शारीरिक संबंध से होती हैं ये 4 घातक बीमारियां।
1. सिफ़िलिस (Syphilis)
सिफ़िलिस एक बैक्टीरियल संक्रमण है, जो शारीरिक संबंध के दौरान संक्रमित व्यक्ति के घावों (चिंघाड़ी) के संपर्क में आने से फैलता है। इस संक्रमण के कुछ सप्ताह बाद, संक्रमित व्यक्ति के जननांगों, गुदा, या मुंह में एक घाव दिखाई देता है। यदि इलाज न किया जाए तो शरीर के अन्य हिस्सों पर चकत्ते, बुखार, गले में सूजन, और अन्य लक्षण हो सकते हैं।
2. गोनोरिया (Gonorrhea)
गोनोरिया एक बैक्टीरियल संक्रमण है, जो नैसेरिया गोनोरिया नामक बैक्टीरिया से होता है। यह संक्रमण मुख्य रूप से जननांगों, गले, और मलाशय में होता है। इसके लक्षणों में पेशाब में दर्द, जननांगों से स्राव, और गले में सूजन शामिल हो सकते हैं। यदि इसका इलाज न किया जाए तो यह बांझपन, गर्भपात, और अन्य जटिलताओं का कारण बन सकता है।
3. क्लैमाइडिया (Chlamydia)
क्लैमाइडिया भी एक बैक्टीरियल संक्रमण है, जो क्लैमिडिया ट्रैकोमेटिस बैक्टीरिया से होता है। यह यौन संबंध के दौरान फैलता है और कभी-कभी कोई लक्षण नहीं दिखता, लेकिन यदि इलाज न किया जाए तो यह गर्भाशय, फैलोपियन ट्यूब्स, और अंडकोष को प्रभावित कर सकता है। इसके लक्षणों में: पेशाब में दर्द, जननांगों से असामान्य स्राव, पेट के निचले हिस्से में दर्द आदि हैं।
4. ट्राइकोमोनिएसिस (Trichomoniasis)
ट्राइकोमोनिएसिस एक परजीवी संक्रमण है, जो ट्राइकोमोनास वागिनालिस नामक परजीवी से होता है। यह सबसे आम यौन संचारित परजीवी संक्रमण है। इसके लक्षणों में: महिलाओं में जननांगों से असामान्य ग्रीन-येलो स्राव, खुजली, और जलन, वहीं, पुरुषों में अक्सर कोई लक्षण नहीं होते, लेकिन कभी-कभी पेशाब में जलन और जननांगों में खुजली हो सकती है।
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