गर्भावस्था में ये 3 उपाय बढ़ाता हैं बच्चे का दिमाग

कोई महिला गर्भवती होती हैं तो यही चाहती हैं की उसका होने वाला बच्चा स्वस्थ और तेज़ दिमाग का हो तथा उसे किसी भी प्रकार के बीमारियों का कोई ख़तरा ना हो। इसके लिए महिलाएं गर्भावस्था में कई तरह के उपाय भी अपनाती हैं ताकि उसका बच्चा स्वस्थ और सेहतमंद रहें। आज इसी संदर्भ में साइंस के अनुसार जानने की कोशिश करेंगे 3 ऐसे उपाय के बारे में अगर इस उपाय को कोई गर्भवती महिला गर्भावस्था में अपनाती हैं तो इससे होने वाला बच्चा स्वस्थ और तेज़ दिमाग का होता हैं। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से की गर्भावस्था में यह उपाय बढ़ाता हैं बच्चे का दिमाग।

1 .यूनिवर्सिटी ऑफ़ मांट्रियल के शोधकर्ताओं के अनुसार अगर कोई महिला गर्भावस्था में कार्डियो एक्सरसाइज करती हैं तो उसके गर्भ में पल रहे बच्चे का दिमाग तेज़ होता हैं। क्यों की एक्सरसाइज करने से महिलाओं के शरीर में रक्त का संचार सही तरीकों से काम करता हैं। जिससे उसके गर्भ में पल रहे बच्चे का मानसिक विकास सही तरीकों से होता हैं। साथ हीं साथ इस शोध में शामिल डॉक्टर एलिस का ये भी कहना हैं की कार्डियो एक्सरसाइज से गर्भ में पल रहे बच्चे का सेरिब्रम तेजी के साथ विकास करता हैं जिससे बच्चे में सोचने समझने की सकती और बच्चे के मुकाबले ज्यादा होती हैं। इसलिए गर्भावस्था में हर गर्भवती महिला को ये एक्सरसाइज ज़रूर करनी चाहियें। इससे महिला का स्वस्थ भी अच्छा रहता हैं।

2 .साइंस के अनुसार गर्भावस्था के अगर कोई महिला सुबह के समय अपने पार्क या घर से बाहर टहलती हैं तो उसके शरीर में हार्मोन्स संतुलित रहते हैं तथा महिला के शरीर में लाल रक्त कोशिका का निर्माण भी सही तरीकों से होता हैं। जिसके कारण गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास में कोई बाधा नहीं आती हैं तथा बच्चा मानसिक रूप से मजबूत होता हैं और उसके दिमाग भी तेज़ होते हैं। इसलिए गर्भावस्था में हर गर्भवती महिला को सुबह में ये उपाय ज़रूर करनी चाहिए और उसे घर के बाहर साफ़ वातावरण में टहलते रहना चाहियें। इससे गर्भ में पल रच्छा बच्चा स्वस्थ और दिमाग से तेज़ होता हैं।

3 .गर्भावस्था में महिलाओं का खान पान के ऊपर गर्भ में पल रहे बच्चे का विकास निर्भर करता हैं। साइंस के अनुसार अगर कोई महिला अपने बच्चे का तेज़ दिमाग चाहती हैं तो उसे गर्भावस्था में वैसे खाद्य पदार्थ का सेवन करना चाहियें जिसके कैल्शियम, आयरन, हिमोग्लोबिन, फाइबर, आयोडीन और मेग्नेशियम की मात्रा अधिक पायी जाती हो। क्यों की इसके सेवन से महिला के साथ साथ गर्भ में पल रहा बच्चा भी स्वस्थ रहता हैं तथा गर्भ में बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास सही तरीकों से हो पाता हैं। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे के सेरिब्रम मजबूत होते हैं और बच्चा दिमाग से तेज़ होता हैं।

0 comments:

Post a Comment