क्या 'महिला नसबंदी' से यौन इच्छा पर असर पड़ता हैं

हेल्थ डेस्क: महिला नसबंदी (female sterilization), जिसे 'ट्यूबल लिगेशन' भी कहा जाता है, एक स्थायी गर्भनिरोधक उपाय है, जिसमें महिला की अंडकोष नलिका को बांध दिया जाता है या काट दिया जाता है, ताकि अंडाणु और शुक्राणु के मिलन को रोका जा सके। यह प्रक्रिया गर्भधारण को रोकने के लिए की जाती है, लेकिन इसका यौन जीवन पर प्रभाव बिल्कुल नहीं होता है।

क्या 'महिला नसबंदी' से यौन इच्छा पर असर पड़ता हैं

1 .हार्मोनल प्रभाव नहीं: महिला नसबंदी में ओवरी (अंडकोष) या हार्मोनल प्रणाली को प्रभावित नहीं किया जाता है, क्योंकि प्रक्रिया केवल अंडकोष नलिकाओं को प्रभावित करती है। महिला के मासिक धर्म पर भी कोई असर नहीं पड़ता हैं।

2 .यौन सुख पर असर नहीं: नसबंदी के बाद महिला का यौन सुख और यौन इच्छा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। नसबंदी का उद्देश्य केवल गर्भधारण को रोकना है, न कि यौन क्रियाओं को प्रभावित करना। इसलिए महिला नसबंदी गर्भाधान से बचने के लिए बिल्कुल स्थाई और सेफ उपाय हैं।

3 .यौन संबंध में कोई बदलाव नहीं: महिलाएं नसबंदी के बाद भी अपने यौन जीवन को वैसे ही जारी रख सकती हैं जैसे पहले करती थीं। उन्हें किसी भी तरह की शारीरिक या मानसिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता हैं।

4 .मानसिक प्रभाव हो सकता हैं: कुछ महिलाएं मानसिक रूप से नसबंदी के बाद चिंतित हो सकती हैं, विशेष रूप से यदि उन्हें यह महसूस होता है कि यह एक स्थायी उपाय है। इस मानसिक दबाव से यौन जीवन में असहजता हो सकती है, लेकिन शारीरिक दृष्टिकोण से यौन संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ता।

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