अंतरिक्ष तक मार करती है भारत की ये मिसाइल

नई दिल्ली: भारत की एंटी-सैटेलाइट मिसाइल, जिसे "मिशन शक्ति" (Mission Shakti) के नाम से जाना जाता है, एक महत्वपूर्ण और प्रभावशाली परीक्षण था, जिसे भारत ने 27 मार्च, 2019 को सफलता पूर्वक अंजाम दिया। यह परीक्षण भारत की अंतरिक्ष तकनीकी शक्ति को दर्शाता है और दुनिया को यह संदेश देता है कि भारत एंटी-सैटेलाइट मिसाइल तकनीक में सक्षम है।

एंटी-सैटेलाइट (ASAT): यह मिसाइल स्पेस में मौजूद उपग्रहों को रोकने, नष्ट करने, या निष्क्रिय करने की क्षमता रखता है। ASAT मिसाइलों का इस्तेमाल रक्षा और रणनीतिक उद्देश्यों के लिए किया जाता है। दुनिया में भारत के साथ साथ अमेरिका, रूस, चीन के पास ये मिसाइल मौजूद हैं।

भारत के इस मिसाइल की विशेषताएँ:

सिस्टम: यह एंटी-सैटेलाइट मिसाइल भारतीय प्रक्षेपण यान और इन्फ्रारेड सिस्टम जैसे उन्नत तकनीकों पर आधारित थी।

रेंज: यह मिसाइल पृथ्वी की निचली कक्षा (LEO) में स्थित उपग्रहों को 300 किमी से अधिक की दूरी से निशाना बना सकती है।

निर्धारित लक्ष्य: परीक्षण के दौरान, मिशन शक्ति ने एक उपग्रह को बेहद सटीकता के साथ नष्ट किया, जो इसे उच्चतम तकनीकी क्षमता का प्रदर्शन करता है।

भारत का अंतरिक्ष सुरक्षा दृष्टिकोण:

भारत का यह परीक्षण उसके अंतरिक्ष सुरक्षा दृष्टिकोण को दर्शाता है, जिसमें यह सुनिश्चित किया जाता है कि भारत के उपग्रहों की सुरक्षा के लिए आवश्यक तकनीकी और सामरिक उपायों को अपनाया जाए। भारत ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह परीक्षण केवल सुरक्षा उद्देश्यों के लिए किया गया था और यह अंतरराष्ट्रीय कानूनों के अनुरूप था।

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