हेल्थ डेस्क: आयुर्वेदिक विज्ञान की बात करें तो प्राचीन काल में राजा के पास 100 से अधिक रानियां हुआ करती थी। इन सभी रानियों की संतुष्टि के लिए राजा अलग-अलग प्रकार के औषधि का सेवन करते थे ताकि वो अपनी सभी रानियों को पूरी ख़ुशी दें सकें। आज इसी विषय में जानने की कोशिश करेंगे उस औषधि के बारे में जिस औषधि को सेवन करके राजा 100 से अधिक रानियों को संतुष्ट करते थे। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से।
औषधि के लिए सामग्री।
1 .कौंच का बीज़
2 .मूसली की जड़
3 .भिंडी का बीज
4 .कद्दू का बीज
5 .अश्वगंधा की जड़
आयुर्वेदिक वैज्ञानिकों की मानें तो 100 रानियों को संतुष्ट करने के लिए राजा महाराजा इन सभी औषधि का सेवन करते थे। क्यों की इन औषधि में फाइबर, जिंक, कैल्शियम, फोलिक एसिड के साथ साथ आयरन की मात्रा भरपूर होती हैं। जो प्राइवेट पार्ट में ब्लड के सर्कुलेशन को बढ़ाती हैं। साथ ही साथ इसके सेवन करने से पेल्विक एरिया की मसल्स भी मजबूत होती हैं और शरीर में टेस्टेस्टेरोन हार्मोन का निर्माण तेजी के साथ होता हैं।
सेवन करने की विधि।
आप इन सभी सामग्री को बराबर बराबर मात्रा में बाजार से खरीद लें। फिर इसे पीसकर इसका पाउडर बना लें। आपकी ये औषधि तैयार हो जाएगी।
आप इस औषधि का सेवन रोजाना रात को एक गिलाश गर्म दूध के साथ करें। इससे शरीर की स्टेमिना और मर्दाना ताकत में जबरदस्त वृद्धि होगी। साथ ही साथ शीघ्रपतन और नपुंसकता की समस्या से छुटकारा मिल जायेगा।
इस औषधि के सेवन करने से लंबे समय तक इरेक्शन बना रहेगा और आप अपने पार्टनर को पूरी संतुष्टि देने में सफल रहेंगे।
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