इजरायल ने की थी कारगिल युद्ध में भारत की मदद

नई दिल्ली: कारगिल युद्ध, जो 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ, एक ऐसा संघर्ष था जिसने दोनों देशों को भारी क्षति पहुंचाई। लेकिन इस युद्ध में भारत को जीत मिली, इस संघर्ष के दौरान भारत को अप्रत्याशित रूप से एक महत्वपूर्ण सहयोग मिला, और वह सहयोग था इजरायल से। इजरायल ने अपनी सैन्य सहायता और उन्नत तकनीकी उपकरणों के साथ भारत की मदद की, जिससे भारत को कारगिल में जीत प्राप्त करने में मदद मिली।

इजरायल की मदद का महत्व

कारगिल युद्ध के दौरान भारत को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था। एक तरफ जहां पाकिस्तान ने भारतीय सीमा में घुसपैठ की थी, वहीं दूसरी तरफ भारतीय सेना के पास कई महत्वपूर्ण संसाधनों की कमी थी। भारत के पास उस समय दुश्मनों के बंकरों को नष्ट करने के लिए उपयुक्त हथियार नहीं थे और न ही दुश्मन की स्थिति का सही-सही आकलन करने के लिए पर्याप्त टोही विमान थे। ऐसे में इजरायल ने भारत को सैन्य सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया।

इजरायल की सैन्य मदद

इजरायल ने भारत को मोर्टार, गोला-बारूद, और सबसे महत्वपूर्ण, लेजर गाइडेड मिसाइलें मुहैया कराई। इन मिसाइलों के जरिए भारतीय सेना को दुश्मन के बंकरों और ठिकानों पर सटीक हमला करने में मदद मिली। साथ ही, इजरायल ने भारतीय वायु सेना को मिराज 2000 लड़ाकू विमानों के लिए मिसाइलें भी प्रदान कीं, जो युद्ध के दौरान अत्यधिक प्रभावी साबित हुईं।

इसके अलावा, इजरायल ने भारत को अपनी उन्नत हेरोन अनमैंड एरियल व्हीकल (यूएवी) की भी आपूर्ति की। ये ड्रोन युद्ध के दौरान महत्वपूर्ण टोही अभियानों के लिए इस्तेमाल किए गए, जिससे भारतीय सेना को दुश्मन की स्थिति का सही-सही आकलन करने में मदद मिली। इजरायल ने न केवल उपकरण प्रदान किए, बल्कि भारतीय सैनिकों को इन उपकरणों का संचालन करने के लिए प्रशिक्षण भी दिया, ताकि युद्ध में उनका अधिकतम उपयोग किया जा सके।

अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद इजरायल की मदद

इजरायल की मदद की एक और खास बात यह थी कि यह अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद हुई। कारगिल युद्ध के दौरान पाकिस्तान को समर्थन देने वाले कई देशों ने इजरायल पर दबाव डाला था कि वह भारत को सैन्य मदद ना दे। लेकिन इजरायल ने इस दबाव को नजरअंदाज करते हुए भारत को अपने पहले से किए गए ऑर्डर के तहत जल्द से जल्द हथियारों की शिपमेंट भेजी। इस मदद ने भारत को एक निर्णायक बढ़त दिलाई और युद्ध के दौरान परिस्थितियों को भारतीय सेना के पक्ष में मोड़ा।

भारत-इजरायल संबंध हुआ और मजबूत

कारगिल युद्ध के दौरान इजरायल द्वारा दी गई मदद ने दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत किया। यह मदद केवल सैन्य सहायता तक सीमित नहीं रही, बल्कि इसके जरिए दोनों देशों के बीच एक विश्वास और सहयोग का मजबूत आधार भी बना। इसके बाद से भारत और इजरायल के बीच सैन्य और सुरक्षा मामलों में सहयोग बढ़ा है। आज भी दोनों देशों के बीच रक्षा क्षेत्र में घनिष्ठ संबंध हैं।

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