खबर के अनुसार इसकी गति 2.8 से 3.0 मैक (लगभग 3,400 से 3,700 किलोमीटर प्रति घंटे) है, जो इसे कई अन्य मिसाइलों से तेज बनाती है। ब्रह्मोस मिसाइल का समुद्री और थल संस्करण दोनों बनाए गए हैं। इसे भारतीय सेना भारतीय वायुसेना और नौसेना को सौंपा जा चुका हैं।
बता दें की भारत अब BrahMos-2 हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल भी तैयार कर रहा हैं, जो भारत के लिए एक महत्वपूर्ण रक्षा प्रणाली है, इसे BrahMos मिसाइल के सफलतम संस्करणों में से एक माना जा हैं। इसे जानकार दुनिया का सबसे तेज मिसाइल भी बता रहे हैं।
BrahMos मिसाइल की 5 बड़ी ताकत।
1 .गति और रेंज: BrahMos मिसाइल की गति 2.8 से 3.0 मैक (लगभग 3,400 से 3,700 किलोमीटर प्रति घंटे) है, और इसकी रेंज 400 से 800 किलोमीटर तक होती है।
2 .सटीकता: BrahMos में अत्याधुनिक मार्गदर्शन प्रणाली है, जो इसे उच्च सटीकता से लक्ष्यों को भेदने में सक्षम बनाती है। यह विभिन्न प्रकार के लक्ष्यों के लिए उपयुक्त है, जैसे कि नौसेना के जहाज, जमीन पर स्थित लक्ष्य आदि।
3 .बहुउपयोगिता: यह मिसाइल भूमि, समुद्र और हवाई प्लेटफार्मों से लॉन्च की जा सकती है। इसकी बहुउपयोगिता इसे विभिन्न सामरिक परिदृश्यों में उपयोगी बनाती है।
4 .कम रडार दृश्यता: BrahMos की डिजाइन इसे दुश्मन की रडार प्रणालियों से छिपाने में मदद करती है, जिससे इसकी पहचान करना और उसे रोकना कठिन हो जाता है।
5 .टेक्नोलॉजिकल उन्नति: BrahMos मिसाइल में नवीनतम तकनीकों का उपयोग किया गया है, जैसे कि स्वायत्त नेविगेशन और उन्नत सेंसर प्रणाली, जो इसे और भी प्रभावी बनाती हैं।
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