यूपी में बिजली चोरी को लेकर सख्त कार्रवाई शुरू

न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश में बिजली चोरी की समस्या एक गंभीर मुद्दा बन चुकी है, जो न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था पर असर डालती है, बल्कि बिजली आपूर्ति में भी बाधा उत्पन्न करती है। इस समस्या को हल करने के लिए राज्य सरकार और बिजली विभाग की तरफ से लगातार सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। हाल ही में कन्नौज और इटावा जिलों में बिजली चोरी को लेकर छापेमारी अभियान तेज कर दिया गया है, जिसमें बड़ी संख्या में अवैध कनेक्शन और बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई।

कन्नौज में बिजली बिल अधिभार छूट

कन्नौज जिले में बिजली बिल अधिभार छूट योजना की अंतिम तिथि 28 फरवरी, शुक्रवार है, जिसके चलते अधीक्षण अभियंता ने एक कैंप लगाया। इस कैंप के माध्यम से 238 बकायेदारों के बिजली कनेक्शन काटे गए और नौ लाख रुपये की वसूली की गई। इस कार्यवाही के दौरान विभाग ने उपभोक्ताओं को चेतावनी दी कि यदि समय रहते उनके बकाए का भुगतान नहीं किया गया, तो उनका कनेक्शन स्थायी रूप से काट दिया जाएगा। यह छूट योजना उन उपभोक्ताओं के लिए थी, जिन्होंने बकाए का भुगतान नहीं किया था और विभाग ने उन्हें छूट देने का प्रस्ताव रखा था।

इटावा में बिजली चोरी की सख्त कार्रवाई

इटावा जिले में भी बिजली चोरी पर कड़ी नजर रखी जा रही है। यहां पर बिजली चोरी करते हुए पांच लोगों को पकड़ा गया, जिन पर मुकदमा दर्ज किया गया। इन पांचों ने बिजली के अवैध कनेक्शन लेकर चोरी से बिजली का उपयोग किया था। इसके अलावा, 134 उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटकर 10.75 लाख रुपये की वसूली की गई। विभाग की कार्रवाई से यह साफ हो गया कि अब बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।

यूपी में सख्त कार्रवाई की आवश्यकता

बिजली चोरी न केवल राज्य की बिजली आपूर्ति को प्रभावित करती है, बल्कि यह राज्य के वित्तीय नुकसान का भी कारण बनती है। विद्युत वितरण कंपनियों को बिजली चोरी से लाखों रुपये का नुकसान होता है, जो कि अंततः आम जनता पर अतिरिक्त बोझ डालता है। यही कारण है कि अधिकारियों ने बिजली चोरी रोकने के लिए सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर लोग बिजली चोरी करने से बाज नहीं आए, तो उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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