बता दें की माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेन्द्रदेव द्वारा जारी इस कैलेंडर में छुट्टियों की संख्या का भी विवरण दिया गया है। प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों में ग्रीष्मावकाश और शीतकालीन अवकाश को छोड़कर कुल 30 छुट्टियों का प्रावधान किया गया है, जबकि बेसिक शिक्षा के स्कूलों में 34 छुट्टियां हैं।
इन छुट्टियों में गणतंत्र दिवस, बसंत पंचमी, रामनवमी, मुहर्रम, रविवार और ग्रीष्मावकाश को जोड़ा गया है। इन अवकाशों के साथ ही माध्यमिक शिक्षा के स्कूलों में वर्ष भर में कुल 119 छुट्टियां निर्धारित की गई हैं। इसमें बोर्ड परीक्षाओं के 12 दिन और जोड़े जाएं तो माध्यमिक विद्यालयों में कुल कार्य दिवसों की संख्या 234 होती है।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने यह भी उल्लेख किया है कि महिला शिक्षिकाओं को हरितालिका तीज, संकठा चतुर्थी, हलषष्ठी/ललई छठ, जीउतिया व्रत और अहोई अष्टमी पर अवकाश मिलेगा, लेकिन यह अवकाश केवल उन्हीं शिक्षिकाओं को मिलेगा जो व्रत रखती हैं, और यह अवकाश उन्हें उनके प्रार्थना पत्र के आधार पर संबंधित विद्यालय के प्रधानाचार्य या प्रधानाध्यापक द्वारा अनुमन्य किया जाएगा।
वहीं, बेसिक शिक्षा के स्कूलों में हरितालिका तीज, करवा चौथ, संकठा चतुर्थी, हलषष्ठी/ललई छठ, जीउतिया व्रत और अहोई अष्टमी के साथ-साथ पितृ विसर्जन के दिन भी पुरुष शिक्षकों को अवकाश मिलेगा। इसके अलावा, बेसिक शिक्षा के स्कूलों में 20 मई से 15 जून तक ग्रीष्मावकाश और 31 दिसंबर से 14 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश घोषित किया गया है।
वहीं, माध्यमिक शिक्षा के स्कूलों में ग्रीष्मावकाश 21 मई से 30 जून तक रहेगा। इस कैलेंडर में खास बात यह है कि छुट्टियों के प्रावधान में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया गया है और यह पूरी तरह से संबंधित अवकाशों के महत्व और शिक्षकों के कार्य के हिसाब से निर्धारित किया गया है।
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