भारत में हर चौथी महिला है इस खतरनाक बीमारी से ग्रसित

हेल्थ डेस्क: साइंस की बात करें तो आज के भाग दौड़ की जिंदगी में महिलाएं तरह तरह की बीमारियों से ग्रसित हो रही हैं जिसके बारे में महिलाएं अनजान हैं। लेकिन इन बीमारियों के बारे में महिलाओं को जाननी चाहियें ताकि उसे भविष्य में किसी बड़ी समस्या का सामना करना ना पड़ें।आज इसी संदर्भ में मेडिकल साइंस के एक अध्ययन के अनुसार जानने की कोशिश करेंगे उस बीमारी के बारे जिस बीमारी से हर चौथी महिला ग्रसित हैं। जिससे महिलाओं की शारीरिक और मानसिक स्थिति कमजोर हो रही हैं। तो आइये जानते हैं विस्तार से की भारत में हर चौथी महिला है इस खतरनाक बीमारी से ग्रसित।
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम, मेडिकल साइंस के एक अध्ययन के अनुसार भारत में हर चौथी महिला पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम नामक बीमारी से ग्रसित हैं। जागरूकता की कमी के कारण कुछ महिलाएं इस बीमारी से अनजान हैं तो वही कुछ महिलाएं जानबूझकर इसे नज़रअंदाज़ कर देती हैं। यह पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम नमक बीमारी महिलाओं के लिए खतरनाक होती हैं। जो महिलाओं की शारीरिक और मानसिक स्थिति को प्रभावित करती हैं।
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के लक्षण, अखिल भारतीय आयुर्वेदिक संस्थान के डॉक्टरों का कहना हैं की वैसी महिलाएं जिन्हे पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम की समस्या होती हैं। तो उस महिलाओं को अनियमित मासिक धर्म होता हैं तथा मासिक धर्म के दौरान उसे तेज़ दर्द और जलन की समस्या होती हैं। इतना हीं नहीं महिलाओं का वजन तेजी से बढ़ाने लगता हैं। अगर कोई महिला इस बीमारी को नज़रअंदाज़ करती हैं तो वो धीरे धीरे बांझपन, ह्रदय रोग और मधुमेह नामक बीमारी से ग्रसित हो जाती हैं। इसलिए अगर किसी महिला को ये समस्या होती हैं तो वो उसे नज़रअंदाज़ ना करें और डॉक्टर की सलाह लें।
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के उपचार, बत्रा समूह के संस्थापक डॉक्टर मुकेश बत्रा कहते हैं की होमियोपैथी दवाओं से इस बीमारी पर काबू पाया जा सकता हैं। अगर कोई महिला इस पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम नामक बीमारी से ग्रसित हैं तो वो होमियोपैथी डॉक्टर से संपर्क करके इसका उपचार करा सकती हैं। साथ हीं साथ इस बीमारी से बचाने के लिए महिलाएं ऐसे खाद्य पदार्थ का सेवन करें जिसमे कैल्शियम, आयरन और फाइबर की मात्रा सबसे अधिक होती हैं। इससे महिलाओं का स्वास्थ अच्छा रहेगा और इस बीमारी से उन्हें धीरे धीरे छुटकारा मिल जायेगा।

0 comments:

Post a Comment