हेल्थ डेस्क: इस दुनिया में जितने भी जीव हैं वो संबंध बनाते हैं। लेकिन मनुष्य के दिमाग में इस बात की चिंता होती हैं की आखिर ऐसा क्यों होता हैं की उन्हें संबंध बनाने का मन करता हैं या उन्हें संबंध बनाना अच्छा लगता हैं। आज इसी विषय में जानने की कोशिश करेंगे कुछ वैज्ञानिक कारणों के बारे में जिन कारणों की वजह से इंसान को संबंध बनाना अच्छा लगता हैं। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से।
मेडिकल साइंस के अनुसार अडल्ट होने के बाद शरीर में सेक्स हॉर्मोन का बहाव धीरे धीरे तेज होता है। इस हॉर्मोन की वजह से इंसान के शरीर में कामेच्छा पैदा होती हैं। जब कामेच्छा तेज हो तो इसकी संतुष्टि भी बहुत जरूरी है। इसलिए इंसान को संबंध बनाना अच्छा लगता हैं।
सामान्य रूप से संबंध बनाने की जरूरत पर अगर बात करें तो यह दो चीजों के लिए की जाती हैं: पहला रेक्रीएशन (आनंद) और दूसरा प्रोक्रीएशन (संतान)। जब संतान पैदा के लिए दो शख्स सहवास करते हैं तो इस प्रक्रिया को प्रोक्रिएशन कह सकते हैं। वहीं जब दो व्यक्ति अपनी कामेच्छा की वजह से संबंध बनाते हैं तो उसे रीक्रिएशन कहते हैं।
आपको बता दें की हमारे प्राचीन ग्रंथों में संबंध बनाने को लेकर चर्चा की गयी हैं। कहा गया है कि संभोगानंद से 1000 गुना ज्यादा ब्रह्मानंद होता है। यहां संभोग को ही आनंद की इकाई माना गया है। इंसान को जीवन में सबसे ज्यादा आनंद इसी से प्राप्त होता हैं। यह हर जीव की ज़रूरत हैं। चाहें वो आनंद प्राप्ति के लिए हो या भी संतान प्राप्ति के लिए हो।
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