सुरक्षा पर भारी निवेश: 6 देश बना रहे हैं सैन्य शक्ति का साम्राज्य!

नई दिल्ली: आज के दौर में, वैश्विक सुरक्षा की चुनौतियां और उभरती हुई सैन्य प्रतिस्पर्धा ने कई देशों को अपनी रक्षा क्षमता को बढ़ाने के लिए भारी निवेश करने पर मजबूर कर दिया है। इन देशों का ध्यान न केवल अपने आंतरिक सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने पर है, बल्कि वे वैश्विक स्तर पर सैन्य शक्ति के रूप में अपनी स्थिति को भी सुदृढ़ करने की दिशा में काम कर रहे हैं।

1. अमेरिका – $895 बिलियन

संयुक्त राज्य अमेरिका का रक्षा बजट दुनिया में सबसे बड़ा है, जो $895 बिलियन (895,000,000,000 डॉलर) तक पहुंचता है। यह राशि न केवल अमेरिका के विशाल सैन्य संसाधनों का प्रतिनिधित्व करती है, बल्कि दुनिया भर में अमेरिकी सैन्य उपस्थिति और शक्ति का भी संकेत देती है। अमेरिकी सेना अत्याधुनिक हथियारों, विमान, और समुद्री बेड़े से लैस है, और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में सैन्य मिशन को अंजाम देने में सक्षम है। अमेरिका की रक्षा नीति में वैश्विक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लगातार निवेश किया जा रहा है।

2. चीन – $266.85 बिलियन

चीन का रक्षा बजट $266.85 बिलियन है, जो दुनिया में दूसरे नंबर पर आता है। पिछले कुछ दशकों में, चीन ने अपनी सैन्य शक्ति को तेज़ी से बढ़ाया है, और आज वह एक प्रमुख सैन्य ताकत बन चुका है। चीन की प्राथमिकता एशियाई क्षेत्र में अपनी रक्षा क्षमता को मजबूत करना और वैश्विक स्तर पर प्रभाव बढ़ाना है। चीन ने अपने सशस्त्र बलों को आधुनिक बनाने के लिए भारी निवेश किया है और इसके साथ ही, अंतरिक्ष और साइबर युद्धक्षेत्र में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के प्रयास कर रहा है।

3. रूस – $126 बिलियन

रूस का रक्षा बजट $126 बिलियन है, जो तीसरे स्थान पर आता है। रूस के पास एक शक्तिशाली सैन्य ताकत है, जो पश्चिमी देशों के साथ सैन्य प्रतिस्पर्धा में सक्रिय भूमिका निभाती है। रूस की रणनीति में अपने हथियारों और परमाणु शक्ति को बनाए रखना और सीमा विवादों में अपनी स्थिति को मजबूत करना शामिल है। इसके अलावा, रूस अपने सामरिक रक्षा प्रणालियों में भी लगातार सुधार कर रहा है, और यह निश्चित रूप से उसकी वैश्विक सैन्य शक्ति को एक महत्वपूर्ण स्तंभ बनाता है।

4. भारत – $75 बिलियन

भारत का रक्षा बजट $75 बिलियन है, जो दुनिया में चौथे स्थान पर है। भारत ने अपनी रक्षा क्षमता को बढ़ाने के लिए कई वर्षों से बड़े पैमाने पर निवेश किया है, विशेष रूप से पाकिस्तान और चीन के साथ अपनी सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए। भारत की रक्षा नीति में एक मजबूत और आधुनिक सैन्य बल का निर्माण करना शामिल है, और उसने इसके लिए हथियारों और सैन्य उपकरणों की खरीदारी के लिए भारी राशि खर्च की है। इसके अलावा, भारत को अपनी रणनीतिक स्थिति को और सुदृढ़ करने के लिए उपग्रह और साइबर सुरक्षा में भी निवेश करना पड़ा है।

5. सऊदी अरब – $74.76 बिलियन

सऊदी अरब का रक्षा बजट $74.76 बिलियन है, और यह देशों में पांचवे स्थान पर आता है। सऊदी अरब ने अपने रक्षा बजट को बढ़ाकर अपनी सैन्य ताकत को मध्य पूर्व में प्रमुख शक्ति के रूप में स्थापित किया है। सऊदी अरब ने अपने सैन्य बलों को आधुनिक बनाने के लिए पश्चिमी देशों से अत्याधुनिक हथियारों का आयात किया है। इसके अलावा, सऊदी अरब यमन में चल रहे युद्ध के लिए भी अपनी सैन्य क्षमता का उपयोग कर रहा है, और क्षेत्रीय सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दे रहा है।

6. यूनाइटेड किंगडम – $71.5 बिलियन

यूनाइटेड किंगडम का रक्षा बजट $71.5 बिलियन है, और यह छठे स्थान पर है। ब्रिटेन ने अपनी सैन्य शक्ति को बनाए रखने के लिए लगातार रक्षा बजट में वृद्धि की है, खासकर पश्चिमी यूरोप और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा में अपनी भूमिका को सुनिश्चित करने के लिए। ब्रिटेन की सैन्य नीति में उन्नत समुद्री बल, विमान, और परमाणु रणनीतिक बलों का रखरखाव शामिल है, जो उसे वैश्विक स्तर पर अपनी रक्षा क्षमताओं को सुनिश्चित करने में मदद करते हैं।

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