इन वजहों से होती हैं पीरियड्स के दौरान ब्लीडिंग

इस दुनिया में बहुत सी महिलाएं ऐसी हैं जिनसे पीरियड्स के दौरान ब्लीडिंग की समस्या का सामना करना पड़ता हैं। ऐसे तो पीरियड्स के दौरान थोड़ा ब्लीडिंग होना नॉर्मल सी बात हैं। लेकिन अगर ब्लीडिंग ज्यादा हो रही हैं तो ये महिलाओं के लिए अच्छा संकेत नहीं होता हैं। आज इसी संदर्भ में साइंस के अनुसार जानने की कोशिश करेंगे की पीरियड्स के दौरान महिलाओं को ब्लीडिंग क्यों होती हैं। साथ हीं साथ ये भी जानने की कोशिश करेंगे की इस ब्लीडिंग से महिलाओं के शरीर पर क्या प्रभाव पड़ते हैं। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से की इन वजहों से होती हैं पीरियड्स के दौरान ब्लीडिंग।
1 .साइंस के अनुसार जब महिलाओं के ओवरीज़ में संक्रमण हो जाते हैं तो महिलाओं को पीरियड्स के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग होती हैं। साथ हीं साथ पीरियड्स के समय उसे जलन और असहनीय दर्द का भी सामना करना पड़ता हैं। अगर किसी महिला के साथ ऐसा हो रहा हैं तो उसे फौरन डॉक्टर से संपर्क करनी चाहियें। क्यों की ओवरीज़ का यह संक्रमण धीरे धीरे बड़ी बीमारी का रूप ले लेता हैं और भविष्य में महिलाओं को गर्भाधान करने में भी परेशानी होती हैं।
2 .पीरियड्स के दौरान हल्का ब्लीडिंग होना महिलाओं के लिए नॉर्मल होता हैं। इससे महिलाओं को चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं हैं। क्यों की महिलाओं के गर्भाशय में जब अंडे की फ्रीजिंग नहीं होता हैं तो वो अंडे रक्त के साथ मिल कर शरीर से बाहर आ जाते हैं और वैसी क्रिया को पीरियड्स या मासिक चक्र कहा जाता हैं। यह प्रक्रिया 13 साल की उम्र के बाद लगभग 45 साल तक हर महिलाओं के साथ घटित होती हैं। यह एक सामान्य प्रक्रिया हैं।
3 .साइंस के अनुसार जब महिलाओं के गर्भाशय में इंफेक्शन एसिडिटी की समस्या हो जाती हैं तो पीरियड्स के दौरान महिलाओं को ज्यादा ब्लीडिंग का सामना करना पड़ता हैं ये समस्या कभी कभी महिलाओं के लिए घातक भी होती हैं। इससे महिलाओं के शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती हैं और उनका शरीर थका थका का महसूस करने लगता हैं। इससे बचने के लिए आप प्रतिदिन ज्यादा मात्रा में पानी का सेवन करें या डॉक्टर की सहायता से कोई मेडिसीन ले सकते हैं।
4 .पीरियड्स के समय कुछ महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन लेवल की मात्रा बढ़ जाती हैं। जिसके कारण उन्हें पीरियड्स का दौरान ब्लीडिंग की समस्या होने लगती हैं। मेडिकल साइंस में इसे आम समस्या मानी गयी हैं इससे महिलाओं को चिंतित होने ली कोई ज़रूरत नहीं होती हैं। ये समस्या उम्र बढ़ने के साथ साथ महिलाओं के शरीर में धीरे धीरे खुद सामान्य हो जाता हैं। लेकिन अगर ब्लीडिंग बहुत अधिक हो तो महिलाओं को डॉक्टर की सलाह ज़रूर लेनी चाहियें। ताकि उनका जीवन स्वस्थ और सुरक्षित रह सके।

0 comments:

Post a Comment