किसे होता हैं वीर्य का निर्माण?
वीर्य का निर्माण पुरुषों के जननांगों में, विशेष रूप से अंडकोष (Testicles) में होता है। यह प्रक्रिया हार्मोनल नियंत्रण के तहत होती है और इसमें कई चरण शामिल होते हैं।
1. हार्मोनल नियंत्रण:
जब लड़का किशोरावस्था (प्यूबर्टी) में प्रवेश करता है, तब मस्तिष्क से "गोनाडोट्रोपिन" (GnRH) नामक हार्मोन रिलीज़ होता है। यह हार्मोन "पिट्यूटरी ग्लैंड" को उत्तेजित करता है, जिससे दो मुख्य हार्मोन—ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन (LH) और फॉलिकल-स्टिमुलेटिंग हार्मोन (FSH)—रिलीज़ होते हैं। इन हार्मोन की मदद से अंडकोष में स्थित लेडिग कोशिकाएं (Leydig cells) टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) का उत्पादन करती हैं।
2. टेस्टोस्टेरोन का प्रभाव:
टेस्टोस्टेरोन की वजह से पुरुषों में शारीरिक और यौन विकास होते हैं, जैसे कि जननांगों का आकार बढ़ना, आवाज़ में गहराई आना, मांसपेशियों का विकास और शरीर पर बालों का बढ़ना। यह हार्मोन शुक्राणुओं के उत्पादन को भी प्रेरित करता है।
3. शुक्राणु निर्माण (Spermatogenesis):
अंडकोष में स्थित सेमिनल ट्यूबुल्स (Seminiferous tubules) में शुक्राणु (sperm) का निर्माण होता है। यहाँ स्पर्मेटोजेनेसिस (Spermatogenesis) की प्रक्रिया होती है, जिसमें स्पर्म सेल्स (sperm cells) बनते हैं। यह प्रक्रिया कई हफ्तों में पूरी होती है।
4. वीर्य का निर्माण:
जब शुक्राणु पूरी तरह से परिपक्व हो जाते हैं, तो वे अंडकोष से एपिडिडिमिस (Epididymis) में स्थानांतरित होते हैं।जब पुरुष उत्तेजित होते हैं, तो शुक्राणु यूरिनरी नलिका में आकर वीर्य के साथ मिलते हैं। वीर्य में केवल कुछ प्रतिशत शुक्राणु होते हैं; बाकी हिस्सा सेमन (semen) से बना होता है, जिसमें फ्रक्टोज़, पानी, और अन्य तत्व होते हैं।
5. वीर्य का उत्सर्जन (Ejaculation):
जब पुरुष यौन उत्तेजना से चरमोत्कर्ष (orgasm) की स्थिति में पहुँचते हैं, तब वीर्य का उत्सर्जन होता है, जिसे हम वीर्यपात (ejaculation) कहते हैं। यह वीर्य यूरीथ्रा के माध्यम से बाहर निकलता है।
0 comments:
Post a Comment