खबर के अनुसार मुरैना की गजक और रीवा के सुंदरजा आम को पहले ही जीआई टैग मिल चुका है। अब हिमाचल प्रदेश की कांगड़ा चाय को भी विदेशों में खूब पसंद किया जा रहा हैं। जिसके कारण इस चाय को जीआई टैग दिया गया हैं।
आपको बता दें की हिमाचल की कांगड़ा चाय की खेती किसानों के द्वारा बड़े स्तर पर की जाती हैं। यह चाय पोषक तत्वों से भी भरपूर होता हैं। इस चाय की पत्तियों में 13 प्रतिशत कैटेचिन, 3 प्रतिशत कैफीन और अमीनो एसिड पाए जाता हैं।
विदेश से जीआई टैग मिलने से उत्पाद की पहचान पूरी दुनिया में होगी और इसका फैलाव भी दुनियाभर के देशों में होगा। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि कांगड़ा की चाय को भारत के अलावा विदेश में भी पहचान मिलेगी और इसकी खेती करने वाले किसानों को फायदा होगा।
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