सभी 12 महीनों में फरवरी एक ऐसा महिला हैं जिस महीना को प्यार का महीना कहा जाता हैं। इस महीने में प्रेमी अपने प्रेमिका को प्रेम का इज़हार करता हैं और एक खूबसूरत प्रेम जीवन का आनंद लेता हैं। लोगों के मन में ये बात हमेशा बनी रहती हैं की आखिर क्या कारण हैं की सिर्फ फरवरी माह को हीं प्यार का महीना कहा जाता हैं। आज इसी संदर्भ में मनोविज्ञान के द्वारा जानने की कोशिश करेंगे उन कारणों के बारे में जिस कारणों की वजह से फरवरी महीने को प्यार का महीना कहा जाता हैं। तो आइये जानते हैं विस्तार से की फरवरी को क्यों कहा जाता हैं प्यार का महीना।
1 .दरअसल फरवरी महीने में लोग 14 फरवरी के दिन अपने प्रेम जीवन को सेलिब्रेट करने के लिए वेलेंटाइन दे मनाते हैं। इस दिन प्रेमी अपनी प्रेमिका से अपने दिल की बात कहता हैं और आने वाले जीवन के लिए एक नया सपना देखता हैं। मनोविज्ञान के अनुसार इस दिन प्रेमी प्रेमिका के बीच एक दूसरे के लिए सबसे ज्यादा आकर्षण होता हैं। इसलिए इस महीने को प्यार का महीना कहा जाता हैं। इस दुनिया में वो सभी लोग जो किसी से सच्चा प्रेम करते हैं वो फरवरी महीने का इंतज़ार करते हैं ताकि वो अपने लव लाइफ को सेलिब्रेट कर सके।
2 .मनोविज्ञान के अनुसार फरवरी महीने में बसंत का मौसम होता हैं। इस महीने में चारों और हरियाली होती हैं तथा नए नए फूल खिले होते हैं। यह मौसम न ज्यादा गर्म और न ज्यादा ठंडा होता हैं। जिसके कारण प्यार करने वाले लोगों के मन में अपने पार्टनर के प्रति आकर्षण बढ़ जाता हैं तथा प्रेमी प्रेमिका इस प्राकृतिक के खूबसूरत नजरों में खो जाना चाहते हैं और अपने प्रेम जीवन का आनंद लेना पसंद करते हैं। इसलिए फरवरी को प्यार का महीना कहा जाता हैं।
3 .प्राचीन काल से प्रेमी प्रेमिका फरवरी महीने में एक दूसरे को प्रेम का इज़हार करते आ रहें। जिसके कारण इसे प्यार का महीना माना जाता हैं। इस महीने में कपल एक दूसरे के नाराज़गी को भूलकर प्यार और रोमांस का आनंद लेते हैं तथा एक दूसरे के लिए कोई सरप्राइज प्लान करते हैं। ताकि उनके प्रेम जीवन में खुशियां बनी रही और रिश्तों में भी भी कड़वाहट ना आएं। मनोविज्ञान की बात करें तो सभी कपल को फरवरी महीने में अपने लव लाइफ को सेलिब्रेट करनी चाहिए।
4 .साइंस के अनुसार प्राकृतिक का तापमान सामान्य होने के कारण फरवरी महीने में महिलाओं के शरीर में प्रोजेस्टेरोन हार्मोन्स का लेवल अधिक होता हैं तो वही पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन्स का लेवल बढ़ जाता हैं। जिसके कारण कपल के बीच एक दूसरे के लिए आकर्षण ज्यादा होता हैं तथा कपल एक दूसरे के साथ रहना सबसे ज्यादा पसंद करते हैं तथा एक दूसरे को भावनात्मक रूप से प्रेम करने लगते हैं। इस लिए फरवरी महीनों को प्यार का महीना कहा जाता हैं।
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