बच्चों को भी हो रहा है स्वाइन फ्लू, इस तरह पहचाने लक्षण

हेल्थ डेस्क: साइंस की बात करें तो आज के वर्तमान समय में स्वाइन फ्लू की बीमारी लोगों में तेजी से फैल रहा हैं। ये बीमारी जवान लोगों के साथ साथ बच्चों में भी फैल रहा हैं। इसलिए इस बीमारी के बारे में हर इंसान को जानना ज़रूरी हैं ताकि लोग इस बीमारी से खुद को बचा सके। आज इसी संदर्भ में मेडिकल साइंस के एक अध्ययन के अनुसार जानने की कोशिश करेंगे की आखिर क्या कारण हैं की स्वाइन फ्लू की बीमारी बच्चों में भी हो रही हैं। साथ हीं साथ ये भी जानने की कोशिश करेंगे की इस बीमारी के पहचानने के लक्षण क्या हैं। तो आइये जानते हैं विस्तार से की बच्चों को भी हो रहा स्वाइन फ्लू, इस तरह पहचाने लक्षण। 
1 .मेडिकल साइंस के एक अध्ययन के अनुसार स्वाइन फ्लू की बीमारी H1N1 नामक वायरस से लोगों में फैलता हैं। आमतौर पर जब किसी बच्चे का इम्यून सिस्टम कमजोर होता हैं तब उस बच्चे में इस बीमारी के होने के चांस बढ़ जाते हैं। इस बीमारी के कारण बच्चे में तेज बुखार, सिर दर्द, गले में खरास और मांशपेशियों में दर्द की समस्या बनी रहती हैं। अगर किसी बच्चे में ऐसा लक्षण दिखता हैं तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएँ और अगर इसका टेस्ट पॉजिटिव हैं तो तुरंत बच्चे का इलाज कराएं। 

2 .अगर किसी बच्चे में तेज़ बुखार के साथ साथ नाक बहने की समस्या हो रही हैं और ये बुखार दवा खाने से ठीक नहीं हो पा रहा रहा हैं। तो उस बच्चे में स्वाइन फ्लू होने के चांस हो सकते हैं। इससे हल्की बीमारी समझ कर नजरअंदाज ना करें और तुरंत उसकी जांच कराएं और किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह लें। क्यों की इस बीमारी से ग्रसित होने पर थोड़ी सी ग़लती बच्चे की जान ले सकता हैं। साथ हीं साथ ये बीमारी आपके बच्चे को शारीरिक और मानसिक तौर पर कमजोर भी बना सकता हैं। 

3 .मेडिकल साइंस के अनुसार अगर किसी व्यक्ति या बच्चे को तेज़ बुखार हैं तथा उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही हैं। साथ हीं साथ उन्हें तेज़ ठंड लग रही हैं तो ये स्वाइन फ्लू के लक्षण होते हैं। इसलिए अगर किसी व्यक्ति को ऐसा होता हैं तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए और इसका इलाज करना चाहिए। क्यों की स्वाइन फ्लू का वाइरस इंसान के शरीर में तेजी के साथ फैलता हैं और शरीर के अंगों को प्रभावित करता हैं। इससे इंसान शारीरिक रूप से अस्वस्थ हो जाता हैं। 

4 .स्वाइन फ्लू से ग्रसित व्यक्ति या बच्चे को अपने खान पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए तथा शरीर के साफ सफाई नियमित रूप से करना चाहिए। स्वाइन फ्लू की समस्या होने पर आप सिंपल पानी की बजाय एनर्जेटिक नेचुरल वाटर का सेवन करें। साथ हीं साथ एंटीबायोटिक क्लीन्जर से हाथ की साफ सफाई करें। स्वाइन फ्लू का वायरस एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलता हैं। इसलिए आप इसका ध्यान रखें ताकि स्वाइन फ्लू के इस बीमारी से बचा जा सके।  

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