खबर के अनुसार फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा की तिथि 6 मार्च की शाम को 4:18 बजे से शुरू होगा और सात मार्च की शाम को 5:30 बजे समाप्त होगा। इसलिए प्रदोष काल व्यापिनी पूर्णिमा में होलिका दहन छह मार्च को ही किया जाएगा। जबकि होली 8 मार्च को मनाई जाएगी।
वहीं वाराणसी में होली का त्यौहार सात मार्च को ही मनाया जायेगा। क्यों की वाराणसी में होली की अलग परंपरा हैं। काशी के कई जानकार बताते हैं की काशी में जिस रात को होलिका दहन होता हैं उस रात की सुबह ही होली मनाई जाती हैं।
आपको बता दें की अगले दिन चाहे प्रतिपदा हो या चाहे पूर्णिमा हो वाराणसी में सालों से होलिका दहन के बाद होली मनाने की परंपरा हैं। हालांकि देशभर में 6 मार्च को होलिका दहन होगा। लेकिन एक दिन बीच कर 8 मार्च को होली मनाई जाएगी।
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