खबर के अनुसार पंचायतों में बाल विवाह और दहेज प्रथा को रोकने की जिम्मेदारी मुखिया को दी गई हैं। इसे रोकने वाले मुखिया एवं अन्य निर्वाचित प्रतिनिधियों को सम्मानित किया जाएगा। वहीं इस काम को करने में असफल रहे मुखिया को पद से हटाया जायेगा।
बता दें की बिहार के पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने जानकारी देते हुए कहा है कि सरकार बाल विवाह एवं दहेज उन्मूलन के लिए पंचायतों में अभियान चलाएगी। और इस अभियान को सफल बनाने की जिम्मेदारी पंचायतों में मुखिया को दी गई हैं।
सरकारी आदेश के अनुसार अगर किसी पंचायत में बाल विवाह हो रहा तो मुखिया उस परिवार से मिलकर उसे समझायेंगे और अगर परिवार के लोग नहीं मानते हैं तो मुखिया को इसकी सूचना स्थानीय थाना एवं बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारी एवं अनुमंडल पदाधिकारी को देनी होगी।
0 comments:
Post a Comment