न्यूज डेस्क: पूरी दुनिया को कोरोना दे कर चीन की सुपरपावर बनने की प्लानिंग ख़त्म होती जा रही हैं। भारत के साथ साथ दुनिया के तमाम देशों में चाइनीज सामान का बहिष्कार शुरू हो गया हैं। भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान सहित कई देशों में तेजी के साथ चाइनीज सामान का बहिष्कार हो रहा हैं।
आपको बता दें की चीन की सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के एक लेख में शेनझेन यूनिवर्सिटी 'इंस्टीट्यूट ऑफ बे ऑफ बंगाल स्टडीज' के डायरेक्टर डाय योंगहोंग ने लिखा हैं की सीमा पर भारत-चीन सैनिकों में हिंसक झड़प के बाद जिस तरह से चाइनीज सामान का बहिष्कार हो रहा हैं। उससे चीन को आर्थिक झटका लग सकता हैं। भारत के कई राज्य सरकारों ने भी चाइनीज कंपनियों को दिए कॉन्ट्रैक्ट्स को रद्द कर दिया है। साथ ही लोग चीनी सामानों को नहीं खरीदने का संकल्प ले रहे हैं।
ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक चीन के खिलाफ भारत में बढ़ते राष्ट्रवाद का असर आर्थिक मुद्दों पर पड़ा है। कोविड-19 के साथ जोड़ दें तो द्वीपक्षीय व्यापार इस साल 30 पर्सेंट कम हो जाएगा और यह गिरावट 50 फीसदी तक हो सकती है। भारत के साथ साथ ऑस्ट्रेलिया में भी चाइनीज सामानों का बहिष्कार हो रहा हैं। इससे चीन की अर्थववस्था को गहरा झटका लग सकता हैं। जो आने वाले समय में बड़ी समस्या उत्पन कर सकता हैं।
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