परिवार कल्याण महानिदेशक डॉ. पवन कुमार अरुण ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य प्रदेश को पोलियो-मुक्त बनाए रखना है। अभियान के तहत शून्य से पांच वर्ष तक के 1.33 करोड़ बच्चों को पोलियो की खुराक दी जाएगी। अभिभावकों से विशेष अपील की गई है कि वे अपने बच्चों को अनिवार्य रूप से पोलियो की खुराक पिलाएं।
अभियान के पहले दिन 44,726 बूथ स्थापित किए जाएंगे। इसके बाद, 22 दिसंबर तक 29,360 टीमें और 10,686 पर्यवेक्षक घर-घर जाकर बच्चों को पोलियो की खुराक देंगे। राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. अजय गुप्ता ने बताया कि घुमंतू और प्रवासी परिवारों में संक्रमण का जोखिम अधिक होता है, इसलिए 16,194 क्षेत्रों में 4,60,489 परिवारों को चिह्नित किया गया है।
अभियान में शामिल जिलों की सूची:
लखनऊ, महोबा, मऊ, मथुरा, बदायूं, भदोही, बांदा, चंदौली, इटावा, आगरा, अंबेडकरनगर, अमेठी, अयोध्या, फिरोजाबाद, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, गाजीपुर, हमीरपुर, हाथरस, जालौन, जौनपुर, झांसी, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, कासगंज, कुशीनगर, ललितपुर, मिर्जापुर, पीलीभीत, सोनभद्र, उन्नाव और वाराणसी।
यह अभियान न केवल बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, बल्कि प्रदेश में पोलियो के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने और संक्रमण के खतरे को रोकने में भी अहम भूमिका निभाएगा।

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