किस पर होगा असर?
इस बढ़ोतरी का सीधा असर उन वाहनों पर पड़ेगा जो प्रमुख मार्गों से गुजरते हैं। खासतौर पर भागलपुर बाइपास, मुंगेर-खगड़िया एनएच-333बी हाईवे और मोकामा-मुंगेर एनएच 80 के माल्हीपुर टोल प्लाजा पर वाहनों को अधिक टोल शुल्क देना होगा। इन रास्तों से रोजाना औसतन 5 लाख छोटे-बड़े वाहन गुजरते हैं, जिनमें कारें, हल्के माल वाहक, बस, ट्रक और भारी माल वाहक शामिल हैं।
कितनी बढ़ी हैं दरें?
नई टोल दरों के अनुसार, शुल्क में लगभग 2 से 5 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की गई है। इस वृद्धि में टोल प्लाजा पर जाने वाले वाहनों के प्रकार के हिसाब से दरें अलग-अलग होंगी। उदाहरण के तौर पर, हल्के वाहनों और ट्रकों के लिए अलग-अलग दरें तय की गई हैं। यह वृद्धि लगभग पांच से दस रुपये तक हो सकती है। हालांकि, कुछ वाहनों के लिए मासिक पास की दरों में भी वृद्धि की गई है।
टोल दरों का क्या होगा असर?
1 .आर्थिक बोझ बढ़ेगा: टोल दरों की वृद्धि से छोटे वाहन मालिकों और व्यापारियों पर कुछ हद तक अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ सकता है। खासतौर पर उन व्यापारियों को अधिक असर होगा, जिनके मालवाहन अक्सर इन मार्गों से गुजरते हैं।
2 .यात्रियों के लिए असुविधा: दैनिक यात्रा करने वाले यात्रियों को भी नए टोल शुल्क का सामना करना पड़ेगा, जो उनके यात्रा खर्च को बढ़ा सकते हैं।
3 .राजस्व में वृद्धि: एनएचएआई के लिए यह टोल दरों में वृद्धि एक सकारात्मक कदम हो सकता है, जिससे राजस्व में वृद्धि होगी। इससे सड़क नेटवर्क के रख-रखाव और विकास में मदद मिल सकती है।
नई दरें कब से लागू होंगी?
एनएचएआई के परियोजना निदेशक मनीष कुमार के अनुसार, हर साल टोल दरों में बदलाव किया जाता है, और 31 मार्च की रात 12 बजे से यह नई दरें लागू हो जाएंगी। इसका मतलब है कि अप्रैल 1 से भागलपुर बाइपास, मुंगेर-खगड़िया एनएच-333बी हाईवे के बालगुदर और मोकामा-मुंगेर एनएच 80 के माल्हीपुर टोल प्लाजा पर वाहन मालिकों को नए शुल्क का भुगतान करना होगा।
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