यूपी में 'महिलाओं' को बड़ी खुशखबरी! सरकार ने दी सौगात

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने कामकाजी महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा को देखते हुए एक नई पहल शुरू की है। राज्य में वर्किंग वुमन हॉस्टल की स्थापना के माध्यम से महिलाओं को सुरक्षित, आधुनिक और किफायती आवास उपलब्ध कराया जाएगा। यह कदम मुख्यमंत्री श्रमजीवी महिला छात्रावास योजना के तहत उठाया गया है और इसका उद्देश्य प्रदेश में महिला रोजगार को बढ़ावा देना है।

पहले चरण में तीन बड़े शहरों में हॉस्टल

योजना के पहले चरण में लखनऊ, गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में कुल आठ हॉस्टलों को मंजूरी दी गई है। इनमें से छह हॉस्टलों का निर्माण तेजी से जारी है। इन हॉस्टलों में लगभग 500 कामकाजी महिलाएं रहने की सुविधा प्राप्त करेंगी।

आठ शहरों में होगा विस्तार

योजना को आगे बढ़ाते हुए यूपी सरकार ने यह घोषणा की है कि कुल आठ शहरों में वर्किंग वुमन हॉस्टल खोले जाएंगे। ये शहर हैं: लखनऊ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर (नोएडा), आगरा, कानपुर नगर, झांसी, मेरठ और गोरखपुर। योजना के तहत हॉस्टलों को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के माध्यम से संचालित किया जाएगा।

हॉस्टलों में सुविधाएं

इन हॉस्टलों में महिलाओं को सुरक्षित और आधुनिक कमरे, खाने-पीने की सुविधा और बेहतर सुरक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। हॉस्टल में एडवांस्ड सुविधाओं के साथ रहना और खाने-पीने का इंतजाम भी किया जाएगा। इसका उद्देश्य महिलाओं के जीवन को आसान और आरामदायक बनाना है।

संचालन और देखरेख

हॉस्टलों का संचालन और देखरेख PPP मॉडल के जरिए किया जाएगा। सरकार जल्द ही हॉस्टल में रहने वाली महिलाओं के लिए पात्रता और नियम भी जारी करेगी। यह कदम हॉस्टलों के संचालन में पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।

महिला आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम

उत्तर प्रदेश में महिला वर्कफोर्स तेजी से बढ़ रही है। सुरक्षित और किफायती हॉस्टल मिलने से महिलाएं रोजगार के नए अवसर प्राप्त करेंगी, उनकी सामाजिक सुरक्षा मजबूत होगी और वे आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ेंगी। इस योजना से प्रदेश में महिला सशक्तिकरण को मजबूती मिलने की उम्मीद है।

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