राशन कार्ड से मिलेगी भोजन सुरक्षा
इस नई पहल के तहत राज्य के उन ट्रांसजेंडर नागरिकों की पहचान की जाएगी, जो अभी तक किसी कारणवश राशन कार्ड से वंचित हैं। सरकार ऐसे पात्र व्यक्तियों को ‘पात्र गृहस्थी राशन कार्ड’ जारी करेगी, जिसके माध्यम से उन्हें राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के अंतर्गत नियमित रूप से खाद्यान्न की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। खाद्य एवं रसद विभाग ने सभी जिलों के जिला पूर्ति अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय अभियान चलाएं और ट्रांसजेंडर समुदाय के पात्र लोगों को चिन्हित कर जल्द से जल्द राशन कार्ड उपलब्ध कराएं।
ट्रांसजेंडर कल्याण बोर्ड की सिफारिश पर निर्णय
उत्तर प्रदेश ट्रांसजेंडर कल्याण बोर्ड ने शासन को अवगत कराया था कि प्रदेश में बड़ी संख्या में ट्रांसजेंडर नागरिक स्थायी रोजगार और सरकारी योजनाओं से वंचित हैं। न उनके पास राशन कार्ड हैं और न ही आयुष्मान भारत जैसी स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच। इस सिफारिश के बाद मुख्यमंत्री योगी ने संज्ञान लेते हुए तुरंत कार्यवाही के निर्देश दिए।
बुजुर्ग ट्रांसजेंडर्स को वृद्धाश्रम और पेंशन का लाभ
प्रदेश सरकार ने 60 वर्ष से अधिक आयु के ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए वृद्धाश्रम की सुविधा देने का भी ऐलान किया है। इन आश्रयों में न केवल रहने की सुविधा दी जाएगी, बल्कि पेंशन, आयुष्मान भारत कार्ड, नियमित स्वास्थ्य जांच, भोजन और मानसिक स्वास्थ्य काउंसलिंग जैसी आवश्यक सेवाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।