मुख्यमंत्री ने इस योजना की घोषणा करते हुए कहा कि इस कदम का उद्देश्य राज्य के बच्चों को बेहतरीन शिक्षा देने के साथ-साथ उन्हें आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना है। यूपी सरकार द्वारा इस योजना के तहत खुलने वाले प्रत्येक विद्यालय में 1500 विद्यार्थियों को आधुनिक शिक्षा प्रदान की जाएगी, जो कि उनके भविष्य को संवारने में सहायक होगी। यह योजना विशेष रूप से उन बच्चों के लिए फायदेमंद साबित होगी, जिनके पास शिक्षा के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं होते हैं।
मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालय का उद्देश्य और स्वरूप
मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालयों का उद्देश्य न केवल शिक्षा प्रदान करना है, बल्कि यह बच्चों के लिए एक आधुनिक और उच्चतम गुणवत्ता का शैक्षिक वातावरण तैयार करना है। इन विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को कान्वेंट स्कूलों जैसा माहौल मिलेगा, जिससे उनके आत्मसम्मान में वृद्धि होगी और वे किसी भी प्रकार की हीन भावना से मुक्त हो सकेंगे। इन स्कूलों में बच्चों को कक्षा 12 तक की शिक्षा दी जाएगी, जिसमें विज्ञान, गणित, मानविकी, वाणिज्य और अन्य विषयों पर आधारित शिक्षा के आधुनिक तरीके शामिल होंगे।
योजना की कार्यान्वयन प्रक्रिया
यह योजना तीन चरणों में पूरी की जाएगी। पहले चरण में, प्रदेश के 27 जिलों में मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालय खोले जाएंगे। इन विद्यालयों के निर्माण के लिए सरकार ने 1000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है, जो इन विद्यालयों के भवनों और बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए खर्च किए जाएंगे। इस चरण में खोले जाने वाले स्कूलों में छात्रों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा देने के लिए आधुनिक शैक्षिक संसाधनों का प्रबंध किया जाएगा, जिसमें स्मार्ट क्लासेस, विज्ञान प्रयोगशालाएं, कंप्यूटर लैब्स और पुस्तकालय जैसी सुविधाएं शामिल होंगी।
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