यूपी सरकार का बड़ा कदम: किसानों को मिल रहा सौर पंप!

न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश में किसानों की जीवनशैली और कृषि कार्य को प्रौद्योगिकी के जरिए बदलने की दिशा में यूपी सरकार ने एक अहम कदम उठाया है। प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत लखीमपुर जिले में 1100 सोलर सिंचाई पंप लगाए जाएंगे, जिससे किसानों को सस्ती और निरंतर सिंचाई की सुविधा मिलेगी। यह कदम किसानों को उनकी फसलों की सिंचाई के लिए स्थिर और सस्ते समाधान का अवसर प्रदान करेगा, और कृषि उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा।

प्रधानमंत्री कुसुम योजना का उद्देश्य:

प्रधानमंत्री कुसुम योजना का उद्देश्य किसानों को सौर ऊर्जा आधारित सिंचाई प्रणाली से जोड़ना है, ताकि वे बिजली की समस्याओं से मुक्त हो सकें और खेतों की सिंचाई में आसानी हो। इस योजना के तहत किसानों को सौर पंप लगाने के लिए 60% तक की सब्सिडी दी जा रही है, जिससे उनकी लागत को कम किया जा सके। योजना का मुख्य लक्ष्य कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है।

क्या है सोलर सिंचाई पंप की सुविधा?

सौर पंपों का उपयोग किसानों को सिंचाई में कई लाभ देगा। ये पंप सौर ऊर्जा से चलते हैं, जिससे किसानों को बिजली के बिल से राहत मिलेगी और वे अपनी फसलों की सिंचाई आसानी से कर सकेंगे। इसके अलावा, यह पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है क्योंकि यह गैर-नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के बजाय सौर ऊर्जा का उपयोग करता है।

क्या है पंजीकरण की पूरी प्रक्रिया?

बता दें की इस योजना के लिए पंजीकरण प्रक्रिया फरवरी से शुरू हो चुकी है। इच्छुक किसान पीएम कुसुम डॉट यूपी एग्रीकल्चर डॉट कॉम वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। योजना के तहत पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर पंप बांटे जाएंगे, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि सबसे पहले पंजीकरण करने वाले किसानों को पंप प्राप्त होंगे।

अनुदान और लागत का विवरण:

2 हॉर्स पावर (एचपी) सोलर पंप

कुल लागत: ₹1,71,716, अनुदान: ₹1,03,000

3 हॉर्स पावर (एचपी) सोलर पंप

कुल लागत: ₹2,32,721, अनुदान: ₹1,38,267

10 हॉर्स पावर (एचपी) सोलर पंप

कुल लागत: ₹5,57,620, अनुदान: ₹2,66,000

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