आपको बता दें की सिमुलेटर ड्राइविंग टेस्ट एक मशीन से जुड़ा सॉफ्टवेयर है, इसमें बैठकर आपको ड्राइविंग टेस्ट देना होगा। इस मशीन में स्टेयरिंग, सेफ्टी बेल्ट, वाइपर, डिपर, क्लच, एक्सिलेटर, ब्रेक सहित गाड़ी के सभी फीचर्स मौजूद होते हैं।
इस मशीन में बैठकर आपको गाड़ी ड्राइव करनी होगी, परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस के लिए सिमुलेटर ड्राइविंग टेस्ट पास करना अनिवार्य होगा। जब आप इस टेस्ट को पास करेंगे तभी आपके नाम से परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया जायेगा।
आपको बता दें की पीपीपी मॉडल के तहत इस व्यवस्था को हर जिले में स्थापित किया जाएगा। यानि की लोगों को ड्राइविंग लाइसेंस के लिए सॉफ्टवेयर से जुड़ी इस मशीन पर बैठकर ड्राइविंग टेस्ट देना होता है। यह व्यवस्था सभी जिलों में लागू होगी।
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