एडल्ट फिल्म देखने वाले लोग हो जाते हैं इस बीमारी के शिकार

आज के इस टेक्नोलॉजी की दुनिया में लोग इंटरनेट के द्वारा एडल्ट फिल्म देखने के आदि होते जा रहें हैं। जो इंसान के मानसिक स्थिति के लिए अच्छा नहीं माना जाता हैं। मेडिकल साइंस की बात करें तो ज्यादा एडल्ट फिल्म देखने वाले लोग मानसिक बीमारी से ग्रसित हो जाते हैं। जिससे कारण उनमें सोचने समझने की शक्ति प्रभावित होती हैं तथा धीरे धीरे वो अस्वस्थ हो जाते हैं। आज इसी संदर्भ में जानने की कोशिश करेंगे उन बीमारी के बारे में जो बीमारी एडल्ट फिल्म देखने वाले लोगों को होती हैं। तो आइये जानते हैं विस्तार से की एडल्ट फिल्म देखने वाले लोग हो जाते हैं इस बीमारी के शिकार।
एरोटोफोबिआ, मेडिकल साइंस के अनुसार ज्यादा एडल्ट फिल्म देखने वाले लोग एरोटोफोबिआ नामक बीमारी से ग्रसित हो जाते हैं। जिसके कारण इनके दिमाग के सेरिब्रम में स्ट्रेस आ जाता हैं और इनमें सोचने समझने की क्रिया भी प्रभावित होती हैं। इतना हीं नहीं इस बीमारी के प्रभाव के कारण हाइपोथैलेमस में ऑक्सीटोसिन हार्मोन्स का स्राव नहीं होता हैं जिससे इंसान मानसिक रूप से अस्वस्थ रहने लगता हैं तथा धीरे धीरे उसकी सेहत ख़राब हो जाती हैं।
एरोटोफोबिआ बीमारी से ग्रसित महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन्स का निर्माण रूक जाता हैं तथा वही पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन्स का निर्माण नहीं के बराबर होता हैं। जिसके कारण महिला और पुरुष दोनों अस्वस्थ रहने लगते हैं तथा उनमें चिड़चिड़ापण की भावना भी जन्म ले लेती हैं। इतना हीं नहीं इस बीमारी से ग्रसित होने के बाद महिला और पुरुष के शरीर में अंडे और शक्राणुओं की छमता ख़राब हो जाती हैं। जिसके कारण उन्हें भविष्य में माता पिता बनने में परेशानी होती हैं। इसलिए महिला और पुरुष को ज्यादा एडल्ट फिल्म नहीं देखना चाहियें और अपने दिमाग को हमेशा अच्छे कार्यों में लगाना चाहियें ताकि इंसान का दिमाग स्वस्थ और सेहतमंद रह सकें।

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