महिलाओं के शरीर में जितने भी अंग होते हैं उन सभी अंगों में ये सबसे महत्वपूर्ण अंग उनका गर्भाशय होता हैं। क्यों की इस जीवन को चलाने से लिए महिलाओं के उसी गर्भाशय में बच्चे का निर्माण होता हैं और ये सृष्टि आगे बढ़ती हैं। आज इसी विषय में साइंस के द्वारा जानने की कोशिश करेंगे महिलाओं के गर्भाशय में जुड़ी हुई कुछ बातों के बारे में जिन बातों को हर महिला के लिए जानना ज़रूरी होता हैं ताकि भविष्य में उसे किसी बड़ी समस्या का सामना करना ना पड़े और उसका जीवन स्वस्थ और सेहतमंद रह सके। तो आइये जानते हैं विस्तार से की महिलाओं को पता होनी चाहिए गर्भाशय से जुड़ी ये 5 बातें।
1 .साइंस के अनुसार महिलाओं के गर्भाशय में 14 साल की उम्र के बाद अंडे का निर्माण होना प्रारम्भ हो जाता हैं जो 45 साल के उम्र तक होता हैं। इस उम्र के बीच कोई भी महिला माँ बन सकती हैं और बच्चे का जन्म दे सकती हैं। लेकिन 45 साल के बाद महिलाओं का गर्भाशय संकुचित होने लगता हैं और अंडे का निर्माण होना भी समाप्त हो जाता हैं और महिलाएं इस उम्र के बाद माँ नहीं बन पाती हैं। इसलिए महिलाओं को गर्भाशय से जुड़ी हुई इन बातों के बारे में पता होनी चाहिए।
2 .साइंस की बात करें तो जब महिलाओं के पीरियड्स होते हैं तो उस समय महिलाओं के गर्भाशय में फैलाव होता हैं। जिसके कारण महिलाओं को पेट दर्द की समस्या होती हैं और यह समय पीरियड्स ख़त्म होने के बाद समाप्त हो जाती हैं। इसलिए महिलाओं को इससे डरने की कोई जरूरत नहीं हैं। लेकिन यह पेट दर्द की समस्या पीरियड्स ख़त्म होने के बाद भी होती हैं तो महिला को तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहियें। ताकि उसे भविष्य में किसी बड़ी समस्या का सामना करना ना पड़ें।
3 .दरअसल साइंस के अनुसार महिलाओं के गर्भाशय का वजन 35 ग्राम होता हैं। लेकिन जब इस गर्भाशय में भूर्ण का निर्माण होना प्रारम्भ हो जाता हैं तो महिलाओं के गर्भाशय का वजन 2.5 ग्राम बढ़ जाता हैं। साथ हीं साथ गर्भाशय के मांसपेशियों में भी खिचाव आने लगता हैं। जिससे महिलाओं को उल्टी और पेट दर्द की समस्या होती हैं। इससे महिलाओं को चिंता करने की कोई बात नहीं हैं। क्यों की महिलाओं के गर्भाशय में होने वाले यह बदलाव सामान्य तरीकों से होता हैं।
4 .जब किसी महिला के जनन अंग से सफ़ेद रंग के द्रव निकलते हैं तो ये महिलाओं के गर्भाशय में संक्रमण होने के कारण होते हैं। इसे मेडिकल साइंस में लिकोरिया कहा जाता हैं। अगर किसी महिला के साथ ऐसा हो रहा हैं तो उस महिला को तुरंत डॉक्टर से संपर्क करनी चाहियें। क्यों की यह लिकोरिया की बीमारी महिलाओं के गर्भाशय में धीरे धीरे विषाक्त कर देती हैं जिसके बाद महिलाओं को माँ बनने में काफी परेशानी होती हैं और महिलाएं जल्दी गर्भवती नहीं हो पाती हैं।
5 .साइंस के अनुसार महिलाओं के शरीर का सबसे मजबूत भाग उनका गर्भाशय होता हैं जो 2.5 सेमी मोटी चमड़ी का बना होता हैं। इसमें कैल्शियम और वसा की मात्रा सबसे अधिक होती हैं और इनकी आकृति नाशपाती के आकार जैसी होती हैं। साथ हीं साथ इस जगह की मांसपेशियों में रक्त का संचार भी तीव्र गति के साथ होता हैं। महिलाओं को अपने गर्भाशय से जुड़ी हुयी इन बातों के बारे में जानना ज़रूरी होता हैं। ताकि उसे उसके शरीर में मुख अंग के बारे में सही जानकारी हो।
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