न्यूज डेस्क: गुरुवार को अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने ऐलान किया कि अमेरिका एशिया में अपनी फौज को बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। अमेरिका के इस ऐलान से चीन में हड़कंप मच गया हैं। चीन डरकर शांति की बात करने लगा हैं।
माइक पोम्पियो ने कहा की हम भारत और अपने मित्र देशों को चीन से खतरे के मद्देनजर अपने सैनिकों की तैनाती की समीक्षा कर रहे हैं। ये चीन के लिए सीधी चेतावनी हैं। अब उसकी विस्तारवादी नीति चलने वाली नहीं हैं।
अमेरिका पहले से साउथ चाइना सी में ताइवान के पास अपने तीन न्यूक्लियर एयरक्राफ्ट कैरियर को तैनात कर दिया है। जिससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया हैं। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, अमेरिका के दुनिया में 800 सैन्य ठिकाने हैं। इनमें 100 से ज्यादा खाड़ी देशों में हैं। अमेरिका इन जगहों पर अपनी सेना की संख्या को बढ़ाने जा रहा हैं।
आपको बता दें की फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स, इंटरनेशनल क्राइसिस ग्रुप के आंकड़ों के मुताबिक, पूरे एशिया में चीन के चारों ओर 2 लाख से ज्यादा अमेरिकी सेना के जवान हर वक्त मुस्तैद हैं और किसी भी अप्रत्याशित हालात से निपटने में भी सक्षम हैं। अमेरिका की इस नीति से ड्रैगन की हवा टाइट हो गई हैं। क्यों की अमेरिका धीरे-धीरे उसे घेर रहा हैं।
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