बता दें की इस पत्र में उल्लेख किया गया है कि पर्यटन विभाग की ओर से राज्य में "विकास भी, विरासत भी" की संकल्पना के तहत भगवान शिव से संबंधित सभी प्रमुख स्थलों को चरणबद्ध तरीके से विकसित करने पर विचार किया जा रहा है। इस योजना के तहत ऐतिहासिक और पौराणिक धरोहरों के संरक्षण और उनके विकास के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है, जिससे इन स्थानों को पर्यटन की दृष्टि से और अधिक आकर्षक बनाया जा सके।
पत्र में जिलों के डीएम से अनुरोध किया गया है कि वे अपने संबंधित क्षेत्रों में स्थित शिव मंदिरों और धरोहर स्थलों के विकास के लिए भूमि चिह्नित कर उसकी स्थिति, स्वामित्व और नजरी नक्शा के आधार पर विस्तृत प्रतिवेदन पर्यटन विभाग को उपलब्ध कराएं। यह कार्ययोजना शीघ्र क्रियान्वित करने के लिए डीएम को दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
बिहार के 12 जिलों में इन शिव मंदिर का होगा विकास
वैशाली - हरिहरनाथ मंदिर
दरभंगा - कुशेश्वरनाथ शिव मंदिर
मधेपुरा - सिंघेश्वर महादेव मंदिर
कटिहार - गोरखनाथ शिव मंदिर
गया - कोचेश्वर शिव मंदिर (कोंच)
पटना - खुसरूपुर में बैकटपुर धाम
पूर्वी चम्पारण - सोमेश्वरनाथ महादेव मंदिर
सीवान - सिसवन स्थित महेन्द्रनाथ शिव मंदिर
अररिया - कुर्साकांटा स्थित सुन्दरनाथ महादेव मंदिर
मुजफ्फरपुर - औराई प्रखंड स्थित भैरव स्थान शिव मंदिर
भागलपुर - सुल्तानगंज स्थित अजगैबीनाथ मंदिर और कहलगांव स्थित बाबा बटेश्वरनाथ मंदिर
मधुबनी - राजनगर प्रखंड में एकादश रुद्र मंदिर, रहिका प्रखंड में कपिलेश्वर स्थान शिव मंदिर और बाबूबरही प्रखंड में मदनेश्वर स्थान शिव मंदिर
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