बता दें की जमीन सर्वे का यह काम पटना, मुजफ्फरपुर, गया, रोहतास, पूर्वी चम्पारण, मधुबनी, भागलपुर, भोजपुर, सारण, दरभंगा, औरंगाबाद, कैमूर , बक्सर, वैशाली, समस्तीपुर, सिवान, गोपालगंज और नवादा जिले में शुरू किया जा रहा हैं।
जमीन सर्वे के सन्दर्भ में बहुत से लोगों का ये सवाल हैं की उनका जमीन उनके बाप-दादा के नाम से हैं तो उनके जमीन का सर्वे कैसे किया जायेगा तथा सर्वे के बाद सरकार इस जमीन के कागजातों को किस तरह से तैयार कराएगी।
पटना, बक्सर, मधुबनी, सारण समेत 18 जिलों में कैसे होगा बाप-दादा के जमीन का सर्वे?
1 .अगर आपकी जमीन आपके बाप-दादा के नाम से हैं तो आपको सबसे पहले वंशावली बनानी होगी।
2 .वंशावली बनाने के लिए आपको सर्वे के शिविर से वंशावली फॉर्म दी जाएगी।
3 .इस वंशावली फॉर्म में आपको जमीन से संबंधित सभी प्रकार की डिटेल्स भरनी होगी और जिनके नाम से जमीन हैं उनका और आपका क्या रिस्ता हैं उसे लिखना होगा।
4 ,वंशावली फॉर्म भरने के बाद आपको सर्वे शिविर में जमा करना होगा।
5 .इसके बाद सर्वे करने वाले कर्मी इस वंशावली की जांच को लेकर ग्राम सभा बुलाएंगे।
6 .इस ग्राम सभा में मुखिया, सरपंच आदि लोगों के द्वारा वंशावली का सत्यापन किया जायेगा।
7 .अगर वंशावली सही निकली तो फिर आपके जमीन का सर्वे होगा और फिर सर्वे के बाद आपके जमीन का नया कागजात तैयार होगा। वहीं जमीन का खतियान जीवित रैयत के नाम से बनेगा।
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