डेस्क: आज के समय में बहुत सी महिलाएं ऐसी हैं जो इंटरकोर्स करने से डरती हैं या उसे अपने पार्टनर के द्वारा सही तरीकों से प्यार नहीं मिल पाता हैं। जिसके कारण महिलाएं ऑर्गैज्म के लिए इंटरकोर्स की बजाए और कई तरह के रास्ते अपनाती हैं। आज इसी विषय में जानने की कोशिश करेंगे उस काम के बारे में जो काम महिलाएं ऑर्गैज्म के लिए करती हैं। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से।
इंडियाना यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सेक्शुअल हेल्थ प्रमोशन में एक रिसर्च की गई जिसके नतीजे हैरान करने वाले थे। इस स्टडी में 18 से 94 साल के बीच की 1 हजार 55 महिलाओं को शामिल किया गया था। इस स्टडी में शामिल ज्यादा तर महिलाओं ने खुलाशा किया की उसे ऑर्गैज्म हासिल करने के लिए इंटरकोर्स की बजाए मास्टबेट पसंद आते हैं। इसका सबसे बड़ा लाभ ये भी हैं की इसे करने के लिए किसी की ज़रूरत नहीं होती हैं।
स्टडी में शामिल करीब 36 प्रतिशत महिलाओं ने बताया कि उन्हें इंटरकोर्स के दौरान सिर्फ तभी ऑर्गैज्म हासिल होता है जब क्लिटरल स्टीमुलेशन हो। हालांकि सभी महिलाएं इस बात को पार्टनर तक पहुंचा नहीं पातीं। एक्सपर्ट्स की मानें तो महिलाओं की खुशी और संतुष्टि पर बहुत कम ध्यान दिया जाता है। जिसके कारण महिलाओं को ऑर्गैज्म के लिए इंटरकोर्स की बजाए खुद पर निर्भर रहना पड़ता हैं।
कुछ महिलाओं का ये भी कहना था की उन्हें ज्यादा तर पुरुषों से दर महसूस होता हैं। जिसके कारण वो खुद को इंटरकोर्स से दुरी बना कर रखती हैं। जिसके कारण उन्हें खुद से ऑर्गैज्म हासिल करना पड़ता हैं।
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