खबर के अनुसार इस नई संरचना के तहत, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम को तीन कंपनियों में बांटा जाएगा। पहली कंपनी वाराणसी और आजमगढ़ मंडल की आठ जिलों को कवर करेगी, दूसरी कंपनी प्रयागराज और मिर्जापुर मंडल की छह जिलों को संभालेगी।
जबकि तीसरी कंपनी गोरखपुर और बस्ती मंडल की सात जिलों को कवर करेगी। इसी प्रकार, दक्षिणांचल निगम में आगरा और अलीगढ़ मंडल की आठ जिलों के लिए एक कंपनी और कानपुर, झांसी और बांदा मंडल के 12 जिलों के लिए दूसरी कंपनी बनाई जाएगी।
इसके अलावा, पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि नई कंपनियों के कर्मचारियों की सेवा शर्तें, वेतन, भत्ते, और सुविधाएं इलेक्ट्रिसिटी एक्ट-2003 के तहत ही लागू होंगी। इससे कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा होगी। नई कंपनियां अनुभवी इंजीनियरों और तकनीकी कर्मचारियों को आकर्षित करने के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करेंगी, ताकि वे सरकारी कंपनियों में ही कार्यरत रहें और निजी कंपनियों में न चले जाएं।
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