EWS सर्टिफिकेट का उद्देश्य:
EWS सर्टिफिकेट का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को सरकारी योजनाओं, लाभों, और आरक्षण में सहायता प्रदान करना है। यह सर्टिफिकेट उन व्यक्तियों को विशेष अवसरों में सहायता प्रदान करता है, जिनकी वार्षिक आय निर्धारित सीमा से कम होती है और जिनके पास संपत्ति की सीमित स्थिति होती है।
EWS सर्टिफिकेट के लाभ:
शैक्षिक संस्थानों में आरक्षण: EWS प्रमाणपत्र धारक को शैक्षिक संस्थानों (जैसे विश्वविद्यालय, कॉलेज, आदि) में आरक्षण का लाभ मिलता है।
सरकारी नौकरियों में आरक्षण: सरकारी नौकरियों में भर्ती के समय EWS श्रेणी के लिए आरक्षण प्रदान किया जाता है।
आर्थिक सहायता योजनाएँ: कुछ सरकारी योजनाओं में EWS सर्टिफिकेट धारक को विशेष आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाती है।
यूपी में EWS सर्टिफिकेट बनाने के 6 नियम, जानिए
1 .निवासी शर्त: आवेदक को उत्तर प्रदेश का निवासी होना चाहिए।
2 .जाति शर्त: आवेदक सामान्य जाति वर्ग (General Category) से संबंधित होना चाहिए।
3 .कृषि भूमि सीमा: आवेदक के पास 5 एकड़ से अधिक कृषि भूमि नहीं होनी चाहिए।
4 .वार्षिक पारिवारिक आय: आवेदक की वार्षिक पारिवारिक आय 8 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।
5 .आवासीय भूखंड: आवेदक के परिवार का आवासीय भूखंड 100 वर्ग गज से अधिक नहीं होना चाहिए।
6 .नगर पालिका संपत्ति: अगर आवेदक के पास 10 अधिसूचित नगर पालिका क्षेत्रों में कोई आवासीय संपत्ति है, तो वह संपत्ति 240 वर्ग गज से कम होनी चाहिए।
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