मौसम में बदलाव की वजह
मौसम विभाग के अनुसार, 27 फरवरी 2025 को उत्तर प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के असर से बारिश होने की संभावना जताई गई है। इस विक्षोभ का असर प्रदेश के कई जिलों में देखने को मिलेगा, जहां बारिश और गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना है। विशेषकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में मौसम ज्यादा प्रभावी रहने की संभावना है।
वज्रपात और बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़ और सहारनपुर जैसे जिलों में बादल गरजने के साथ वज्रपात के होने की संभावना जताई है। इन इलाकों में बारिश के साथ बिजली गिरने की आशंका है। इसके अलावा, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़ और गौतमबुद्ध नगर में भी इसी तरह की परिस्थितियों के बनने की संभावना है। इन जिलों में लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, क्योंकि वज्रपात के कारण हादसों का खतरा बढ़ सकता है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में मौसम
वहीं, पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में मौसम अपेक्षाकृत साफ रहने की संभावना है। यहां के लोगों को भारी बारिश का सामना नहीं करना पड़ेगा, और मौसम सामान्य रूप से बना रहेगा। हालांकि, 28 फरवरी को प्रदेश के दोनों हिस्सों में हल्की बारिश और बौछारों का दौर जारी रह सकता है।
पिछले अनुभवों से सावधानी की जरूरत
उत्तर प्रदेश में इस तरह के मौसम बदलावों से संबंधित कई अनुभव सामने आए हैं, जिनसे यह साबित होता है कि इस दौरान वज्रपात और बिजली गिरने के कारण जानमाल का नुकसान हो सकता है। इसलिए, लोगों को सलाह दी जाती है कि वे खुले मैदानों में न रहें और सुरक्षित स्थानों पर शरण लें। साथ ही, खेतों में काम कर रहे किसान भी मौसम की गंभीरता को समझते हुए काम को स्थगित कर सकते हैं।
0 comments:
Post a Comment