुषों के जनन अंग धीरे धीरे संक्रमित हो जाते हैं। अगर किसी पुरुष को ऐसी समस्या होती हैं तो इससे बचने के लिए पुरुषों को डॉक्टर की सहायता लेनी चाहियें और संबंध बनाने के बाद यूरिन ज़रूर करनी चाहियें।
प्रोस्टेट ग्लैंड, साइंस के अनुसार प्रोस्टेट ग्लैंड पुरुषों के जनन अंग का सबसे कठोर भाग होता हैं। संबंध बनाने के बाद पुरुषों के इस प्रोस्टेट ग्लैंड में फैलाव आ जाते हैं जो पुरुषों के लिए अच्छा होता हैं। क्यों की इस ग्लैंड में फैलाव होने से पुरुषों के शरीर में पाए जाने वाले शुक्राणु अपनी गति बनाए रखते हैं तथा इस प्रोस्टेट ग्लैंड में लम्बे समय तक जीवित रहते हैं। इतना हीं नहीं इस ग्लैंड में फैलाव होने से शक्राणुओं की अम्लता नष्ट नहीं होती हैं। जिसके कारण पुरुषों शारीरिक रूप से मजबूत और स्वस्थ रहते हैं। इन्हे संतान सुख पाने में भी ज्यादा समय नहीं लगता हैं।
0 comments:
Post a Comment