हेल्थ डेस्क: आज के समय में बहुत सी महिलाएं ऐसी हैं जिन्हे गर्भावस्था में गर्भपात का सामना करना पड़ता हैं। जिससे उनके गर्भ में पल रहा बच्चा ख़राब हो जाता हैं और महिलाएं माँ बनने से बंचित रह जाती हैं। इस समस्या के कारण बहुत सी महिलाएं शारीरिक और मानसिक रूप से भी अस्वस्थ हो जाती हैं। आज इसी विषय में मेडिकल साइंस के एक रिसर्च के अनुसार जानने की कोशिश करेंगे की किन महिलाओं में गर्भपात का खतरा सबसे अधिक होता हैं। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से की इन महिलाओं में गर्भपात का खतरा होता है सबसे अधिक।
गोनोरिया, अमेरिका स्थित सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार वैसी महिलाएं जो गर्भावस्था के शुरूआती समय में गोनोरिया नामक बीमारी का शिकार हो जाती हैं। उन महिलाओं में गर्भपात का खतरा सबसे अधिक होता हैं। महिलाओं के शरीर में गोनोरिया की यह बीमारी संबंध के दौरान चोट लगने या संक्रमण होने से फैलता हैं। इस बीमारी के कारण एमनियोटिक थैली और फ्लूड में संक्रमण हो जाता हैं। जिससे या तो महिलाएं गर्भपात का शिकार हो जाती हैं या उनका बच्चा समय से पहले हो जाता हैं।
गोनोरिया के लक्षण, सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के डॉक्टरों का कहना हैं की गोनोरिया के लक्षण को पहचानना बहुत मुश्किल होता हैं। इनका पता यूरिन टेस्ट या ब्लड टेस्ट के द्वारा हीं लगाया जा सकता हैं। डॉक्टर करते हैं की अगर किसी महिला को यूरिन के दौरान जलन या दर्द की समस्या होती हैं तो उन्हें गोनोरिया हो सकता हैं। इसलिए महिलाये समय समय पर अपना ब्लड टेस्ट कराते रहें। ये उनके स्वास्थ के लिए भी लाभदायक होगा।
0 comments:
Post a Comment