साइंस की बात करें तो शादी हो जाने के बाद सभी कपल बच्चे की प्लानिंग करते हैं। लेकिन कई बार गर्भाधान करने में बहुत परेशानी आती हैं और महिला जल्दी गर्भवती नहीं हो पाती हैं। जिसके कारण बहुत से कपल अपने जीवन में उदास रहने लगते हैं। आज इसी संदर्भ में मेडिकल साइंस के एक अध्ययन के अनुसार जानने की कोशिश करेंगे उस समय के बारे में जिस समय संबंध बनाने से महिलाएं जल्दी गर्भवती हो सकती हैं और उसे संतान का सुख प्राप्त हो सकता हैं। तो आइये जानते हैं विस्तार से की गर्भधारण में दिक्कत हो रही हैं, इस समय बनाये संबंध।
1 .मेडिकल साइंस के एक अध्ययन के अनुसार अगर किसी महिला को गर्भधारण करने में दिक्कत हो रही हैं और वो महिला गर्भवती नहीं हो पा रही हैं तो उस महिला को गर्भधारण करने के लिए आवुलेशन चक्र का ख्याल रखना चाहिए। पीरियड्स ख़त्म होने के 14 से 18 दिन बाद महिलाओं के शरीर में आवुलेशन चक्र प्रारंभ होता हैं। इस समय महिलाओं के अंडे की गुणवत्ता सबसे अधिक होती हैं। जिसके कारण इस समय संबंध बनाने से महिला जल्दी गर्भवती हो जाती हैं। लेकिन फिर भी अगर इस समय संबंध बनाने से कोई महिला गर्भवती नहीं हो पाती हैं तो उसे स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क करनी चाहिए।
2 .अगर किसी महिला को गर्भधारण करने में दिक्कत हो रही हैं और वो महिला चाह कर भी गर्भवती नहीं हो पा रही हैं तो उसे संबंध बनाने के समय का ख्याल रखना चाहिए। एमोरी यूनिवर्सिटी के एक रिपोट के अनुसार संबंध बनाने के 24 घंटे बाद दोबारा संबंध से महिलाओं में गर्भधान करने के चांस बढ़ जाते हैं। क्यों संबंध बनाने के 24 घंटे बाद महिलाओं के गर्भाशय में जो अंडे होते हैं उसमे प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाती हैं जिसके कारण अंडे को भूर्ण निर्माण करने में ज्यादा समय नहीं लगता हैं। लेकिन ऐसा करने से भी अगर कोई महिला गर्भवती नहीं हो पा रही हैं और गर्भधारण में दिक्कत आ रही हैं तो उस महिला को डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
3 .मेडिकल साइंस के एक अध्ययन के अनुसार कभी कभी पुरुषों के शुक्राणु में प्रोटीन की मात्रा कम जाती हैं। जिसके कारण वो शुक्राणु महिलाओं के अंडे को फर्टलाइज नहीं कर पाता हैं और वो महिला गर्भधारण नहीं कर पाती हैं। ब्रिटेन हेल्थ ऑफ़ मेडिसीन के एक शोध के अनुसार अगर कोई पुरुष एक रात में दो बार संबंध बनाते हैं तो महिलाएं में गर्भवती होने के चांस बढ़ जाते हैं क्यों की दूसरी बार संबंध के दौरान पुरुषों के शुक्राणु में प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाती हैं जिससे महिलाओं के अंडे फर्टलाइज हो जाते हैं और धीरे धीरे भूर्ण का निर्माण करने लगते हैं। लेकिन इसके बाद भी अगर कोई महिला गर्भधारण नहीं करती हैं तो महिला और पुरुष दोनों को डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ताकि उनकी समस्या दूर हो सकते हैं और उन्हें संतान का सुख मिल सके।
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